यूपीपीएससी ने बड़ा निर्णय: अपर निजी सचिव (एपीएस) 2013 की भर्ती निरस्त कर दिया निरस्त

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने बड़ा निर्णय लेते हुए अपर निजी सचिव (एपीएस) 2013 की भर्ती को निरस्त कर दिया है। भर्ती में नियम विरुद्ध टाइप टेस्ट व शार्टहैंड में आठ-आठ प्रतिशत की छूट देने व धांधली करने का आरोप है। यह मामला हाई कोर्ट में लंबित है। इस भर्ती में कंप्यूटर टाइप टेस्ट होना अभी बाकी था, इसके पहले ही आयोग ने भर्ती निरस्त कर दी। जिन अभ्यर्थियों ने एपीएस 2013 भर्ती में पहले आवेदन किया था, उन्हें नई भर्ती में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 2013 में एपीएस की 176 पदों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया था। विज्ञापन में टाइप टेस्ट व शार्टहैंड में छूट देने की बात कही गई थी। इसके अंतर्गत सामान्य अध्ययन व सामान्य हिंदी की परीक्षा 2015 में प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित की गई। इसके बाद हिंदी शार्टहैंड टेस्ट व हिंदी टाइप टेस्ट वर्ष 2016 में लिया गया। पांच सितंबर 2018 को परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। इसमें 1044 अभ्यर्थियों को अंतिम चरण की कंप्यूटर ज्ञान परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया।

इधर, कंप्यूटर टाइप टेस्ट से पहले अभ्यर्थी अजीत कुमार सिंह ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। आरोप लगाया कि आयोग ने हिंदी शार्टहैंड में फेल अभ्यर्थियों को त्रुटियों में तीन प्रतिशत अतिरिक्त छूट देकर सफल किया है, जो सेवा नियमावली का उल्लंघन है। इसके बाद हाई कोर्ट ने भर्ती का अंतिम परिणाम घोषित करने पर रोक लगा दी। इस पर आयोग ने कंप्यूटर ज्ञान परीक्षा स्थगित कर दी।

कोर्ट के आदेश के बाद शासन ने आयोग को 10 जून 2019 को पत्र लिखकर कहा था कि अपर निजी सचिव की सेवा नियमावली में हिंदी शार्टहैंड में त्रुटियों में अतिरिक्त छूट देने का प्रविधान नहीं है। ऐसी स्थिति में आयोग द्वारा दी गई छूट सेवा नियमावली का उल्लंघन है। इस भर्ती में सेवा नियमावली का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। शासन के पत्र के बाद आयोग ने भर्ती प्रक्रिया रोक दी थी। अब उसे निरस्त करने का निर्णय लिया है।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि शासन ने 2001 में एपीएस भर्ती के लिए नई नियमावली बनाई थी। उसमें शार्टहैंड व टाइप टेस्ट में छूट देने का प्रविधान खत्म कर दिया था। इसके बावजूद एपीएस-2013 की भर्ती में छूट दी गई। भर्ती में गड़बड़ी होने की अभ्यर्थियों ने शिकायत भी की थी। इसी कारण आयोग ने उक्त भर्ती को निरस्त करने का निर्णय लिया है। नई भर्ती का विज्ञापन जल्द जारी किया जाएगा।

लगाए थे फर्जी प्रमाण पत्र : प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय एपीएस-2013 की भर्ती की जांच करने के लिए सीबीआइ को पत्र लिख चुके हैं। आरोप है कि काफी अभ्यर्थियों के अंक पत्र व प्रमाण पत्र फर्जी हैं। इसके बावजूद उन्हें टाइप टेस्ट व शार्टहैंड टेस्ट में पास कर दिया गया।

आयुसीमा में मिलेगी छूट : लोकसेवा आयोग एपीएस की नई भर्ती जल्द निकालेगा। इसमें एपीएस-2013 में आवेदन करने वाले समस्त अभ्यर्थियों को शामिल होने का मौका दिया जाएगा। अगर उनकी आयु सीमा अधिक हो गई होगी तब भी उन्हें भर्ती में शामिल किया जाएगा।