नई शिक्षा नीति के तहत 2030 तक विश्वविद्यालय में 50 फीसद छात्रों को पहुंचाने का लक्ष्य, महाविद्यालय एक या उससे अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को ले गोद

प्रयागराज : बच्चों की प्राथमिक शिक्षा आंगनबाड़ी केंद्रों से शुरू होती है। आमतौर पर यहां गरीब व निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चे पढ़ते हैं। इनके उत्थान के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। इन बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा व स्वच्छता के लिए समाज के सक्षम लोगों को एकजुट होकर समग्रता के साथ प्रयास करना चाहिए। यह आह्वान रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया। नई शिक्षा नीति के तहत 2030 तक विश्वविद्यालय में 50 फीसद छात्रों को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। यह तभी संभव है जब आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक विद्यालयों में सौ फीसद उपस्थिति हो।

रविवार को राज्यपाल प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के प्रतिभा सभागार में 35 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए प्री स्कूल किट का वितरण कर रही थीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय का प्रबंधन एक या उससे अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लें। उसकी समुचित देखभाल करें। ग्राम प्रधानों को भी चाहिए कि आंगनबाड़ी केंद्र से मिलकर गांव के कुपोषित बच्चों की देखरेख करें। आशा वर्कर सक्रियता बढ़ाते हुए गर्भवती महिलाओं के संपर्क में रहें। उन्हें स्वच्छता और पौष्टिक आहार के बारे में बताएं। इस दौरान राज्यपाल ने पांच गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की। 12 बच्चों को फल की टोकरी दी। 35 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट भी दी। सभी से आह्वान किया कि क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को भी गोद लें। धन्यवाद ज्ञापन सीडीओ शिपू गिरि ने किया। डीएम संजय कुमार खत्री भी मौजूद रहे।

डिग्री के लंबित मामले निपटाएं
राज्यपाल ने रविवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के यमुना परिसर में त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र का भी लोकार्पण किया। इससे पहले उन्होंने यहां कल्पतरु का पौधा भी लगाया और फिर कुलपति प्रो. सीमा सिंह व अन्य वरिष्ठ शिक्षकों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देशित किया कि डिग्री के लंबित मामलों को तेजी से निपटाएं। अभ्यर्थियों तक उन्हें न्यूनतम समय में पहुंचाया जाए। राज्यपाल ने स्पष्ट कहा कि डिग्री वितरण मेला आयोजित करें, जिससे समय पर विद्यार्थियों की डिग्री मिल सके। अन्य लंबित प्रकरण का जल्द निस्तारण करें। समय पर परिणाम जारी करें। पीएचडी के दाखिले की प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने के लिए निर्देशित दिए।

अकादमिक गतिविधि के लिए प्रयोग होगा सामुदायिक केंद्र
कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने बताया त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र 453.20 लाख रुपये से 725.56 वर्ग मीटर में बना है। इसका शिलान्यास दो वर्ष पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने ही किया था। इस तीन मंजिला भवन में कई कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे। आंगनबाड़ी गतिविधियों में भी यह सहायक होगा। परीक्षाएं कराने में भी इसका प्रयोग किया जा सकेगा।


प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भइया की प्रतिमा का अनावरण
 नैनी : कार्यक्रम में राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश सिंह ने कहा कि हम सब गांवों के विकास को लेकर अग्रसर हैं। आंगनबाड़ी के माध्यम से ग्रामीणों की शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय का प्रयास होगा कि समाज का समग्र विकास हो। इससे पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) की प्रतिमा का अनावरण किया। उसके बाद नवनिर्मित डाक घर, बैंक परिसर, सूचना केंद्र, परीक्षा भवन साथ पुलिस चौकी का लोकार्पण किया। प्रशासनिक भवन के निकट पौधे भी लगाए। इसके बाद राज्यपाल ने कुलपति व अन्य प्रमुख शिक्षकों व अधिकारियों के साथ बैठक की।