69000 शिक्षक भर्ती मामले में कल (6 फ़रवरी) को हुई सुनवाई का अपडेट जानिए


🌅लन्च बाद कुछ छूट गए फ्रेश केस को सुनने के बाद अपना मामला उठाया गया जिसमें प्रशांत चन्द्रा सर ने अपनी बातों को पुनः रखना जारी रखा । प्रशांत चन्द्रा सर की बहस का केंद्र और मुख्य बिंदु NCTE की पॉवर और NCTE एक्ट और बीएड को शामिल करने सम्बन्धी दस्तावेज और कुलभूषन केस रहा ।उनके द्वारा कालिया सर द्वारा की गई बहस को भी कोट किया गया क्योंकि कोर्ट ने ऑर्डर पर रिपीट टिप्पणी लेने से मना कर रखा है ।कोर्ट का यही सख्त रुख अगर विपक्ष के समय बना रहा तो माहौल फेवर में और बढ़िया रहेगा ।

🌅लगभग 4 बजे चन्द्रा जी की बहस समाप्त हुई जिसके बाद तिवारी सर के शुरू करने से पहले पंकज सर ने मुस्कुराते हुए कहा कि कुछ रिपीट मत करिएगा और आपको लगता है कि कुछ रह गया है बोलने को तो बोलिये, तिवारी सर ने उन्हें आश्वस्त किया कि पिछली बार की तरह कम समय में और To The Point बहस ही मैं करूँगा और किसी भी मुद्दे पर रिपीट आर्गुमेंट न हो इसका ध्यान रखूंगा ।।

🌅तिवारी सर द्वारा रखे गए बिंदु निम्नमवत हैं :-

१ - कोर्ट का और अभ्यर्थियों का समय महत्वपूर्ण एक सेकंड भी बेकार गंवाना उनकी आशाओं का अपमान है । :- तिवारी सर ।

२ - यह शक्ति साफ साफ रूलिंग में है कि समय समय पर सरकार तय करेगी फिर यह प्रश्न उठाना ही गलत है कि सरकार तय नहीं कर सकती है कटऑफ ।

३ - दो भर्तियों में ही जब आपको भारांक मिल रहा है तो आप खुद अधिकतम पाने की कोशिश करेंगे न कि बस पासिंग मार्क देखकर सीमित प्रश्न हल करेंगे :- #तिवारीसर

४ - RTE एक्ट का हवाला देश का भविष्य बेसिक शिक्षा पर निर्भर और 40 45 % मानक अंक उस अपेक्षा का मखौल उड़ाता है जब 60 65% अंक हासिल करने वाला नौकरी न पायेगा और कम अंक अर्जित करके लोग नौकरी करेंगे ।

५ - RTE एक्ट अन्य सभी बातों को गौण करते हुए best among all का चयन करने की बात करता है । देश के तमाम शिक्षाविदों ने मिलकर बनाया है RTEएक्ट उसको दरकिनार करके एक पक्ष को एकतरफा लाभ देते हुए मानक अंको में बदलाव पूर्णतः गलत होगा । 

६- सरकार उत्तम में सर्वोत्तम का चयन करना चाहती है इसलिए उसने मानक स्तर उत्कृष्ट लगाया हुआ है उसमें बदलाव या कमी करना बेसिक नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड होगा ।। :- तिवारीसर

🌅केस के अंत मे बेंच उठने से पहले मौके की नजाकत देखते हुए न्यायालय के समक्ष अभ्यर्थियों की ओर से मार्मिक अपील भी की मामले को लगातार सुनकर एक तय समय के भीतर निस्तारित करें और कल भी मौका दे दीजिए जिस से सीमित और बहुत थोड़े समय में हम अपनी बात रख देंगे । न्यायालय ने तिवारी सर की मांग को स्वीकार करते हुए कल आफ्टर फ्रेश में केस को लगाया हुआ है अगर फ्रेश केस की संख्या (30-31 है) जल्दी निपटा तो लन्च के पहले वरना लन्च के बाद जारी हो पायेगा अपना केस ।।

🌅तिवारी सर के विषय मे बस इतना कहेंगे वो ऐसे अधिवक्ता हैं जिन्होंने सबसे कम चार्ज लिया है इस केस में अन्य वकीलों की अपेक्षा और समय सबसे ज्यादा दिया है जो किसी से छिपा न है और मेहनत भी उसी हिसाब से की है पर सबसे ज्यादा ट्रोल किये जाने वाले वकील रहे हैं अफवाहो के द्वारा कभी डेट लगवाने के नाम पर कभी दो चार मिनट देर करने पर भी और यही बात तिवारी सर की याचिका पर बने याचिकाकर्ताओं की है उनपर भी आरोपों की भरमार है जबकि राघवेंद्र भैया या मैंने सार्वजनिक खाता न घुमाया निजी सम्पर्क के लोगों को जिन्होंने व्हाट्सएप्प पर सम्पर्क किया उनको जोड़कर ही सारा काम किया है और हिसाब भी सार्वजनिक देंगे और याची समूहों में समय समय पर याचियों को देते भी हैं । उम्मीद है हिसाब हिसाब करने वाले देंगे भी सबको हिसाब सिंगल बेंच से लेकर अब तक का ।।बीटीसी संघर्ष के समय वाले केस का तो खैर आजतक मिला नहीं हिसाब किसी को ।।💐
नोट :- हमारी टीम आरोप प्रत्यारोप नहीं खेलती न खेलेगी बेहतर है अन्य टीमें भी बेवजह ट्रोलिंग को छोड़ केस पर ध्यान बनाये रखें । विजय श्री के बाद निजी धन्यवाद और मिठाई भेज देंगे क्रेडिट सारा का सारा वही ले लें पर अब नौकरी बिना फ्रस्ट्रेट खोपड़ी को और फ्रस्ट्रेट न करें ।।🌋🙏