पीजीटी की जारी उत्तरमाला के कई सवालों के जवाबों से अभ्यर्थी असहमत, प्रश्नपत्र में अशुद्धियों का दावा

प्रयागराज : प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) के दस विषयों की परीक्षा 17 अगस्त को कराने के बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने उत्तरमाला वेबसाइट पर जारी कर दी। बुकलेट से उत्तरमाला के मिलान के बाद बोर्ड के सही जवाब को गलत साबित करने के लिए साक्ष्य जुटा रहे हैं। इतिहास में एक सवाल पर कोई जवाब सही न होने का दावा किया है। उत्तरमाला में जवाब के खिलाफ साक्ष्य के साथ 21 अगस्त तक आनलाइन आपत्ति दर्ज कराएंगे।

इतिहास विषय के अभ्यर्थी मृत्युंजय सिंह ने दावा किया है कि प्रश्नपत्र में एक सवाल था- ‘बलबन ने मृत्यु से पहले किसको उत्तराधिकारी घोषित किया था’? इसके जो विकल्प दिए गए थे, उसमें कोई भी सही नहीं था। उनके अनुसार सही उत्तर है- ‘कै खुसरो’। इसी तरह एक और सवाल था- ‘मुगल काल में इजरा क्या था’? बोर्ड ने सही उत्तर बताया है- ‘राजस्व कृषि की एक व्यवस्था’। इसमें उनके अनुसार सही जवाब- ‘कर संग्रहण की एक व्यवस्था’ है। एक अन्य सवाल है- ‘1857 के विद्रोह में किसने लखनऊ में विद्रोह का नेतृत्व किया था’? चयन बोर्ड का उत्तर है- ‘विरजिस कादिर’, जबकि उन्होंने दावा किया कि सही जवाब ‘बेगम हजरत महल’ है। इसी तरह मनोविज्ञान, समाजशास्त्र विषय के कई अभ्यर्थियों को उत्तरमाला में दिए उत्तर पर आपत्ति है, वह आनलाइन शिकायत दर्ज कराएंगे।