राज्य परियोजना कार्यालय ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ मंडल के जिलों में परिषदीय प्राथमिक व सहायताप्राप्त विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं के पंजीकरण का आधार कार्ड से मिलान कराया था। इसमें सामने आया कि विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए बड़ा खेल किया गया है। एक ही आधार नंबर से कई विद्यालयों में विद्यार्थी पंजीकृत हैं। केवल लखनऊ मंडल में ही डुप्लीकेट विद्यार्थियों की संख्या 40636 है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद का कहना है कि इनमें करीब 20 हजार छात्र-छात्रएं ऐसे हैं, जिनके आधार संख्या से दूसरे इतने ही छात्र-छात्रओं का पंजीकरण किया गया है। अब ऐसे विद्यार्थियों को प्रेरणा पोर्टल से डिलीट करके सही डाटाबेस तैयार किया जाना है।
निदेशक राज्य परियोजना ने सभी जिलों को एक्सेल शीट पर डुप्लीकेट सूची उपलब्ध कराई है। निर्देश है कि खंड शिक्षाधिकारी, प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक समन्वय बनाकर कार्य पूरा करें।