नियुक्ति को भटक रहे RO/ARO के चयनित, इन विभागों में मिलनी है नियुक्ति

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग दो साल से भर्तियों का त्वरित निस्तारण करा रहा है। परीक्षा कराकर कम समय में परिणाम भी जारी किया जा रहा है, लेकिन कुछ भर्तियां ऐसी हैं जो वर्षो से लटकी हैं। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ)-2016 उन्हीं भर्तियों में शामिल है। आयोग ने पांच अप्रैल 2021 को उक्त भर्ती का अंतिम परिणाम जारी किया। कुल 303 पदों के सापेक्ष 260 अभ्यर्थी सफल हुए। चयनितों के शैक्षिक दस्तावेज 28 से 30 जून तक सत्यापित किए गए, परंतु नियुक्ति अभी तक नहीं मिली। चयनित अभ्यर्थी नियुक्ति की फाइल शासन को भेजने के लिए आयोग के अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

लोकसेवा आयोग ने आरओ/एआरओ-2016 के तहत 303 पद की भर्ती निकाली थी, इसकी प्रारंभिक 27 नवंबर 2016 को दो पाली में 31 जिलों के 827 केंद्रों में हुई थी। परीक्षा के दौरान लखनऊ में पेपर लीक हो गया। सीबीसीआइडी लखनऊ की जांच में इसकी पुष्टि हुई। आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा निरस्त कर दोबारा कराने का निर्णय लिया। तीन मई 2020 को पुनर्परीक्षा की तारीख तय हुई, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण लाकडाउन घोषित होने के कारण उक्त तारीख पर परीक्षा नहीं हो पाई थी। फिर 20 सितंबर को प्रारंभिक परीक्षा हुई। परिणाम 28 अक्टूबर को घोषित किया गया। मुख्य परीक्षा के लिए 5754 अभ्यर्थी सफल हुए। मुख्य परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को हुई। वहीं, समीक्षा अधिकारी पद के अभ्यर्थियों का टाइप टेस्ट 23, 24 व 25 फरवरी 2021 को लिया गया।

’>>दो महीने से आयोग के अधिकारियों के चक्कर काट रहे अभ्यर्थी
>>परीक्षा के दौरान लखनऊ में पेपर लीक हो गया था

इन विभागों में मिलनी है नियुक्ति
चयनितों को अलग-अलग विभागों में नियुक्ति मिलेगी। समीक्षा अधिकारी के चयनितों को यूपी सचिवालय में 185, मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में सात, यूपीपीएससी में 12, यूपी सचिवालय लेखा में 13 पदों पर नियुक्ति मिलेगी। सहायक समीक्षा अधिकारियों को यूपी सचिवालय लेखा में 26, राजस्व परिषद में 11, मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में दो और यूपीपीएससी में चार पदों पर नियुक्ति मिलेगी।