बैठक में ललित पुर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने पर मंजूरी मिली है। बैठक में गुरुवार को दो प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है जिनकी चर्चा कैबिनेट मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
बता दें कि गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज तक होना है। इस परियोजना की लंबाई 594 किमी है। इस योजना से मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को सीधा लाभ होगा।
यह एक्सप्रेस वे छह लेन चौड़ा होगा जिसे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। एक्सप्रेस वे के राइट ऑफ वे की चौड़ाई 130 मीटर प्रस्तावित है। इसके एक ओर 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जाएगी जिससे परियोजना के आसपास के गांव के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
परियोजना से लाभ
एक्सप्रेस वे के निर्माण से प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत और पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी संभव हो सकेगा।परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन और उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।
एक्सप्रेसवे से आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन ईकाइयों, विकास केंद्रों और कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा।
एक्सप्रेसवे के निकट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु भी अवसर सुलभ होंगे।
एक्सप्रेसवे खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भंडारण गृह, मंडी और दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।