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69000 नवनियुक्त शिक्षक अवशेष वेतन भुगतान जारी, देखें सूची

भदोही: नव नियुक्त शिक्षक अवशेष वेतन भुगतान







88 अभ्यर्थियों का चयन में से 73 अभ्यर्थियों को स्कूल आवंटन न होने से बेसिक शिक्षा कार्यालय में हाजिरी देनी पड़ रही

बलरामपुर: जिले में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित 73 अभ्यर्थियों को अभी स्कूल आवंटन न होने से बेसिक शिक्षा कार्यालय में हाजिरी देनी पड़ रही है। स्कूल आवंटन न होने से अभ्यर्थियों को मुख्यालय पर ही होटलों में रहना पड़ रहा है। अभ्यर्थियों की मानें तो अस्थाई रूप से कमरा इसलिए नहीं लिया जा रहा है कि जिले के किस कोने में तैनाती मिल जाए।


जिले में शासन के निर्देश पर 69 हजार शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में 88 अभ्यर्थियों का चयन सहायक अध्यापक पद पर हुआ था । इसने 73 अभ्यार्थी उपस्थित होकर अभिलेख जमा करके बेसिक शिक्षा कार्यालय में कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं। 23 जुलाई को नियुक्ति पत्र इन सभी को विभाग से मिल चुका है, लेकिन अभी तिक शासन से इन अभ्यर्थियों को स्कूल आवंटन न होने से प्रतिदिन बेसिक शिक्षा कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है ।

अभ्यर्थियों की मानें तो जल्द स्कूल आवंटन नहीं हुआ तो महंगाई के इस दौर में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अभी शासन से स्कूल निर्धारण का कोई आदेश न आने से अभ्यार्थी काफी मायूस हैं। इस संबंध वरिष्ठ पटल सहायक रक्षाराम का कहना है कि शासन ने स्कूलों की सूची मांगी थी, जिसे पूर्व में ही भेजा जा चुका है।

69000 शिक्षक भर्ती: विधानसभा घेराव के लिए निकल रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने ईको गार्डेन के पास ही रोका

69 हजार शिक्षकों की भर्ती में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग कर विधानसभा घेराव के लिए निकल रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने ईको गार्डेन के पास ही रोक लिया। इस दौरान सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है।


इस प्रदर्शन को भीम आर्मी ने भी समर्थन दिया है। सोमवार को भीम आर्मी के अध्यक्ष प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन करते हुए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग की।

अभ्यर्थी बीते 78 दिनों से भर्ती प्रक्रिया में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर ईको गार्डन में धरना दे रहे हैं।

प्रदर्शन में शामिल आशीष यादव व अमित कुमार ने बताया कि रविवार को आंदोलन को समर्थन देने के लिए भूतपूर्व सैनिक तेज बहादुर सिंह, जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह, मंडल आर्मी के अध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह विद्रोह, ओबीसी एससी महासंघ के अध्यक्ष यशपाल ईको गार्डन पहुंचे।

69000 भर्ती पर 78 दिनों से कर रहे धरना को आज अभ्यर्थी विधानभवन का घेराव करेंगे

लखनऊ। प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 69000 पदों पर भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी सोमवार को विधानभवन का घेराव करेंगे। अभ्यर्थियों ने आंदोलन को भीम आर्मी सहित कई संगठनों का समर्थन हासिल होने का दावा किया है। अभ्यर्थी बीते 78 दिनों से भर्ती प्रक्रिया में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर ईको गार्डन में धरना दे रहे हैं।


प्रदर्शन में शामिल आशीष यादव व अमित कुमार ने बताया कि रविवार को आंदोलन को समर्थन देने के लिए भूतपूर्व सैनिक तेज बहादुर सिंह, जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह, मंडल आर्मी के अध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह विद्रोह, ओबीसी एससी महासंघ के अध्यक्ष यशपाल ईको गार्डन पहुंचे। उन्होंने बताया कि सोमवार को अभ्यर्थी ईको गार्डन में एकत्र होकर विधानभवन की ओर कूच करेंगे।

खुलने वाला है शिक्षक भर्ती का पिटारा, पूरी होगी शिक्षामित्रों की मुराद

सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। यूपी के प्राइमरी स्कूलों में सवा लाख से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती पूरी करने के बाद योगी सरकार अब खाली पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। योगी सरकार की इस घोषणा से नई शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे उन हजारों शिक्षामित्रों को बड़ी राहत मिलेगी जिन्हें पिछली भर्ती में जगह नहीं मिल सकी थी। सुप्रीम कोर्ट ने 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में भले ही शिक्षामित्रों के हक में फैसला नहीं सुनाया था लेकिन, उन्हें एक और मौका दिए जाने का आदेश दिया है। यानी अगली भर्ती में शिक्षामित्रों को पहले की तरह वेटेज दिया जाएगा।

दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग ने 69000 शिक्षक भर्ती की शीर्ष कोर्ट में सुनवाई के दौरान हलफनामा दिया था कि विभाग में 51112 शिक्षकों के पद खाली हैं। शिक्षामित्रों के पक्ष में फैसला आने पर भर्ती पूरी होने के बाद भी नियुक्ति दी जाएगी। हालांकि फैसला शिक्षामित्रों के हक में नहीं आया। 68500 भर्ती में करीब 23 हजार पद खाली हैं। दोनों रिक्त पद जोड़कर योगी सरकार की सबसे अधिक पदों की भर्ती घोषित हो सकती है। 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में खाली शिक्षक पदों का विवरण जुटाने और नए पद सृजन की जरूरतों की तलाश के लिए तीन सदस्यीय समिति को जिम्मेदारी दी है। चेयरमैन, राजस्व परिषद की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में सचिव, बेसिक शिक्षा और सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद बतौर सदस्य शामिल होंगे। सीएम योगी के इस फैसले से नई भर्ती के लिए तैयारी कर रहे लाखों युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूलों में तैनात नए शिक्षकों की प्रतिभा का सही इस्तेमाल करने की जरूरत पर बल देते हुए शिक्षक-छात्र अनुपात को आदर्श रूप में बनाये रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार द्वारा सतत नियोजित कदम उठाए जा रहे हैं। इस क्रम में विद्यालयों में आवश्यकतानुसार शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति के साथ-साथ नवीन पदों का सृजन भी की जानी चाहिए।

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में नियुक्तियों से पहले स्कूल-वार गहन अध्ययन की जरूरत बताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने चेयरमैन राजस्व परिषद मुकुल सिंघल की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित करने के निर्देश दिए। समिति में सचिव बेसिक शिक्षा अनामिका सिंह व सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल को सदस्य बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह समिति यथागीघ्र रिक्त पदों का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे। समिति की अनुशंसा के आधार पर नवीन नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू होगी। 

उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों की 68500 भर्ती में पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिलने वाली है, इसके बाद यह शिक्षक भर्ती पूरी होने का ऐलान हो सकता है। इसी के साथ 69000 पदों की शिक्षक भर्ती तीन चरणों की काउंसिलिंग के बाद लगभग पूरी हो गई है। चयनित अभ्यर्थियों को अभी स्कूल आवंटित होने का इंतजार है। दोनों भर्तियों में करीब एक लाख 15 हजार से अधिक को नियुक्ति मिल चुकी है।

69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में अध्यापक जिनको विद्यालय आवंटन नहीं किया गया. विद्यालय आवंटन के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी, देखें ऑर्डर

 69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रथम चरण एवं द्वितीय चरण की काउन्सिलिंग में अर्ह पाये जाने के उपरान्त नियुक्त अध्यापक जिनको विद्यालय आवंटन नहीं किया गया है के विद्यालय आवंटन के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी, देखें ऑर्डर

69,000 अध्यापक भर्ती की प्रक्रिया मे शिक्षकों को विद्यालय आवंटित करने के निर्देश - बेसिक शिक्षा परिषद सचिव

प्रयागराज : 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती की प्रक्रिया में पहले और दूसरे चरण की काउंसिलिंग में अर्ह पाए गए शिक्षकों को विद्यालय आवंटित करने के निर्देश बेसिक शिक्षा परिषद सचिव ने दिए हैं। सभी बीएसए को लिखे पत्र में सचिव प्रताप सिंह बघेल ने कहा है कि काउंसिलिंग में अर्ह पाए जाने के उपरांत नियुक्त जिन अध्यापकों को विद्यालय आवंटित नहीं किया गया है, उनके मामले में कार्यवाही जल्द पूरी की जाए।

परिषद सचिव के मुताबिक अमेठी, रायबरेली, उन्नाव, लखनऊ, महोबा, मेरठ, मऊ, हाथरस, बरेली, कानपुर नगर, शामली सहित करीब दो दर्जन जिलों के बीएसए ने परिषद को अवगत कराया है कि उनके यहां प्रथम एवं द्वितीय काउंसिलिंग में अर्ह किसी भी अभ्यर्थी का विद्यालय आवंटन शेष नहीं है। अन्य जिलों में इस भर्ती की दोनों काउंसिलिंग में अर्ह पाए गए अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित नहीं किया गया है। ऐसे में दो दर्जन जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में विद्यालय आवंटित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

69000 शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों पर मांगी चौथी काउंसिलिंग, करीब एक हजार पद रिक्त

प्रयागराज : 69000 प्राथमिक सहायक अध्यापक भर्ती के तृतीय चरण (6696) की काउंसिलिंग के बाद रिक्त रह गए पदों के लिए अभ्यर्थियों ने चौथी काउंसिलिंग कराए जाने की मांग की है।


सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेजे मांग पत्र में अभ्यर्थियों ने कहा है कि इस भर्ती में तीसरे चरण की काउंसिलिंग के बाद करीब एक हजार पद रिक्त रह गए हैं और न्यूनतम उत्तीर्णाक प्राप्त लगभग 70 हजार अभ्यर्थी प्रतीक्षा सूची में हैं। ऐसे में मांग की है अगली जिला आवंटन सूची जारी कर बेरोजगारों को राहत दी जाए। अभ्यर्थी अमित, नीरज, रवींद्र सिंह, महिमा, खुशबू मिश्र, राम बदन आदि ने कहा है कि चयन के लिए दशमलव के कुछ अंशों से वंचित उच्च गुणांक वाले सभी अभ्यर्थी अगली सूची जारी होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके लिए समय-समय पर उन्हें आश्वासन भी दिया गया है।

बीटीसी पुनर्परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के मामले में जवाब तलब - 69000 सहायक अध्यापक भर्ती का मामला

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बीटीसी पुनर्परीक्षा (बैक पेपर) में उत्तीर्ण उन अभ्यर्थियों की याचिका पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है, जिनका अभ्यर्थन 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के आवेदन की अंतिम तिथि पर बीटीसी डिग्री न होने के आधार पर निरस्त कर दिया गया है।


यह आदेश न्यायमूर्ति अश्विनी कुमार मिश्र ने पवन कुमार की याचिका पर अधिवक्ता तरुण अग्रवाल व प्रशांत मिश्र को सुनकर दिया है। याचिका के अनुसार याची 69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थी हैं। उन्हें अंततः इसी क्रम में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई। याचियों को पक्ष रखने का मौका दिए बगैर इस आधार पर उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया कि सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 की आवेदन की अंतिम तिथि पर उनके पास बीटीसी डिग्री नहीं थी। इसके अलावा याचियों को पांच मार्च 2021 के शासनादेश का भी लाभ नहीं दिया गया जबकि याचियों के समान अन्य अभ्यर्थियों को उसी शासनादेश के अनुपालन में विभिन्न जनपदों में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। इस कारण याचियों के समानता के अधिकार का हनन हुआ है। कहा गया है कि याचियों के अभ्यर्थन निरस्त करने का निर्णय इस विधि व्यवस्था के भी विरुद्ध है कि सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा मात्र योग्यता निर्धारण परीक्षा है। अहर्ता के लिए सुसंगत तिथि भर्ती प्रक्रिया के आवेदन की अंतिम तिथि होगी, न कि योग्यता परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि के अनुसार अहर्ता का आगणन किया जाएगा।

69000 शिक्षक भर्ती मामला पर हाईकोर्ट में कल होने वाली सुनवाई राजकीय शोक की वजह से टली

69 हजार शिक्षक भर्ती उत्तर माला बहुप्रतीक्षीत मामला हाईकोर्ट में कल होने वाली सुनवाई राजकीय शोक की वजह से टली उत्तर प्रदेश के माननीय पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्यान सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने ज़हा राजकीय शोक घोषित किया है ,

वही इलाहाबाद High court ने भी कल न्यायिक कार्य स्थगित किया है ...69000 शिक्षक भर्ती उत्तर माला बहुप्रतीक्षीत मामला कल चीफ justice की डीवीजनल बेंच मे 10 नम्बर पर लगा था ,,,लेकिन कल अब सुनवाई नही होगी ...अगली तरीख बाद मे सूचित होगी ...धन्यवाद

हाईकोर्ट: बीटीसी बैक पेपर में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की याचिका पर राज्य सरकार से जवाब मांगा जिनका अभ्यर्थन 69000 भर्ती के आवेदन की अंतिम तिथि पर बीटीसी डिग्री न होने के आधार पर निरस्त कर दिया गया

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बीटीसी पुनर्परीक्षा (बैक पेपर) में उत्तीर्ण उन अभ्यर्थियों की याचिका पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है, जिनका अभ्यर्थन 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के आवेदन की अंतिम तिथि पर बीटीसी डिग्री न होने के आधार पर निरस्त कर दिया गया है।


यह आदेश न्यायमूर्ति अश्विनी कुमार मिश्र ने पवन कुमार की याचिका पर  अधिवक्ता तरुण अग्रवाल व प्रशांत मिश्र को सुनकर दिया है। याचिका के अनुसार याची 69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थी हैं। उन्हें अंततः इसी क्रम में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई। याचियों को पक्ष रखने का मौका दिए बगैर इस आधार पर उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया कि सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 की आवेदन की अंतिम तिथि पर उनके पास बीटीसी डिग्री नहीं थी।

इसके अलावा याचियों को पांच मार्च 2021 के शासनादेश का भी लाभ नहीं दिया गया जबकि याचियों के समान अन्य अभ्यर्थियों को उसी शासनादेश के अनुपालन में विभिन्न जनपदों में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। इस कारण याचियों के समानता के अधिकार का हनन हुआ है। कहा गया है कि याचियों के अभ्यर्थन  निरस्त करने का निर्णय इस विधि व्यवस्था के भी विरुद्ध है कि सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा मात्र योग्यता निर्धारण परीक्षा है। अहर्ता के लिए सुसंगत तिथि भर्ती प्रक्रिया के आवेदन की अंतिम तिथि होगी, न कि योग्यता परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि के अनुसार अहर्ता का आगणन किया जाएगा।

69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में छूटे हुए अभ्यर्थी जिनको विद्यालय आवंटन किया जाना है लिस्ट मे अपना नाम देखे

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