एसटीएफ अफसरों के मुताबिक, बीएड प्रवेश परीक्षा केदौरान पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान मिली एक जानकारी पर वह चौंक गए। आरोपी बालेंद्र ने अपने साथी का नाम धर्मेंद्र सिंह पटेल बताया तो अफसरों का माथा ठनक गया। जानकारी की गई तो पता चला कि वह सीटेट के दौरान छह महीने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
बीएड प्रवेश परीक्षा के दौरान पकड़े गए सॉल्वर गिरोह ने जनवरी में आयोजित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा(सीटेट)में भी सेंधमारी की थी। तब भी एसटीएफ ने भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत सात सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। खास बात यह है कि उस परीक्षा में भी दीक्षा सॉल्वर के रूप में बैठी थी और एसटीएफ को चकमा देकर निकल भागी थी।