यूपी बोर्ड : परीक्षा के बिना परिणाम में 100 वर्ष का इतिहास रचा - हाईस्कूल में 99.5, इंटर में 97.8% उत्तीर्ण -

लखनऊ : यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के रिजल्ट में अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में लिखित परीक्षा न होना 55.36 लाख छात्र-छात्रओं के लिए वरदान साबित हुआ। बोर्ड के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार हाईस्कूल में 99.53 व इंटर में 97.88 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। शनिवार को जारी परिणाम में विशेष फामरूले के तहत उम्दा अंकों से सफल होने वालों की भरमार है, हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस वर्ष मेरिट जारी नहीं की गई है। दोनों परिणाम शनिवार दोपहर 3:35 बजे वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए।


माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं रद कर दी थी। दोनों परीक्षाओं का परिणाम तैयार करने के लिए फामरूला तय किया गया था। शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि हाईस्कूल परीक्षा के लिए कुल 29 लाख 96 लाख 31 विद्यार्थी पंजीकृत थे, जिसमें से 29 लाख 82 हजार 55 उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें 16 लाख 68 लाख 868 छात्र व 13 लाख 13 हजार 187 छात्रएं हैं। इसी तरह इंटर के लिए 26 लाख 10 हजार 247 विद्यार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 25 लाख 54 हजार 813 उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें 14 लाख 37 हजार 33 छात्र व 11 लाख 17 हजार 780 छात्रएं हैं। हाईस्कूल में 0.47 और इंटरमीडिएट में 2.12 फीसद विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं। संबंधित सामग्री 8

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इन्हें मिली सामान्य प्रोन्नति

बोर्ड ने न्यूनतम उत्तीर्णाक न पाने वाले उन विद्यार्थियों को सामान्य प्रोन्नति दे दी है, जो आंतरिक मूल्यांकन में उत्तीर्ण हैं। जिन छात्र-छात्रओं के 9वीं व 11वीं के वार्षिक परीक्षा या फिर 10वीं व 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं थे, उन्हें भी बिना अंकों के प्रोन्नत किया गया है। हाईस्कूल में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या 82 हजार 238 है, इंटर में 62 हजार 506 को सामान्य प्रोन्नति दी गई है।

ये हुए फेल

हाईस्कूल में एक फीसद से कम यानी .47 और इंटरमीडिएट में 2.12 फीसद छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जो अनुत्तीर्ण हुए हैं। निदेशक का कहना है कि ये वे विद्यार्थी हैं जो तय फार्मूले की परीक्षाओं में अनुपस्थित थे या विदहेल्ड हैं यानी जिन विद्यार्थी के अभिलेख पूरे नहीं है या उनके अंकपत्र आदि त्रुटिपूर्ण हैं, वे सब फेल हो गए हैं।