ग्रामीण क्षेत्रों और अर्धनगरीय स्कूलों में कृषि विज्ञान विषय को पढ़ाने पर बल

लखनऊ। माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में शैक्षिक सत्र 2022-23 से व्यापक बदलाव के तहत ग्रामीण क्षेत्रों और अर्धनगरीय स्कूलों में कृषि विज्ञान विषय को पढ़ाने पर बल दिया जाएगा। ताकि बच्चे स्कूली शिक्षा से ही कृषि के बारे में अत्याधुनिका 8-2021 जानकारी प्राप्त कर सकें।


माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शैक्षिक सत्र 2021-22 से विज्ञान व गणित में नवाचार के विधिवत अध्ययन को लागू किया जाएगा। वहीं, 2022-23 सभी विषयों में लागू किया जाएगा।

साहित्यिक संस्कृत भी पढ़ाई जाएगी : माध्यमिक विद्यालयों में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए सामान्य संस्कृत के साथ साहित्यिक संस्कृत भी पढ़ाई जाएगी। ताकि बच्चों का स्कूली शिक्षा से ही संस्कृत में दक्ष बनाया जा सके।

हर स्कूल हो जाएगा अंग्रेजी माध्यम माध्यमिक शिक्षा विभाग के राजकीय विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 तक में अंग्रेजी माध्यम का एक-एक सेक्शन चरणबद्ध तरीके से स्थापित किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को भी अंग्रेजी माध्यम का पाठ्यक्रम पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

दूसरे प्रदेशों की भारतीय भाषाएं भी पढ़ाई जाएंगी

माध्यमिक विद्यालयों में 2022-23 से दूसरे प्रदेशों की भारतीय भाषाएं भी पढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। विद्यार्थी अपनी पसंद से उस भाषा का अध्ययन कर सकेंगे। प्रदेश में मंडल मुख्यालय के एक राजकीय विद्यालय में प्राचीन शास्त्रीय भाषाओं संबंधित साहित्य और ऑनलाइन मॉड्यूल विकसित किया जाएगा।