गोरखपुर: दस फीसद बच्चे मिड-डे-मील के परिवर्तन लागत की धनराशि का कर रहे इंतजार

गोरखपुर: जनपद में अभी भी दस फीसद बच्चे मिड-डे-मील के परिवर्तन लागत की धनराशि का इंतजार कर रहे हैं। माध्यमिक विद्यालयों के फी¨डग को लेकर शिथिलता बरतने के कारण इनके खाते में धनराशि नहीं पहुंची है। बेसिक शिक्षा विभाग डीआइओएस को जल्द से जल्द फी¨डग पूर्ण कराने के लिए पत्र भी लिख चुका है। फिर भी स्थिति जस की तस है।


योजनांतर्गत कोरोनाकाल में स्कूल बंद होने के दौरान शासन ने तीन चरणों में जिले के 369227 बच्चों को खाद्यान्न वितरण के साथ ही परिवर्तन लागत की धनराशि खाते में भेजने का निर्देश दिया।

पहले चरण में 76 दिन का खाद्यान्न व परिवर्तन लागत की धनराशि 317587 बच्चों को तथा दूसरे चरण में 49 दिन का 313979 बच्चों के खाते में भेजी जा चुकी है। जबकि तीसरे चरण में प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को 124 दिन तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को 138 दिन का खाद्यान्न व परिवर्तन लागत की धनराशि 318575 में से 90 फीसद बच्चों के खाते में भेजी जा चुकी है। शेष दस फीसद में भेजी जानी है।

अभिभावक बोले, सरकार रख रही नौनिहालों का ख्याल

पिपराइच विकास खंड के दीनदयाल सिंह कहते हैं कि मिड-डे-मील को लेकर सरकार ने जो पारदर्शी व्यवस्था बनाई है उसका सीधा लाभ हमारे बच्चों को मिल रहा है। खाद्यान्न के साथ-साथ अब परिवर्तन लागत की धनराशि भी सीधे खाते में आ रही है। यदि यह बिचौलियों के जरिए आता तो शायद हमें लाभ नहीं मिल पाता। अभिभावक योगेंद्र भारती के अनुसार पहले ठीक ढंग से योजना का लाभ नहीं मिल पाता था। अब सीधे खाते में आने से नियमित इसका लाभ मिल रहा है। सरकार ही यह व्यवस्था काबिलेतारीफ है। वीरेंद्र पाल बताते हैं कि अभी तक खाते में धनराशि देने जैसी कोई व्यवस्था नहीं है। किसी के जरिए यदि यह धनराशि मिलती तो उसे भी कुछ देना पड़ता, लेकिन इस व्यवस्था से इसका लाभ सीधे लाभार्थी को मिल रहा है।

माध्यमिक विद्यालयों ने अभी तक फी¨डग का कार्य पूर्ण नहीं किया है। जिसके कारण अभी तक दस फीसद छात्रों के खाते में परिवर्तन लागत की धनराशि नहीं भेजी जा सकी है। इसको लेकर डीआइओएस को पत्र भेजा चुका है।

’तीसरे चरण में भुगतान पाने से वंचित है नौनिहाल
’ बीएसए ने डीआइओएस को जल्द फी¨डग कराने के लिए लिखा पत्र