हिंदी विषय के सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति अर्हता विवाद में फंसी

प्रयागराज : एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती-2018 में हंिदूी विषय के सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति अर्हता विवाद में फंसी है। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने अभ्यर्थियों का चयन तो कर लिया, लेकिन अर्हता की स्थिति स्पष्ट न होने से नियुक्ति रोके है। शुक्रवार को हंिदूी विषय के कुछ चयनिताों ने आयोग पर प्रदर्शन किया। उन्होंने अर्हता के दायरे में न आने वाले अभ्यर्थियों को बाहर करके मेरिट के अनुसार नियुक्ति देने की मांग की। अधिकारियों ने उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया।

लोकसेवा आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती-2018 के तहत 15 विषयों में 10,768 पदों की भर्ती निकाली थी। हंिदूी विषय में 1433 पदों की भर्ती निकाली गई। अभ्यर्थियों की अर्हता इंटरमीडिएट संस्कृत, स्नातक हंिदूी के साथ बीएड उपाधि तय की गई। इसके तहत योग्य अभ्यर्थियों को 12 अगस्त को नियुक्ति मिल गई। इसी भर्ती में 474 चयनितों का विवाद अर्हता में फंसा है।

आयोग ने अभ्यर्थियों से आवेदन 15 मार्च से 16 अप्रैल, 2018 तक लिया। आवेदन के समय अभ्यर्थियों की तय अर्हता होनी चाहिए थी, लेकिन 130 चयनित ऐसे हैं जिन्होंने यूपी बोर्ड से एकल विषय के तहत इंटरमीडिएट संस्कृत से किया। इसका परिणाम 29 अप्रैल, 2018 को घोषित हुआ था। 344 चयनित अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने बीए संस्कृत व बीएड उपाधि ली है, लेकिन इंटर संस्कृत से नहीं है। वहीं, तय तारीख के बाद आवेदन करने वाले चयनितों का कहना है कि जिन्होंने इंटरमीडिएट में संस्कृत नहीं लिया है, ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर करके मेरिट के अनुसार नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाए।