इन दिनों प्रेरणा पोर्टल पर कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं की प्रमाणिक संख्या अपलोड कराई जा रही है। इसमें कई शिक्षक उदासीनता बरत रहे हैं, इससे इस कार्य को गति नहीं मिल पा रही है। हालांकि, इस कार्य को शिक्षकों से कराए जाने का विरोध भी हो रहा है। कुछ संगठनों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है
और अपलोडिंग का कार्य कंप्यूटर ऑपरेटर से कराने की मांग भी की है। उधर, विभागीय अफसरों पर इस कार्य को कराने का प्रेशर बना हुआ है। जिस कारण अफसर इसे समयबद्ध तरीके से पूरा कराने पर जोर दे रहे हैं। विकासखंड बार के खंड शिक्षा अधिकारी योगेंद्र नाथ ने इस कार्य की समीक्षा करते हुए अपने विकासखंड के 55 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक के वेतन रोकने की संस्तुति बीएसए से की है। इस सूचना के बाद शिक्षकों में खलबली मची हुई है।
अन्य ब्लॉक के शिक्षकों को भी वेतन रोकने जैसी कार्रवाई होने का भय सताने लगा है। कुछ शिक्षक जो अभी तक इसे गंभीरता से नहीं ले रहे थे, उन्होंने इसे प्राथमिकता से करना शुरू कर दिया है।
उधर, इस कार्रवाई को लेकर शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
प्रेरणा पोर्टल पर सूचनाएं अपलोड कराई जा रही हैं। इसमें खंड शिक्षा अधिकारियों ने वेतन रोकने के लिए कहा गया है। जो कार्य नहीं करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। रामप्रवेश, बीएसए
और अपलोडिंग का कार्य कंप्यूटर ऑपरेटर से कराने की मांग भी की है। उधर, विभागीय अफसरों पर इस कार्य को कराने का प्रेशर बना हुआ है। जिस कारण अफसर इसे समयबद्ध तरीके से पूरा कराने पर जोर दे रहे हैं। विकासखंड बार के खंड शिक्षा अधिकारी योगेंद्र नाथ ने इस कार्य की समीक्षा करते हुए अपने विकासखंड के 55 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक के वेतन रोकने की संस्तुति बीएसए से की है। इस सूचना के बाद शिक्षकों में खलबली मची हुई है।
अन्य ब्लॉक के शिक्षकों को भी वेतन रोकने जैसी कार्रवाई होने का भय सताने लगा है। कुछ शिक्षक जो अभी तक इसे गंभीरता से नहीं ले रहे थे, उन्होंने इसे प्राथमिकता से करना शुरू कर दिया है।
उधर, इस कार्रवाई को लेकर शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
प्रेरणा पोर्टल पर सूचनाएं अपलोड कराई जा रही हैं। इसमें खंड शिक्षा अधिकारियों ने वेतन रोकने के लिए कहा गया है। जो कार्य नहीं करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। रामप्रवेश, बीएसए