TGT पेपर साल्वर गैंग का सरगना समेत तीन हुए गिरफ्तार

वाराणसी : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी बायोलाजी की परीक्षा में शनिवार को कालभैरव क्षेत्र स्थित केंद्र से एक फर्जी परीक्षार्थी सहित तीन लोगों को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। इस दौरान मास्टरमाइंड बृजेश पाल मौके से फरार हो गया। पूछताछ के बाद एसटीएफ ने गिरफ्तार आरोपितों को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया।


यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई को प्रयागराज से इनपुट मिला था कि कालभैरव गली स्थित श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज में टीजीटी बायोलाजी की परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी शामिल है। इस पर एसटीएफ ने छापा मारा तो परीक्षा दे रहा फर्जी परीक्षार्थी र¨वद्र कुमार चौरसिया पकड़ में आया। उसकी निशानदेही पर साल्वर गैंग का सरगना अशोक कुमार पाल व मूल अभ्यर्थी सुनील कुमार पाल भी पकड़े गए। इस बीच मास्टरमाइंड बृजेश पाल फरार होने में कामयाब रहा। साल्वर गैंग का सरगना व मूल परीक्षार्थी जौनपुर के रहने वाले हैं, जबकि साल्वर र¨वद्र चौरसिया आजमगढ़ के बवनी कला का रहने वाला है। एसटीएफ की वाराणसी यूनिट के डिप्टी एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा चुकी है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

प्रयागराज में खोल रखा है लाज

साल्वर गैंग के सरगना अशोक पाल ने प्रयागराज में लाज खोल रखा है। वहां से प्रतियोगी छात्रों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देता है। उसके झांसे में जो भी आ जाता, उससे पैसा लेकर उसकी जगह फर्जी परीक्षार्थी को बैठाता था। उसने अब तक कितनी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा किया है, इस बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है।

मेडिकल प्रवेश परीक्षा की करता है तैयारी

परीक्षा केंद्र से पकड़ा गया आजमगढ़ का मूल निवासी साल्वर र¨वद्र चौरसिया कानपुर में रहकर मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करता है। एसटीएफ ने उससे पूछा कि तुम कैसे टीजीटी परीक्षा दे रहे थे। इस पर उसने कहा कि वह मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए इतनी पढ़ाई कर चुका है कि विज्ञान वर्ग के टीजीटी-पीजीटी परीक्षा को वह आसानी से पास कर सकता है।