शीत अवकाश हो सकता है निरस्त, इस बार गर्मी में भी बुलाए जाएंगे शिक्षक

अपर मुख्य सचिव ने लिखा है कि कोरोना महामारी के कारण संस्थान लंबे समय तक बंद रहे, इससे सत्र अनियमित हो गया है। इसे नियमित करने के लिए छात्र हित में सत्र सामान्य होने तक विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में शीत अवकाश निरस्त किया जा सकता है।  Primary Ka Master

जरूरत के हिसाब से 15-15 दिन का ग्रीष्मावकाश देते हुए दो बार में आधे-आधे शिक्षकों को शिक्षण संस्थान बुलाया जा सकता है। 31 मार्च 2023 सत्र नियमित होने तक शिक्षक व शिक्षणोतर कर्मियों को बहुत जरूरी होने पर ही लंबा अवकाश मिलेगा। इसमें मातृत्व अवकाश शामिल नहीं है।