91 मृत शिक्षक, दो परिषदीय शिक्षक ले रहे थे दिव्यांग पेंशन योजना का लाभ, रिकवरी के आदेश

संतकबीरनगर। शासन की हर कोशिश के बावजूद सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता नहीं आ पा रही है। लचर व्यवस्था की वजह अपात्र योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। दिव्यांग पेंशन योजन के सत्यापन में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी पाए दो लोग पेंशन का लाभ लेते पाए गए जबकि दो युवतियों की शादी हो चुकी है और उन्हें अभी पेंशन योजना का लाभ मिल रहा था। इसके अलावा 91 लोग मृत पाए गए हैं। वैसे अभी सिर्फ 62 फीसदी पेंशन पाने वाले लाभार्थियों का ही सत्यापन कार्य पूरा हुआ है।


शासन की ओर से दिव्यांगजनों के लिए पेंशन योजना संचालित है। योजना का लाभ पाने के लिए 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होता है। इसके अलावा लाभार्थी को जनपद का निवासी होना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में वार्षिक आय 46080 रुपये और शहरी क्षेत्र में 56460 रुपये वार्षिक से अधिक आय नहीं होनी चाहिए। इस योजना के तहत जिले में 7158 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रत्येक लाभार्थी को 500 रुपये महीने की दर से चार महीने पर 2000 रुपये पेंशन की धनराशि उनके खातें में भेजी जाती है। शासन की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में पेंशन योजना के पात्रता की जांच कराई जा रही है। उसी कड़ी में जिले में भी सत्यापन हो रहा है। सत्यापन में उजागर हुआ कि हँसर बाजार क्षेत्र के ददरवार निवासी राजाराम पुत्र किशोर और नगर पालिका खलीलाबाद क्षेत्र के निवासी सतीश पुत्र रामशंकर यादव परिषदीय स्कूल में शिक्षक हैं और इन्हें दिव्यांग पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा था। जबकि दो युवतियां जिनकी शादी हो चुकी है, उन्हें भी पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा था। इसके अलावा 91 लोग मृत पाए गए हैं। जिला दिव्यांगजन अधिकारी प्रियंका यादव ने बताया कि अभी सत्यापन कार्य चल रहा है। 62 प्रतिशत ही पेंशन पाने वालों का सत्यापन हो पाया है। सत्यापन में पाया गया कि 69 हजार शिक्षक की हुई भर्ती में लाभार्थी राजाराम और सतीश को परिषदीय शिक्षक की नौकरी मिल चुकी है। पात्र पाए गए इन लाभार्थियों के खाते में 2000-2000 रुपये की पेंशन की रकम भेजी गई थी, जिसकी रिकवरी करा ली गई है। मृतकों के नाम आने वाली पेंशन बंद कराई जाएगी। इसके लिए पत्राचार किया गया है।

दिव्यांगजन पेंशन योजना में जो भी अपात्र पाए जाएं, उनसे जारी पेंशन की रकम की रिकवरी कराए जाने कर निर्देश जिला दिव्यांगजन अधिकारी को दिया है। जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनकी पेंशन बंद कराई जाएगी। सत्यापन कार्य जल्द ही पूर्ण कराए जाने के लिए संबंधितों को निर्देश दिया गया है। पात्रों को ही योजनाओं का लाभ मिले, ऐसी कोशिश जारी है।