परिषदीय विद्यालयों में कक्षाएं कोरोना की वजह से संचालित नहीं की जा रही हैं। वर्तमान में शिक्षकों से विभिन्न योजना से संबंधित विभागीय सूचनाएं संकलित कराई जा रही हैं। इसमें प्रेरणा पोर्टल पर बच्चों की प्रमाणिक संख्या व मिड-डे मील कन्वर्जन कास्ट के ब्योरे की अपलोडिंग शामिल है। दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों में अपलोडिंग का काम पिछड़ रहा है। इससे विभागीय अफसरों के लिए अपलोडिंग का काम पूर्ण कराना चुनौती बन गया है।
सूत्र बताते हैं कि दूरस्थ विद्यालयों में कार्यरत अनेक शिक्षक अनियमित बने हुए हैं। कुछ शिक्षकों ने आपसी जुगलबंदी कर ली है और तैनात शिक्षकों में से रोजाना एक शिक्षक स्कूल से गायब होता है। इस तरह विद्यालय का संचालन होता रहता है और स्कूल से शिक्षकों के गायब होने की जानकारी किसी को नहीं लग पाती है। यह खेल विकासखंड मड़ावरा, बिरधा व तालबेहट में चल रहा है। इन ब्लॉकों में बाहरी जिलों से शिक्षक, शिक्षिकाएं अप-डाउन करते हैं। कोई भोपाल, टीकमगढ़, सागर से आ-जा रहा है तो कोई झांसी से दैनिक यात्रा कर रहा है। विभागीय अफसर इससे बेखबर बने हुए हैं, जिससे शिक्षकों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।