शिक्षा निदेशक संजय सिन्हा पांच माह बाद हुए बहाल, जानिए क्या लगे है आरोप

लखनऊ : शिक्षा निदेशक संजय सिन्हा पांच माह बाद बहाल हो गए हैं। उनके निलंबन आदेश पर हाईकोर्ट ने 19 जुलाई को रोक लगा दी थी। शासन ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन करते हुए आदेश जारी कर दिया है। शिक्षा निदेशक पर अनुशासनिक कार्यवाही अभी जारी रहेगी। उनकी तैनाती का आदेश अलग से जारी किया जाएगा। ज्ञात हो कि सिन्हा 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।


शिक्षा निदेशक सिन्हा को बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रहते परिषदीय अध्यापकों का मध्य सत्र में मनमाने तरीके से तबादला करने, बर्खास्त व लंबे समय तक स्कूल न आने वाले शिक्षकों को नियमावली से इतर सेवा में बहाल करने और पांच वर्ष बीतने के बाद भी मृत शिक्षकों के आश्रितों को सीधे नियुक्ति देने जैसे कई मामलों में आरोपित किया गया था। शिकायतें मिलने पर शासन ने पांच दिसंबर, 2019 को तत्कालीन महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद को जांच करने का आदेश दिया। महानिदेशक ने बीती 29 जनवरी को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी थी।

उन्होंने प्रथम दृष्टया अधिकांश शिकायतें सही पाईं। इसी आधार पर शासन ने पांच मार्च को शिक्षा निदेशक सिन्हा को निलंबित करके अनुशासनिक कार्यवाही शुरू की। सिन्हा ने निलंबन कार्यवाही को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। कोर्ट ने 19 जुलाई को निलंबन आदेश पर स्थगनादेश जारी करके बहाल करने का आदेश दिया। बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने गुरुवार को कोर्ट के आदेश का अनुपालन करते हुए शिक्षा निदेशक सिन्हा को बहाल करने का आदेश जारी कर दिया है।