प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने वाले प्रतियोगी छात्रों ने विधानसभा सहित भाजपा कार्यालय का किया घेराव

उत्तर प्रदेश के छात्र प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग लगातार कर रहे हैं। छात्र सरकार से शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 51 हज़ार से अधिक पद रिक्त हैं और जल्द ही भर्ती दी जाएगी एवं शिक्षा मित्रों को एक और मौका दिया जाएगा। सरकार विज्ञापन जारी नहीं करना चाहती, इसलिए छात्रों के द्वारा 22 जून से लगातार शिक्षा निदेशालय लखनऊ पर आंदोलन किया जा रहा है। छात्रों की सुनवाई न होने की वजह से छात्र सड़कों पर उतर आए और विधानसभा के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी कार्यालय का घिराव कर लिया। 
बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले 2 वर्षों से कोई नई भर्ती नहीं हुई है। जो 68500 और 69000 शिक्षकों की भर्ती हुई है, वह सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने की वजह से हुई है। आरटीआई से प्राप्त डाटा के अनुसार, प्राथमिक विद्यालयों में अब भी डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अंतिम वर्ष में हम भर्ती करेंगे, पर अभी अधियाचन तक नही भेजा गया,यह अत्यंत दुखद है। 

अब तो टेट को भी आजीवन कर दिया गया। अब प्रदेश के अंदर लगभग 25 लाख प्रशिक्षु डीएलएड, बीटीसी, शिक्षामित्र, बीएड बेरोज़गार है, जिन्हें प्रशिक्षण पूर्ण होते हुए भी रोज़गार की तलाश है। युवा बेरोजगार मंच के संस्थापक राकेश पाण्डेय उर्फ बंटी पाण्डेय ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द 97 हजार पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी करे, नहीं तो प्रदेश के हर जिले में धरना का आयोजन किया जाएगा। अगर सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती है तो बहुत बड़े स्तर पर आंदोलन होगा। इसलिए सरकार जल्द से जल्द 1 लाख पदों पर विज्ञापन जारी करे, वरना इसका असर सड़कों पर दिखाई देगा। सरकार को छात्रों के मुद्दे को संज्ञान में लेकर जल्द से जल्द विज्ञापन जारी करे। आज लखनऊ धरने में राकेश पाण्डेय, आकाश द्विवेदी, शिवम श्रीवास्तव, अर्पित मिश्रा,अनन्त बालियान, नीरज यादव, अभिषेक तिवारी, अंकित पटेल, अनंत प्रताप सिंह, दीक्षा आदि के साथ हज़ारों की संख्या में लोग उपस्थित थे।