69000 शिक्षक भर्ती कटा ऑफ मामले कि हुई सुनवाई दिनांक 05, 06 व 07 फरवरी का विस्तृत सार पढ़े

69000 शिक्षक भर्ती कोर्ट अपडेट:  दिनांक 05, 06 व 07 फरवरी 2020 लखनऊ खंडपीठ:- अधिक से अधिक शेयर करे

⚫🔻® #विशेष:- कुछ नवजात तथाकथित नेतागण एव अगुवाकर इस भर्ती को अपनी जागीर समझते है। उनसे करबद्ध निवेदन है कि ये भर्ती किसी की बपौती नही है इसमें हर एक अभ्यर्थी का उतना ही हक और योगदान है जितना कि शिर्ष नेतृत्व का, और हा मै #रवि_पांडेय (®@√! P@πd£¥) अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं कोई एक सिंगल अभ्यर्थी यह सिद्ध कर दे मेरे द्वारा आज तक 69k के संबंध में दी गयी जानकारी त्रुटिपूर्ण है आज से इस 69k सोशल प्लेटफार्म से अलग हो जाऊंगा।
उम्मीद करता हूं जो कुछ बोलना हो नाम ले के मुझे बोलना उसका जवाब पॉइंट टू पॉइंट देने की हिम्मत रखता हूं।
किसी को बुरा लगा हो तो खुद का सुधार करे क्योंकि बुरा उसी को लगा होगा जो ऐसा कृत्य किया होगा।
भर्ती हो जाने दो आप लोग से बड़े बड़े नेता आए और आज नौकरी के बाद शिक्षक बन के रह गए इसलिए समझो बात को और गंभीर बनने का प्रयत्न करो।
सच लिखता हू और लिखूंगा चापलूसी करने की आदत नही किसी की जो सच है वही लिखता हूं।
🔹और एक विशेष बात हाथ जोड़ के पुनः निवेदन है बड़े हो तो आदर देना सिख ले और छोटे हो तो इज्जत करना सीख ले दोनों स्थिति में इज्जत पाएंगे आप अन्यथा जैसे को तैसा तो दुनिया की रीत है।

बहुप्रतीक्षित, बाहुचर्चित या यु कहे उ.प्र. सरकार की तथाकथित महत्वाकांक्षी शिक्षक भर्ती जो पिछले #1_वर्ष_2_माह_से_लंबित है। कि सुनवाई आज कोर्ट न. 1 में द्वय न्यायधीश माननीय पंकज जायसवाल जी एव माननीय करुणेश पवार जी की बेंच में पूर्व निर्धारित आदेश आफ्टर फ्रेश केस के क्रम में हुई। तीन अलग अलग हुई सुनवाई के सार नीचे है।👇👇👇👇

☣️ #5_फरवरी_2020
पिछले 1 वर्ष से शिक्षक भर्ती का मुद्दा माननीय उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में लंबित है।
मुद्दा लंबित होना सरकार की उपेक्षा एव कुछ टीमो के बचकाने हरकत का नतीजा हैं। खैर सरकार को कोई दिलचस्पी नही थी अन्यथा याद होगा आप सब को #6_जनवरी_2019 का दिन सरकार को भर्ती परीक्षा करनी थी और 5 जनवरी को आदेश हुआ #टीईटी_2017 और ऑफलाइन अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड प्रयागराज से जारी हुए।
नयी बेंच थी इसलिए मामला शार्ट में सुने जाने का आदेश #28_जनवरी को पास हुए जजमेंट के क्रम में हुआ। टॉप मोस्ट सीनियर #कालिया_सर ने कमान संभाली और कोर्ट क्रम वार आनन्द यादव के केस से उतपन्न हुए रिक्त पद और #अवैध_शिक्षामित्रों की पटकथा का बिंदुवार एक एक पद कोर्ट के समक्ष रखा, कोर्ट के सामने #MCD_आदेश_कुलभूषण_आदेश_JPSC_आर्डर जैसे महत्वपूर्ण आदेश पर कोर्ट को बिंदु स्पष्ट किए। साथ ही साथ कालिया जी ने #अनुभाग से संबंधित बातों को विभाग द्वारा तय एव जारी पत्र के द्वारा स्पष्ट किया कि अनुभाग जैसा कोई मसला ही नही जिसे विरोधी मुद्दा बना रहे है। 1 घंटे से ऊपर के अपने साबमिशन में कालिया साहब की बहस पूर्णतः #पासिंग_मार्क पर रही एकदम सटीक एव साधी हुई बहस सिर्फ पासिंग मार्क और उसे लगाने एव जारी करने जैसे मुद्दों को लेकर। उसके बाद #बीएड_टीम की तरफ से टॉप मोस्ट सीनियर #प्रशांत_चंद्रा_साहब ने कमान संभाली और मुद्दे को एक तरह से जहाँ से कालिया साहब ने छोड़ा था उसके बाद केस प्रारम्भ किया।करीब 15 मीन की बहस के बाद अगली सुनवाई 6 फरवरी नियत हो गयी।

☣️ #6_फरवरी_2020
6 फरवरी को अवशेष बचे बहस को पूर्ण करने के क्रम में चंद्रा साहब ने अपनी बात लंच के बाद प्रारम्भ की उन्होंने अपना पक्ष नियमावली में हुए संसोधन एव बी एड का बचाव करते हुए प्रारम्भ की उसके पश्चात उन्होंने #भारांक जैसे मुद्दे को चुना और उसके बाद उन्होंने अंत मे #पासिंग_अंक पर कुछ महत्वपूर्ण आदेश के साथ अपना सब्मिशन कोर्ट के सामने रखा, उसके बाद #टॉप_मोस्ट_सीनियर_जयदीप_नारायण_माथुर साहब का टर्न था (बीएड टीम की अपनी रणनीति हो सकती है व्व किसी अन्य रणनीति से काम कर रहे हो या क्या मुद्दा था उसपे बात वही बता पाएंगे।) एव बीटीसी टीम की रणनीति थी कि तिवारी जी को लास्ट में उतारा जाएगा लेकिन ऐन वक्त पे माथुर साहब के न होने की स्थिति में #90_97_पासिंग_अंक की कमान सीनियर अधिवक्ता #अनिल_तिवारी जी ने संभाली और सबसे पहले डाइस पे जाते हुए उन्होंने कोर्ट से प्रार्थना की महोदय इसे जल्द सुन के खत्म किया जाए इसमें बच्चो और कोर्ट दोनों का समय नुकसान हो रहा कोर्ट ने इस बात को गाम्भीरत से लिया और मामले को सुनने के लिए अतिरिक्त समय दिया एयर तिवारी सर को शार्ट में सब्मिशन रखने हेतु निर्देशित भी किया। कुछ महत्वपूर्ण आदेश के साथ सरकार की शक्तियों को क्रमवार आदेश का सहारा लेते हुए कोर्ट के समक्ष रखे। #रिक्रूटमेंट शब्द को तिवारी जी ने कोर्ट के सामने स्पष्ट किया जिसके इर्द गिर्द सिंगल बेंच का आदेश लिखा गया। #स्टेट_ऑफ_राजस्थान का हवाला देते हुए पासिंग मार्क और अभ्यर्थियों के हित को कोर्ट को समझाया सरकार सर्वोत्तम का चयन करना चाहती है और वो सरकार का हक है। कोर्ट तिवारी सर के बोलने के कारण #शुक्रवार को केस आफ्टर फ्रेश लगा दी जबकि अमूमन केस शुक्रवार को नही लगते है।

☣️ #7_फरवरी_2019
पूर्व में आदेशित 6 फरवरी के आदेश के क्रम में तिवारी सर ने फ्रेश के बाद कोर्ट मे उपस्थित होकर केस को पुनः छोड़े गए बिंदु से प्रारंभ किया लेकिन आज कोर्ट मामले को लेकर साजिद थी 15 मीन के दिए गए समय के बाद कोर्ट ने तिवारी सर से सब्मिशन लिखिति में देने को बोला कई महत्वपूर्ण आदेश के ऑपरेटिंग पार्ट को पढ़ते हुए तिवारी सर ने बहस को जल्द समेटना चाह और करीब 30-35 के आर्गुमेंट के बाद उन्होंने अपना साबमिशन निम्न आदेशो को साथ पूरा कियाMaharashtra S.B.O.S. v. Paritosh Bajpai, State of Rajasthan v Sanyam Lodha
,Narinder S. Cradla v. Municipal Corprn
,SS Dogra v. Secretary ICAR, New Delhi
,Surinder Singh v, Union of lndia
,Yogesh Yadav n Union of India
,K Manjusree
,Hemani Malhotra
,Subhash Chandra Marwaha
Vijay Kumar Balakrishna v. ,Modh Vinay Kumar
Rajya Sabha v. Subhash Baloda पूरा किया और छुटे हुए बिंदु पर लिखिति के साथ जल्द कोर्ट को अवगत कराने की बात कही।
●● तिवारी सर के बाद टॉप मोस्ट सीनियर माथुर सर जो कोर्ट में उपस्थित थे डाइस पर पहुचे और कोर्ट को अवगत कराया कि हम विपक्ष का सब्मिशन होने के बाद अंत मे अपना साबमिशन देंगे। आज ये बात स्पष्ट हो कोर्ट अब इस मामले को जल्द सुनेगी और #रिपीट_आर्गुमेंट कदापि स्वीकर नही होंगे। इसी के साथ अगली सुनवाई #10_फरवरी_सोमवार_आफ्टर_फ्रेश_केस