विद्यालय में शिक्षकों के होते फर्जी हस्ताक्षर, फर्जीवाड़े की जाच के दो सदस्यीय कमेटी गठित

फर्रुखाबाद। संविलियन विद्यालय बाबरपुर में शिक्षकों के फर्जी हस्ताक्षर हो रहे हैं। प्रधानाध्यापिका और बीएसए कार्यालय में संबद्ध शिक्षक के मिलीभगत से विद्यालय में फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है। इसकी शिकायत पर एडीबेसिक के आदेश पर बीएसए ने जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दो 1

संविलियन विद्यालय को अनुदेशक मीनाक्षी सिंह ने एडीबेसिक को भेजी शिकायत में कहा कि 8 जुलाई 2021 से अब तक प्रधानाध्यापिका संतोष कठेरिया ने उसको उपस्थित रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं करने दिए हैं।
रजिस्टर न देने का मुख्य कारण यह है एक शिक्षिका के एक अक्तूबर 2020 से 20 अक्तूबर 2020 तक के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। अध्यापिका भारती रानी सक्सेना वर्ष 2013 से अब तक कई बार चिकित्सीय अवकाश पर रहीं। लेकिन प्रधानाध्यापिका की 27 88 साठगांठ से चिकित्सीय अवकाश पावना व सर्विस बुक में अंकित नहीं किए गए। प्रधानाध्यापिका का कहना है कि वह सबको खर्चा पहुंचाती रहती हैं।


विद्यालय में जो भी फर्जीवाड़ा हो रहा है। वह विद्यालय के बीएसए कार्यालय में संबद्ध शिक्षक गंगेश शुक्ला की मिलीभगत से कया जा रहा है। अनुदेशक ने जांच कराने की मांग की। एडीबेसिक कानपुर राजेश कुमार शाही के आदेश पर बीएसए लालजी यादव ने खंड शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार श्रीवास्तव और सतीश वर्मा की संयुक्त जांच कमेटी गठित कर दी है। बताया जा रहा है कि गंगेश शुक्ला लंबे समय से बीएसए कार्यालय में संबद्ध चल रहे हैं। यह हस्ताक्षर कहां करते हैं, किसी का पता नहीं।

यह मामला कई बार उठ चुका हैं। बीएसए लालजी यादव ने बताया कि जांच कमेटी बना दी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।