नई दिल्ली: कोरोना से कई बच्चों के सिर से उनके अभिभावकों का साया छिन गया है। ऐसे सभी अनाथ हो चुके छात्रों की आर्थिक परेशानी को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने तय किया है कि वह इनसे परीक्षा व पंजीकरण शुल्क नहीं लेगा। इस संबंध में सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने मंगलवार को सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को परिपत्र जारी कर कहा कि स्कूल बोर्ड परीक्षा देने वाले ऐसे सभी 10वीं और 12वीं के छात्रों की जांच करे जो कोरोना के दौरान अनाथ हो गए हैं। बोर्ड को लिस्ट आफ कैंडिडेट (एलओसी) उपलब्ध कराते समय उनकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। बोर्ड ने ये भी स्पष्ट किया कि ये छूट केवल सत्र 2021-22 के छात्रों के लिए ही रहेगी।