एक करोड़ 15 लाख विद्यार्थियों को नहीं मिले स्कूल बैग, 6.55 लाख स्कूल बैग विभाग बिना बांटे हुए खराब, बैग की रिपेार्ट में खुलासा

शैक्षिक सत्र 2016-17 में 1.80 करोड़ विद्यार्थियों में से 1.15 करोड़ विद्यार्थियों को स्कूल बैग नहीं मिला। 6.55 लाख स्कूल बैग विभाग ने तीन साल तक बिना बांटे खराब कर दिए। इससे 5.33 करोड़ रुपये का नुकसान विभाग को हुआ। गुरुवार को विधानसभा में रखी गई भारत के नियंत्रक महालेखाकार परीक्षक की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। पूर्ववर्ती सपा सरकार ने 2016 में सरकारी व सहायताप्राप्त प्राइमरी व जूनियर स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क स्कूल बैग देने की शुरुआत की थी। गुरुवार को कैग की रिपोर्ट में सामने आया कि निविदा प्रक्रिया विसंगति पूर्ण होने के साथ इसकी सप्लाई में भी देरी हुई। सितम्बर 2016 में खोले गए टेण्डर में सात में से तीन निविदाकर्ता कंसेर्टियम पात्र पाए गए और इन्हें बैग की कुल संख्या का क्रमश: 60, 40 व 20 फीसदी स्कूल बैगों की सप्लाई का आर्डर दिया गया।

केवल 44 फीसदी हुई सप्लाई

तीन कंसोर्टियम को 144.40 रुपए प्रति बैग के हिसाब से 1.80 करोड़ स्कूल बैग का आर्डर दिया गया था। केवल 78.58 लाख बैग की सप्लाई हुई और इसके लिए 109.15 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ। केवल 65.27 लाख स्कूल बैग ही बांटे जा सके। परिणामस्वरूप 1.15 करोड़ बच्चों को इसका लाभ नहीं मिला। 13.31 लाख बैग नहीं बांटे जा सकें। आठ जिलों में आंशिक सप्लाई हुई जबकि 38 जिलों को एक भी बैग नहीं मिला।

निदेशालय ने कई बार शासन को पत्र लिख कर निर्देशन मांगा लेकिन शासन ने जुलाई 2017 में केवल 6.76 लाख बैग ही बांटने के निर्देश दिए। कई बार पत्र लिखने के बाद भी 2021 तक 6.55 लाख बैग बचे हुए हैं। इसके अलावा कंसोर्टियम एक को 109.41 लाख स्कूल बैग की सप्लाई का आर्डर दिया गया था लेकिन उसने केवल 7.51 लाख बैग की सप्लाई ही की। परिणामस्वरूप उनके द्वारा जमा की गई 15.59 करोड़ की बैंक गारंटी जब्त कर ली गई।
निविदा प्रक्रिया विसंगतिपूर्ण

कैग ने परीक्षण में पाया कि कंसोर्टियम एक के सदस्य मेसर्स सुमाजा इलेक्ट्रोइंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड का व्यवसाय अभियांत्रिकी वस्तुओं के निर्माण व कपड़े के व्यापार का था। हालांकि कम्पनी ने लघु एवं सूक्ष्म उद्योग मंत्रालय का प्रमाणपत्र भी दिया था लेकिन क्रय समिति ने विरोधाभास के बावजूद सत्यापन नहीं किया। वहीं कंसोर्टियम 2 के एक सदस्य (मेसर्स सनलार्ड एपारेल्स मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी प्रा.लि.) व कंसोर्टियम 3 के एक सदस्य (मे सनलार्ड इंडस्ट्रीज प्रा लि) एक दूसरे से संबंधित थे।