69000 शिक्षक भर्ती के मामले में 12 फरवरी को हुई सुनवाई का विस्तृत सार पढ़े - सीतापुर टीम




*प्रदेश के सभी टेट पास शिक्षामित्र साथियों जैसा कि आप लोग कल से देख रहे है,कि शोसल मीडिया पे माहौल बहुत गर्म नज़र आ रहा है, जबकि 10 फरवरी 2020 की रात सभी शिक्षामित्र साथियों के लिए सुकून भरी रात थी।*
आखिर 12 फरवरी 2020 की सुनवाई में ऐसा क्या हुआ ❓जिससे प्रदेश के हर शिक्षामित्र की माथे पर शिकन है।
*आइये बताते है,कल का पूरा घटना क्रम जैसा कि आप सभी को पता है,कि अपने पक्ष की सुनवाई 10 फरवरी 2020 को श्री उपेन्द्र नाथ मिश्रा जी के द्वारा प्रारम्भ की गई,और जज साहब ने पूर्व के ऑर्डर में मेंसन, शार्ट आर्गुमेंट एक घण्टे में रखने को कहा,और उपेन्द्र मिश्रा जी ने 10 फरवरी 2020 को मजबूती से बात रखी ,जिसकी सराहना सीतापुर टीम ने भी की और पूरा प्रदेश चैन की नींद में था। लेकिन 12 फरवरी 2020 को अपना केस 3:00 बजकर 4 मिनट पे शुरू हुआ,और मिश्रा जी की बहस शुरू हुई ,दोनों भर्तियों को डिफाइन करना,और अभी तक हुए सभी संसोधनों पे अच्छी बहस की ,लेकिन जज साहब के क्रॉस प्रश्नो पे असहज दिखे,और कभी-कभी अपनी ही बातों में खुद फसते नज़र आये।*
चलो यहाँ तक तो बात ठीक थी,कोर्ट का समय समाप्त होते ही,माननीय पंकज जायसवाल जी ने कहा,अब आप का टाइम खत्म हुआ, और जो कुछ भी बचा है,वो रिटेन सबमिसन में दें। जिस पर उपेन्द्र नाथ मिश्रा जी अपनी पुरानी गलती दुहराते हुए,फिर से कोर्ट से समय की मांग करने लगे,जिस पर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त करते हुए ,18 फरवरी 2020 को 12.30 बजे से आगे का आर्गुमेंट सुनने को कहा। यहाँ तक कि ऑर्डर में भी यह बात मेंसन करवा दी कि आप को 18 को हर हाल में रिटेन सबमिसन देना है।
साथियों सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न यह है,जब कोर्ट आपसे संतुष्ट नही है,और आप सही जवाब नही दे पा रहे हो,तो अन्य अधिवक्ताओं को मौका दो,पिछली बार आप ☆4 दिन बोले,इस बार 2 दिन बोल☆ लिए,फिर वही केस को लंबा खींचकर जज साहब के मूड़ की क्यों ऐसी की तैसी करने पर तुले हो।
*साथियों यहाँ पर हम किसी की बुराई नही कर रहे ,सारी बातें हम यहाँ लिख भी नही सकते ,बस कहना यही है,कि अब उपेन्द्र मिश्र जी बिल्कुल भी बोलना नही चाहिए,और अपना रिटेन सबमिसन जमा कर । तुरंत एच एन सिंह को,इसके बाद आनंद नंदन जी,परिहार जी,तथा एल पी मिश्रा जी को बोलने का मौका मिलना चाहिए।*
साथियों अगर उपेन्द्र नाथ मिश्रा जी 18 को भी न माने ,और उनसे अभी भी बहस करवाई गई,तो कुछ भी हो सकता है। हम लोगों की इतने दिन की मेहनत पे पानी भी फिर सकता है।

     *इसलिए 22 हजार टेट पास शिक्षामित्रों के भविष्य के हितार्थ रिजवान भाई तुमसे यही कहना चाहता हूँ, कि अब उपेन्द्र मिश्रा जी के स्थान पर तुरंत श्री एच एन सिंह को 18 फरवरी को बहस के लिए आमंत्रित करो। क्योकि मैं नही चाहता कि आपस मे कोई विरोधाभास हो,और हमारे सभी टेट पास शिक्षामित्र साथी अपने आप को असुरक्षित महसूस करें। मुझे पूर्ण विश्वास है,आप हमारी बात को बेहतर ढंग से समंझकर शिक्षामित्र हित मे फैसला लेंगे।*

             साथियों एक बात और कहना चाहूँगा, कोर्ट की बात केवल जो कोर्ट रूम में जाता है,वही लिख सकता है,इसी के परिपेक्ष्य में टीम हिमांशू राघव जो कि रोहित शुक्ला जी के नेतृत्व में सीतापुर टीम से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है, औऱ कल से हिमांशू राघव टीम द्वारा जो भी पोस्ट डाली गई है, एक दम सत्य है इनकी टीम के सभी साथी कोर्ट रूम में समय समय पर मौजूद रहते है। इस लिए इनकी बात पर संदेह नही किया जा सकता।

            *साथियों हमारी सीतापुर टीम सभी  के साथ सामंजस्य बिठाकर कार्य कर रही है,लेकिन साथियों जहां पर कोई भी गलती होती है,उसमे सुधार करना अति आवश्यक है,और ऐसी जगह पे सच को दबाया नही जा सकता।*
 
              प्रदेश के सभी टेट पास शिक्षामित्र साथियों आप सभी लोग परेशान मत होना,सीतापुर टीम के रहते आप का कभी कुछ गलत नही होगा। और आप लोग जल्द ही डबल बेंच से जीतकर अध्यापक बनेंगे। सीतापुर टीम