शिक्षा के लिए मोहल्ला क्लास की उपयोगिता सफल साबित हो रही, बच्चे पढ़ने के लिए लालायित दिखे

दो वर्ष से अधिक समय से बन्द चल रहे प्राथमिक स्तर विद्यालय के बच्चों को शिक्षा के लिए मोहल्ला क्लास की उपयोगिता सफल साबित हो रही है। परिषदीय विद्यालय खोलने के आदेश के साथ-साथ शिक्षक शिक्षिकाओं को गांव-गांव में घूमकर बच्चों को एकत्र करके मोहल्ला क्लास चलाने के निर्देश दिए गए। जिस पर शिक्षकों की पहल रंग ला रही है।


गांव गांव में मोहल्ला क्लास में सभी बच्चे पढ़ने के लिए लालायित दिखाई दे रहे हैं। वहीं उनके अभिभावकों की माना जाए तो दो वर्षों से बन्द चल रहे विद्यालय से अभिभावक भी परेशान नजर आ रहे हैं।अभिभावकों का कहना है कि बच्चों ने जो पढ़ा था वह भी भूल गए और उन्हें कक्षाउन्नति करके प्रमोट कर दिया गया। मगर उनकी शिक्षा दो साल पीछे पहुंच 8 गई। जिसकी भरपाई के लिए शिक्षा विभाग द्वारा चलाया गया मोहल्ला क्लास पूरा करने में सफल साबित हो रहा है। इसका नमूना प्राथमिक विद्यालय टेंगनहा व प्राथमिक विद्यालय हनुमानगंज में देखने को मिला। प्राथमिक विद्यालय टेंगनहा की शिक्षिका पूजा सिंह बताती हैं कि उनके विद्यालय में नामांकित छात्र संख्या 205 है और जब मोहल्ला क्लास चलाने के लिए वह गांव की तरफ जाती है तो गांव के करीब 40 से 50 बच्चे एक साथ पढ़ने के लिए. बैठ जाते हैं तो उसी मोहल्ले में क्लास लगा दिया जाता है और इसकी सफलता भी मिल रही है।