आवश्यक सूचना: सभी प्रधानाध्यापक/इं० प्रधानाध्यापक कृपया ध्यान दें! Primary Ka Master
पोर्टल पर लॉगिन के बाद पेरोल माड्यूल में जाने के बाद अटेंडेंस पर क्लिक करने के बाद आपको 3 विकल्प दिखेंगे-*1-Extract Pending Leave*- अगर आपकी कोई भी छुट्टी पोर्टल पर पेंडिंग है तो वो इसमें दिखेगी। इसमें क्लिक करने के बाद आपको पेंडिंग लीव यदि कोई है तो वो दिखेगी और आप फिर से वापस जाकर अगर संभव हो तो उसे approve/reject करा सकते हैं अन्यथा आगे बढ़ सकते हैं।
*2-Add Unauthorised Absentee-* इस विकल्प में अगर कोई अध्यापक अनाधिकृत रूप से या बिना किसी सूचना के अनुपस्थित है तो उसका विवरण दर्ज करेंगे।
*3-View and Lock Attendance*- अन्त में इस विकल्प में जाकर अपने भरे हुए विवरण को अच्छी तरीके से जांच कर फिर लॉक कर देना है। Basic Shiksha News, Primary Ka Master,
*🚫नोट-* अगर आपके विद्यालय में न तो किसी अध्यापक का कोई अवकाश किसी के भी पोर्टल पर पेंडिंग है और न ही कोई अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहा है या पाया गया है तो सीधे View and Lock Attendance में जाकर लॉक कर देना है । Primary Ka Master
लखनऊ: यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) ने प्रदेश सरकार से परिषदीय शिक्षकों के स्वैच्छिक तबादले व पदोन्नति की मांग की है। एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। यूटा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि एसोसिएशन ने सरकार से परिषदीय शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारियों की तरह कैशलेस चिकित्सा सुविधा, ऑफलाइन अवकाश की स्वीकृति और आकांक्षी जिलों के शिक्षकों का भी अंतर्जनपदीय तबादला करने की मांग की है। उन्होंने परस्पर तबादले की प्रक्रिया को । वर्षभर लागू करने की मांग की। उन्होंने बताया कि संगठन ने प्रदेश के कई जिलों में कार्यरत अधिकारियों के भ्रष्टाचार में शामिल होने के साक्ष्य भी सौंपे हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री ने मामले की गोपनीय जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
ऊंज। आपूर्ति निरीक्षक डीघ दिनेश कुमार यादव की जांच में मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय अरता और पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसहीं में बन रहे मिड-डे-मिल में गड़बड़ी मिली। हिदायत दी कि शिक्षक और विद्यालय समिति की लापरवाही कभी बच्चों के लिए मुसीबत बन सकती है। मिड-डे मिल बनाते समय खाद्य सामानों की गुणवत्ता में समझौता न कर तैयार होने के बाद चखकर ही बच्चों को परोसा जाए।
🔴 हेडमास्टर पद के लिए अब परीक्षा
🔵 40 फीसदी पद परीक्षा से भरे जाएंगे
🔴 60 फीसदी पदों के लिए तय होंगे मानक
जूनियर हाई स्कूलों में हेडमास्टर के रिक्त 40% पदों को विभागीय परीक्षा एवं 60% पदों को पदोन्नति से भरने की कार्यवाही दिसम्बर 2021 तक पूर्ण करने हेतु PAB बैठक में प्रस्ताव...बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में हेडमास्टर के पद पर तैनाती के लिए अब विभागीय परीक्षाओं को पास करना होगा। रिक्त पदों पर 40 फीसदी भर्ती विभागीय परीक्षाओं से की जाएगी, वहीं 60 फीसदी के लिए विभिन्न मानकों पर प्रोन्नति करके नियुक्ति दी जाएगी। केन्द्र सरकार ने राज्य को इस प्रक्रिया को 31 दिसम्बर, 2021 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के 1.59 लाख प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के 52,317 पद रिक्त हैं। इनमें 30,426 पद जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों के हैं। ये पद लम्बे समय से रिक्त चल रहे हैं। वार्षिक कार्ययोजना की बैठक में राज्य ने केन्द्र को लिखित रूप से आश्वासन दिया है कि राज्य इन्हें विभागीय परीक्षाओं व मानकों के आधार पर प्रोन्नति देकर वरीयता के आधार पर भरेगा। हालांकि केन्द्र चाह रहा था कि इनमें से 50 फीसदी पद सीधी भर्ती से भरे जाए लेकिन राज्य ने इससे सीधे इनकार कर दिया।
विभागीय अफसरों का कहना है कि हम केवल प्राइमरी स्कूलों के लिए सहायक अध्यापक सीधी भर्ती से लेते हैं और बाकी पद प्रोन्नति के आधार पर भरे जाते हैं। इस निर्णय से कार्यरत शिक्षकों का अहित होगा। Primary Ka Master,Basic Shiksha News,
उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने विधानसभा निर्वाचन के लिए शिक्षकों की बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) ड्यूटी लगाने को गैर शैक्षणिक कार्य मानते हुए अछनेरा ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रसूलपुर में तैनात महिला शिक्षक नीलिमा शर्मा के विरुद्ध दर्ज एफआइआर निरस्त कराने और जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को उनका वेतन नियमित भुगतान करने के आदेश दिए हैं। पीड़ित महिला शिक्षक ने बीएलओ किट प्राप्त न कर नियम विरुद्ध लगाई बीएलओ ड्यूटी हटाने का प्रार्थना-पत्र दिया था, लेकिन एसडीएम किरावली ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा उनका वेतन रोकने के आदेश दे दिए। इससे व्यथित शिक्षक नीलिमा शर्मा ने प्राथमिक शिक्षक संघ के सहयोग से हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की, जिसकी सुनवाई कर कोर्ट ने यह आदेश दिया। Basic Shiksha News,Primary Ka Master,
करेंगे बहिष्कार - Primary Ka Master,
कोर्ट के फैसले से उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ उत्साहित है। जिलामंत्री बृजेश दीक्षित ने मांग की है कि प्रशासन व विभाग जिले में बीएलओ ड्यूटी न करने वाले शिक्षकों के खिलाफ की गई दंडात्मक कार्रवाई तत्काल वापस लें और शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त किया जाए, नहीं तो संगठन बीएलओ ड्यूटी का बहिष्कार करेगा। पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले शिक्षकों को देखकर शिक्षक समुदाय में पहले से ही भय व्याप्त है। Basic Shiksha News,Primary Ka Master,300 शिक्षकों को होगा लाभ - Primary Ka Master
जिले में 25 संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को भुगतान हो रहा है। इनमें कार्यरत कुल 75 शिक्षकों में से 56 एनपीएस वाले हैं। संबद्ध प्राइमरी के 44 स्कूल हैं। 23 बालक में 152 व 21 बालिका विद्यालय में 172 कुल 312 शिक्षक हैं। इनमें एनपीएस वालों की संख्या स्पष्ट नहीं है लेकिन 80 फीसदी एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त हैं।इनका कहना है -Primary Ka Master
प्रदेश के शिक्षा मंत्री, अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक) तथा शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) को बताना चाहिए कि योजना लागू होने के 16 वर्ष बाद भी अब तक एनपीएस में कटौती क्यों नहीं शुरू की गई। एनपीएस के अनेक प्रावधानों को सरकार क्यों नहीं लागू कर पा रही है।खास-खास
553 संबद्ध प्राइमरी स्कूल हैं प्रदेश में567 सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालय हैं
इस पर बीएसए डॉ.लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने सीएमओ को पत्र लिखा। लेकिन टीम न बनने व समय न मिलने पर बीएसए ने सीएमओ को दुबारा पत्र लिखकर पहली सूची के 44 और नई भर्ती के 19 शिक्षकों की दिव्यांगता का परीक्षण मेडिकल बोर्ड से कराने के लिए कहा है। हालांकि अभी सीएमओ ने कोई डेट फाइनल नहीं की है। Basic Shiksha News,Primary Ka Master,
बेसिक शिक्षा विभाग में करीब दो साल पहले तैनात हुए शिक्षकों में से 44 शिक्षक दिव्यांग कोटे से तैनात हुए। इनमें दृष्टि बाधित और श्रवण बाधित शिक्षकों की दिव्यांगता संदेह के घेरे में आई तो तत्कालीन बीएसए ने सीएमओ को पत्र लिखकर मेडिकल बोर्ड से इनका परीक्षण कराने को कहा। सीएमओ कार्यालय में बोर्ड गठित कर सत्यापन हुआ। इसमें कुछ शिक्षकों की दिव्यांगता परीक्षण पर अभ्यर्थियों ने ही संदेह जताया और इनका पुन: परीक्षण कराने का अनुरोध किया। बताते हैं कि करीब 15 शिक्षकों की दिव्यांगता की जांच के लिए लखनऊ बोर्ड को रेफर किया गया था जिसके बाद इन शिक्षकों ने ही प्रार्थनापत्र देकर जिला स्तर पर ही फिर से जांच कराने की मांग की। इस पर बीएसए डॉ.लक्ष्मीकांत पांडेय ने पहले नौ अगस्त को सीएमओ को पत्र लिखा था बाद में उन्होंने 10 सितम्बर को फिर से सीएमओ को पत्र लिखकर इन शिक्षकों की दिव्यांगता की जांच मेडिकल बोर्ड से कराने को कहा है। हालांकि सीएमओ ने अब तक न तो मेडिकल बोर्ड का गठन किया है और न ही डेट तय की गई है। Basic Shiksha News,Primary Ka Master,
सहायक अध्यापक आठ सितंबर से बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। अनुपस्थिति की वजह जानने पर प्रधानाध्यापक ने खंड शिक्षा अधिकारी को पूरे मामले की जानकारी दी। बताया गया कि शिक्षक एक मामले में जेल में बंद हैं। बीएसए के पास यह रिपोर्ट पहुंची तो शनिवार को तत्काल प्रभाव से शिक्षक को निलंबित कर दिया गया। बीएसए ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जनपद अयोध्या के कोतवाली में विभिन्न धाराओं में नामजद उक्त शिक्षक जेल में बंद हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी गौर की आख्या रिपोर्ट पर निलंबित कर दिया गया है। कुदरहा के खंड शिक्षा अधिकारी को मामले में जांच अधिकारी नामित किया गया है ।