मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश: लघु उद्योगों में 90 लाख रोजगार देने की तैयारी

एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल का कहना है कि आने वाले दिनों में इस सेक्टर में लाखों लोगों को रोजगार देने की तैयारी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कामगारों को उनके कौशल के हिसाब से प्रशिक्षित कराया जाएगा। नए उद्योग लगाने के लिए हर तरह की सहूलियतें दी जाएंगी।

लघु उद्योगों में 90 लाख रोजगार देने की तैयारी 1
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जल्द कैबिनेट में आएगा मसौदा: इस क्षेत्र के उद्योगों के लगाने व संचालन की राह आसान करने की तैयारी है।
यूपी लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए रोजगार का सबसे बड़ा जरिया सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएमएमई सेक्टर) बनने जा रहा है। एक ओर यहां के उद्यमियों को बड़ी राहत देने की तैयारी की जा रही है तो दूसरी ओर कामगारों को प्रशिक्षण दिलाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना नई यूनिट खोलने की तो है ही, साथ ही मौजूदा 90 लाख इस सेक्टर की यूनिटों में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने की है। इसमें ओडीओपी योजना भी शामिल है। इस तरह इनके जरिए ही 90 लाख रोजगार के अवसर बन सकते हैं।

लघु उद्योगों में 90 लाख रोजगार देने की तैयारी

सामान्य सरल औपचारिकता पूरी करने पर ही उद्योग लगाए जा सकेंगे। बाकी औपचारिकताएं उन्हें इसके 900 से 1000 दिन के अंदर पूरी करनी होंगी। एमएसएमई विभाग ने इस संबंध में सूक्ष्म व लघु मध्यम,उद्योग विकास अधिनियम 2020 का मसौदा तैयार किया है। इसे जल्द कैबिनेट से मंजूर कराया जाएगा। इसी तरह की व्यवस्था राजस्थान में लागू है और वहां इसे इस सेक्टर में भारी तादाद में उद्योग लगने का रास्ता साफ हुआ है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है