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शिक्षामित्रों और अनुदेशको को किया जाए नियमित, संविदा कार्मिको का न्यूनतम मानदेय 21 हजार प्रतिमाह किया जाए

बलिया: कर्मचारी शिक्षक अधिकारी एंव पेंशनर्स अधिकार मंच के आवाह्न पर मंगलवार को कर्मचारियों और शिक्षकों ने मोटरसाइकिल रैली निकाली। इसमें प्रतिभाग करने वाले हजारो शिक्षकों और कर्मचारियों ने शहर में भ्रमण करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे।


वहाँ अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार को पुरानी पेंशन, कैशलेस चिकित्सा, 7 वें वेतन आयोग की वेतन विसंगति समेत सरकार कै सम्बंधित 17 सूत्रीय मांग लैटर सौंपा इसमें शिक्षामित्रों व अनुदेशक को नियमित करने व आशा बहु, रसोइया, आंगनबाड़ी सहित संविदा कार्मिको को न्यूनतम 21 हजार मानदेय करने एवं राज्य कर्मचारी घोषित करने की मांग भी शामिल है।

सहायक अध्यापक पद की 17 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा प्रवेशपत्र बुधवार को दोपहर बाद से डाउनलोड कर सकेंगे

प्रयागराज : जूनियर हाईस्कूल प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक पद की 17 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा-2021 के लिए केंद्र निर्धारित करने के साथ प्रवेशपत्र वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं।


परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से प्रदेश के मंडल मुख्यालयों के जिले पर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पहली पाली की परीक्षा 688 केंद्रों पर होगी। सहायक अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक पद के अभ्यर्थी शामिल होंगे। दूसरी पाली की परीक्षा प्रधानाध्यापक पद के अभ्यर्थियों के लिए होगी, जिसके लिए 49 केंद्र बनाए गए हैं। अभ्यर्थी प्रवेशपत्र बुधवार को दोपहर बाद https://updeled.gov.in से डाउनलोड कर सकेंगे।


फर्रुखाबाद: परिषदीय विद्यालयों का दिनाँक 06.10.2021 का पितृ अमावस्या का अवकाश घोषित

फर्रुखाबाद: परिषदीय विद्यालयों का दिनाँक 06.10.2021 का पितृ अमावस्या का अवकाश घोषित

प्रत्येक ब्लाक में दो दो एआरपी चयनित होंगे जो प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षित करेंगे

ज्ञानपुर। पढ़ाई छोड़ चुके या स्कूल जाने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक ब्लाक में दो दो एआरपी चयनित होंगे जो प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षित करेंगे। इसके बाद ने नोडल अध्यापक कहलाएंगे और चिह्नित बच्चों को पढ़ाकर अन्य बच्चों के समकक्ष बनाएंगे।


बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि जो बच्चे आउट ऑफ स्कूल हैं या थे उन्हें विशेष रूप से पढ़ाया जाएगा। समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से सोमवार को जारी पत्र में इसके लिए स्पष्ट निर्देश भी दिया गया है। प्रशिक्षण के लिए जो खाका खींचा गया है उसके तहत प्रत्येक ब्लाक से दो-दो एआरपी का चयन किया जाएगा। छह ब्लाकों के लिए 12 और दो नगरीय क्षेत्र के लिए एआरपी चयनित किए जाएंगे। बीते वर्ष चार हजार 859 बच्चों का लक्ष्य था। इस बार पांच हजार बच्चों का लक्ष्य मिला है। प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। संवाद




छात्र आत्महत्या कर लेता है तो इसके लिए शिक्षक जिम्मेदार नहीं होगा : उच्चतम न्यायालय

नई दिल्ली। स्कूल में छात्र को डांटने और उसकी शिकायत प्रिंसिपल से करने तथा उसके बाद उसके माता-पिता को स्कूल में बुलाने भर से यदि छात्र आत्महत्या कर लेता है तो इसके लिए शिक्षक जिम्मेदार नहीं होगा। यह कहते हुए उच्चतम न्यायालय ने एक फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा- 306 के तहत दर्ज केस समाप्त कर दिया। स्कूल में अनुशासन बनाए रखने के लिए छात्र को डांटना कोई गुनाह नहीं है।


अदालत ने कहा कि आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला सिद्ध करने के लिए कुछ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आरोप होने चाहिए। महज परेशान करने के आरोप पर्याप्त नहीं हैं, इस परेशान करने के आरोपों के साथ कुछ ऐसी कार्रवाई के सबूत भी होने चाहिए, जिससे पता चले कि उसे आरोपी द्वारा उकसाया गया था। यह मामला राजस्थान का है, जहां एक शिक्षक द्वारा डांटे जाने पर एक 14 वर्षीय छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।




अभद्र एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के मामले में ARP को किया गया निलंबित, देखें यह आदेश

 अभद्र एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के मामले में ARP को किया गया निलंबित, देखें यह आदेश

प्रेरणा पोर्टल पर टीचर लॉगिन दिखने लगा है, कर सकते हैं रेजिस्ट्रेशन

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दो साल पहले शिक्षकों के समायोजन व उनकी तैनाती में धांधली के आरोपों में बीईओ और दो शिक्षक जांच में फंस

आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग में दो साल पहले शिक्षकों के समायोजन व उनकी तैनाती में धांधली के आरोपों में तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और दो शिक्षक विजिलेंस जांच में फंस गए हैं।


शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने अपनी जांच में धांधली व अनियमितता को सही पाया है। विजिलेंस थाने ने तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र पटेल और दो शिक्षकों राकेश शर्मा व जियाउल हक हसन कादरी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वर्ष 2019 में परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया को लागू किया गया था। आरोप है कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अपने खास लोगों को लाभान्वित करने के लिए उन्हें नजदीक ब्लाक में आने वाले विद्यालयों में तैनात कर दिया था। वहीं जिनकी पहुंच नहीं थी ऐसे शिक्षकों को दूरस्थ ब्लाक के विद्यालयों में समायोजित कर दिया। समायोजन की इस प्रक्रिया में अनियमितताओं की शिकायत होने के बाद जिला समिति ने समायोजन को निरस्त कर दिया था। इसके बावजूद भी इस दौरान समायोजित हुए शिक्षक मूल तैनाती वाले विद्यालय में नहीं लौटे।

इस मामले में शिक्षक संगठनों ने विभाग के अधिकारियों पर धांधली के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत शासन में की थी। जिस पर तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी बरौली अहीर वीरेंद्र पटेल समेत कई लोगों को निलंबित किया गया था। मामले में शासन ने धांधली के आरोपों की जांच विजिलेंस को सौंपी थी। विजिलेंस की जांच में तत्कालीन खंड शिक्षाधिकारी समेत दो शिक्षकों पर आरोप सही साबित हुए हैं। विजिलेंस की टीम ने जांच के बाद अब वीरेंद्र पटेल एवं शिक्षकों राकेश शर्मा व जियाउल हक हसन कादरी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

स्कूल में विद्यार्थियों को बांटे सड़े फल, प्रधानाध्यापक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई

आगरा: एत्मादपुर: मिड-डे मील योजना के तहत स्कूल में छात्र-छात्रओं को दिए जाने वाले मौसमी फलों के वितरण में लापरवाही बरती जा रही है। सोमवार को एत्मादपुर के एक विद्यालय में बच्चों को सड़े हुए नख वितरित कर दिए गए। इनमें कीड़े थे। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद खंड शिक्षाधिकारी वीरेश कुमार सिंह ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है।


एत्मादपुर के सवांई स्थित कंपोजिट विद्यालय में सोमवार को कक्षा एक से पांचवीं तक के विद्यार्थियों को मिड-डे मील के तहत नख वितरित किए गए। कड़वाहट लगते ही बच्चों ने देखा तो फल अंदर से सड़े हुए थे। कुछ में कीड़े भी दिखे। । मिड डे मील के दौरान बच्चों के साथ किए जा रहे खिलावाड़ को वहां मौजूद किसी शख्स ने यह वीडियो बना इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही महकमे में खलबली मच गई। मामले में खंड शिक्षाधिकारी ने मामले की जांच की। उनके मुताबिक इस संबंध में प्रधानाध्यापक नजमा बेगम से स्पष्टीकरण मांगा था। संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिलने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा गया है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि प्रधानाध्यापक का यह कहना कि वीडियो फे क है। जो सरासर गलत है। नख का वितरण शासनादेश के विपरीत है। शासनादेश में ताजा मौसमी फलों का वितरण करना है। कोरोना और डेंगू जैसी बीमारियां फैल रही हैं। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया गया है।

150 बच्चों को किया गया फल का वितरण

खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि एक ही प्रांगण में प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। दोनों विद्यालयों में कुल 250 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को नख फल दोनों स्कूलों में वितरित किए गए। एक अनुमान के मुताबिक 150 बच्चों को फल वितरण किया गया।

’>>प्रधानाध्यापक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई को खंड शिक्षाधिकारी ने बीएसए को लिखा पत्र
’>>सड़े व कीड़े युक्त फल बांटने का वीडियो हुआ था इंटरनेट मीडिया पर वायरल


शिक्षकों को पहले बुलाया और फिर स्कूल बंद करने का जारी किया आदेश

आजमगढ़। भारी बारिश और जलभराव के कारण बीएसए ने सोमवार व मंगलवार को समस्त व परिषदीय स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। डीआईओएस ने समस्त बोड़ों के विद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित इलाका व स्कूलों व रास्तों में जलजमाव की समस्याएं हों उसे बंद कर दिया जाए।


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल सिंह ने बताया कि भारी बारिश व जलभराव को देखते हुए। चार अक्टूबर व पांच अक्तूबर को विद्यालय बंद किए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीके शर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर माध्यमिक से संचालित समस्त विद्यालयों को निर्देश जारी किया गया है कि बाढ़ प्रभावित इलाका में संचालित के कॉलेज सोमवार व मंगलवार को बंद कर दें।

निरीक्षण के दौरान मिडडे-मील में मिली गड़बड़ी, बैठी जांच

कन्नौज। प्राथमिक विद्यालय चचियापुर में बन रहे मिडडे-मील में गड़बड़ी मिलने पर इसकी जांच जिला समन्वयक एमडीएम को सौंपी गई है। जांच कर हफ्तेभर में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

प्राथमिक, उच्च प्राथमिक स्कूलों में मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के तहत छात्र-छात्राओं को खाना दिया जाता है। सभी स्कूलों में मिडडे- 1 मील में खाद्य सामग्री में समझौता न करने की सख्त हिदायत के बाद भी 5 गड़बड़ियां कम नहीं हो रहीं। ए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया 1 कि कोरोना काल के बाद परिषदीय स्कूलों का संचालन शुरू होते ही । पढ़ाई-लिखाई से लेकर मिडडे मील की गुणवत्ता की जांच हो रही है। तालग्राम क्षेत्र के चचियापुर प्राथमिक विद्यालय में दोपहर को मिलने वाले भोजन को लेकर स्थानीय लोगों ने शिकायतें की थीं। प्रकरण में 25 सितंबर को औचक निरीक्षण कर जांच कराई गई। प्रधानाध्यापक बृजेंद्र कुमार को इसमें सुधार की हिदायत दी गई। चेतावनी के बाद सुधार न होने पर प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा गया। अब इसकी जांच जिला समन्वयक एमडीएम करेंगे। उन्हें हफ्तेभर में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में अनुपस्थित रहने के मामले में बीएसए ने दिया नोटिस का जवाब

उन्नाव। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण दिवस मेले के संबंध में बुलाई गई बैठक में अनुपस्थित रहने को नोटिस का बीएसए जय सिंह ने जवाब दिया है। सीडीओ को भेजे स्पष्टीकरण में बीएसए ने बताया कि आजादी अमृत महोत्सव व चौरीचौरा शताब्दी समारोह को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में 23 सितंबर को दोपहर 11 बजे से मौजूद थे।

इस कारण उसी दिन दोपहर 12 बजे से डीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में नहीं पहुंच सके। उनके स्थान पर मुख्यालय बीईओ अजीत निगम बैठक में पहुंचे थे। 23 सितंबर को बीघापुर में नोडल अधिकारी के रूप में गरीब कल्याण दिवस मेले को संपन्न कराया था। बीएसए ने स्पष्टीकरण के माध्यम से अपना एक दिन का रोका गया वेतन जारी कराने का अनुरोध किया है।

गाजीपुर जनपद में पितृ अमावस्या का अवकाश घोषित, देखे आदेश

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संविदा कार्मिको का मानदेय बढ़ाने जाने से संबंध में शासन से आदेश जारी

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बीईओ ने आठ शिक्षकों के खिलाफ कार्यालय में बंधक बनाकर मारपीट करने व चेन लूट ले जाने का आरोप लगाया

औरैया जिले में बिधूना विकास खंड क्षेत्र में तैनात बीईओ ने बिधूना कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर आठ शिक्षकों के खिलाफ कार्यालय में बंधक बनाकर मारपीट करने व चेन लूट ले जाने का आरोप लगाया है। कोतवाली पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में केवल धक्कामुक्की व खींचतान किए जाने की बात सामने आ रही है।


 खंड शिक्षा अधिकारी अवनीश यादव ने बिधूना कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में बताया चार अक्तूबर को वह अपने कार्यालय में विभागीय काम कर रहे थे। तभी विकास खंड में कार्यरत एक शिक्षक ने उन्हें दोपहर लगभग ढाई बजे फोन किया और कार्यालय में होने की जानकारी ली।

आरोप है शाम लगभग साढ़े चार बजे कार्यालय पहुंचे आठ शिक्षकों ने कक्ष में घुसकर दरवाजा बंद कर लिया। शिक्षकों ने अभिलेखों से छेड़छाड़ की व उनके साथ गालीगलौज कर मारपीट की। बीईओ ने दी तहरीर में बताया कि हमलावर लोग गले में पड़ी 20 ग्राम सोने की चेन भी तोड़कर ले गए।

इस संबंध में बिधूना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शशिभूषण मिश्रा ने बताया शिकायती पत्र मिला है, जिसमें लगाए गए आरोपों की जांच कराने में केवल धक्कामुक्की व खींचतान का मामला सामने आया है। इस संबंध में जिन शिक्षकों पर आरोप लगाए गए हैं उनको मंगलवार को सुबह 10 बजे कोतवाली बुलाया गया है।

साथ ही मामले की जानकारी बीएसए को भी दे दी गई है। इस संबंध में बीएसए चंदनाराम इकबाल ने बताया मामले की जानकारी मिली है। जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी ने पूरे प्रकरण से अवगत कराया है। इस मामले में मैने खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित रुप से शिकायत देने को कहा है। शिकायती पत्र मिलने पर आरोपी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बताया कि घटना के पीछे स्कूल के समय खंड शिक्षा अधिकारी के चेकिंग किए जाने का मामला सामने आ रहा है।

शिक्षक ने सवालों के जवाब नहीं देने पर छात्रा को डंडे से पीटने से हुई मौत

उन्नाव: स्कूल के शिक्षक ने सवालों के जवाब नहीं देने पर छात्रा को डंडे से पीट दिया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई। परिजनों ने इमरजेंसी वार्ड के सामने हंगामा किया और शिक्षक पर कार्रवाई की मांग की।
 
उन्नाव जिले में माखी थानाक्षेत्र के गांव चकपरेंदा निवासी कक्षा आठ की छात्रा की जिला अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि शुक्रवार को स्कूल के शिक्षक ने सवालों के जवाब नहीं देने पर उसे डंडे से पीटा था।


शनिवार को हालत बिगड़ने पर उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया। माखी थानाक्षेत्र के चकपरेंदा गांव निवासी रमेश यादव की 14 वर्षीय बेटी शिवानी क्षेत्र के एक विद्यालय में कक्षा 8 की छात्रा थी।

उसके भाई सुनील के अनुसार शुक्रवार को वह स्कूल गई थी। जहां कुछ सवालों के जवाब नहीं दे पाने पर एक शिक्षक ने उसे डंडे से बुरी तरह पीटा। घर पहुंचकर उसने आपबीती बताई थी। शनिवार सुबह उसकी हालत बिगड़ गई। एक निजी चिकित्सक से इलाज कराया, फायदा नहीं होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

इलाज के दौरान रविवार की रात करीब नौ बजे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने इमरजेंसी वार्ड के सामने हंगामा किया और शिक्षक पर कार्रवाई की मांग की। जिला अस्पताल चौकी प्रभारी लाखन सिंह द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर परिजन शांत हुए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

शिक्षा विभाग में फर्जी अभिलेखों व दूसरे के नाम पर नौकरी की और चार करोड़ से अधिक का वेतन भी हड़प लिये

गोंडा। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी अभिलेखों व दूसरे के नाम पर नौकरी की और चार करोड़ से अधिक का वेतन भी हड़प लिये। जांच में खुलासा होने के बाद 56 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।


अब तक चार करोड़ से अधिक का वेतन इन शिक्षकों ने हड़प लिए हैं अभी तक विभाग इनसे वेतन की वसूली नही कर सका है। शिक्षक पद से बर्खास्त किये जा चुके लोगों की पहचान न होने से वसूली होने में दिक्कत बताई जा रही है।

फर्जीवाड़े को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग इस समय सुर्खियों में है। जिले में वर्ष 2015 से अब तक करीब 56 शिक्षकों के मामले सामने आ चुके हैं। इसमें चार शिक्षक वर्ष 1998 से ही सहायक अध्यापक की नौकरी कर रहे थे।

इनमें दिनेश कुुमार शर्मा, सुरेंद्र प्रसाद, नर्वदाचंद्र और कृष्णचंद्र 20 साल में करोड़ों रुपये वेतन ले चुके हैं। इसी तरह वर्ष 2010 में भी राम लल्लन ने फर्जी अभिलेख के सहारे शिक्षक की नौकरी हथिया ली। अन्य शिक्षक ऐसे हैं जो विभिन्न शिक्षक भर्तियों वर्ष 2015 से अब तक नौकरी में आए और वेतन लिया।

इन सभी के अभिलेखों का सत्यापन हुआ तो गड़बड़ी सामने आ गई और बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इनके मामलों की जांच पुलिस कर रही है लेकिन अभी गिरफ्तारी एक दो मामलों में ही हो सकी है। सही व्यक्ति की पहचान न हो पाने से विभाग ने भी इनसे वेतन की रिकवरी कर पा रहा है।

वर्ष 1998 में बेसिक शिक्षा में एक सहायक अध्यापक दूसरे के अभिलेेख पर नौकरी हथियाई और प्रोन्नति का लाभ लेकर प्रधानाध्यापक तक बन गया। इसमें दिनेश कुुमार शर्मा, नर्वदा चंद्र, कृष्ण चंद्र, सहायक अध्यापक सुरेंद्र प्रसाद शामिल रहे और 20 सालों तक विभाग में नौकरी की।

इसी तरह राम लल्लन वर्ष 2010 से तो पूजा कुमारी वर्ष 2016 से लंबे समय से नौकरी में रहीं। इनसे अभी कोई रिकवरी नही हो पाई। इसमें दिनेश चंद्र के मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है, इसके अलावा अभी तक गिरफ्तारी नही हो सकी है। इससे वसूली में भी दिक्कत हो रही है। जिले में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करके नौकरी हासिल करने का सिलसिला कई सालों से जारी रहा।

खुलासा होने पर बीएसए ने सेवा से तो बर्खास्त कर दिया लेकिन पुलिस के शिकंजे में कोई नहीं आ सका है। इसमें शिक्षक दिनेश कुमार शर्मा के साथ ही श्रीराम यादव, राधेश्याम, अर्चना पांडे, राजू कुमार, उमा पटेल, राम विलास, चंद्रवीर सिंह, श्रीधर, चन्द्रकांत, दीपक वर्मा, चंदन यादव, संदीप कुमार वर्मा, सुबोध कुमार, मनोज कुमार, आशीष कुमार, सुक्रांत यादव, राघवेंद्र वर्मा, देवेश चंद्र वर्मा, शिव कुमार शर्मा, वैभव यादव, जितेंद्र साहू, रमेश कुमार यादव, अरविंद कुमार पाठक, राम लल्लन, चित्रवीर सिंह, वेदप्रकाश के विरुद्ध खंड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।

अभी तक एक ही व्यक्ति की गिरफ्तारी हो सकी है। इसके अलावा शिक्षक नर्वादा चंद्र, सुनील सिंह, कृष्ण चंद, पूजा कुमारी, सुरेंद्र प्रसाद, सुशीला प्रजापति, निर्दोष कुमार यादव, राधेश्याम, उमेश कुमार दूबे, सीमा यादव, चित्रवीर सिंह, रीतू यादव, रुपारानी आदि से वसूली होनी है।

पीजीटी- 2021 के11 विषयों का अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के परिणाम का इंतजार

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (यूपीएसईएसएसबी) प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी)- 2021 के कुल 23 विषयों में 12 का परिणाम घोषित कर पांच अक्टूबर से साक्षात्कार कराने की तैयारी में है, जबकि 11 विषयों के अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के परिणाम का इंतजार है। यह परीक्षा 17 और 18 अगस्त को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर कराई गई थी। अभ्यर्थियों की मांग है कि पीजीटी के शेष बचे विषयों की लिखित परीक्षा का परिणाम जल्द जारी किया जाए। इसी के साथ सात और आठ अगस्त को हुई प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा का परिणाम भी घोषित किए जाने की मांग की गई है।


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित पीजीटी के जिन 11 विषयों का परिणाम रुका है, उनमें हिंदी, भूगोल, समाजशास्त्र, इतिहास, वाणिज्य, संगीत (वादन), शारीरिक शिक्षा, नागरिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, कृषि एवं शिक्षाशास्त्र शामिल हैं। टीजीटी के 12603 और पीजीटी के कुल 2595 पदों की भर्ती प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 31 अक्टूबर तक पूरी की जानी है, ऐसे में चयन बोर्ड तय समय में भर्ती पूरी करने की रणनीति के तहत परिणाम जारी कर रहा है। पीजीटी के जिन 12 विषयों की उत्तरमाला पर अभ्यर्थियों की आपत्तियों का निस्तारण हो गया था, उसका परिणाम घोषित कर साक्षात्कार की तिथि निर्धारित कर दी गई।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर का कहना है कि शेष विषयों की आपत्तियों का जल्द निस्तारण कर लिखित परीक्षा का परिणाम जल्द घोषित कर दिया जाएगा, ताकि साक्षात्कार का क्रम लगातार चलाकर भर्ती का अंतिम परिणाम तय समय के भीतर घोषित किया जा सके। उन्होंने कहा कि टीजीटी में साक्षात्कार की प्रक्रिया नहीं अपनाई जानी है, इसलिए परिणाम घोषित करने के बाद विद्यालय आवंटन और जिले में पैनल भेजकर भर्ती को इसी माह में पूरा कराया जाएगा। रिजल्ट से संबंधित जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट http://www.upsessb.org/ पर नजर बनाए रखें।


शिक्षा विभाग के कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सिटिजन चार्टर लागू करने की मांग

लखनऊ : उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के संरक्षक डा. हरिप्रकाश यादव ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सिटिजन चार्टर लागू करने की मांग की है। वे रविवार को रायबरेली रोड स्थित प्रधान कार्यालय सरस्वतीपुरम में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में बोल रहे थे।


प्रदेश महामंत्री राजीव यादव ने प्रबंधकीय शोषण से शिक्षकों को मुक्ति दिलाने के लिए सहायताप्राप्त माध्यमिक विद्यालयों का राजकीयकरण का प्रस्ताव रखा तो उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा ने प्रधानाचार्य पद पर चयन के लिए साक्षात्कार के साथ लिखित परीक्षा को भी शामिल करने का सुझाव दिया। उपाध्यक्ष सुफियान अहमद ने कैशलेस चिकित्सा सुविधा का प्रस्ताव रखा। प्रदेश अध्यक्ष श्रवण कुशवाहा ने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों के राजकीयकरण के अभियान को तेज करने के लिए राजनीतिक दलों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 15 नवंबर को जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।

मा० शिक्षा को मिलेंगे 15500 और शिक्षक, 30 अक्टूबर से पहले नियुक्ति पत्र

माध्यमिक अशासकीय विद्यालयों में अब शिक्षकों की कमी काफी हद तक दूर हो गई है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले तीन सालों में करीब 15000 शिक्षकों की भर्ती की। वहीं 15500 और शिक्षकों के नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। इसके लिए वर्ष 2019 में विज्ञापन जारी हुआ था। लिखित परीक्षाएं कराई जा चुकी है। साक्षात्कार की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। बोर्ड 30 अक्टूबर से पहले सभी चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का लक्ष्य रखा है।


आर्य महिला इंटर कालेज में रविवार को आयोजित प्रधानाचार्य सम्मान समारोह में ये बातें बतौर विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की सदस्य डा. हरेंद्र कुमार राय ने कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद का गठन धरना-प्रदर्शन करने के लिए नहीं किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाना है। साथ ही असुविधाओं, प्रधानाचार्यों की पीड़ा प उनकी समस्याओं का उचित मंच व माध्यम से समाधान कराना है। कहा कि माध्यमिक विद्यालयों में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चे पढ़ते हैं। इनके बौद्धिक विकास कर मुख्य धारा में ले आना माध्यमिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों का मुख्य कार्य है। ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (जीएनटीओ) के के तत्वाधान में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक डा. विनोद कुमार राय ने कहा कि विद्यालय का परिवेश ठीक होगा, तो बच्चे भी ठीक होंगे। शिक्षक अनुशासित होंगे तो विद्यार्थी भी अनुशासित होंगे। हम अच्छे कार्य कर ही सम्मान हासिल कर सकते हैं। बच्चों उचित मार्गदर्शन करना हम सभी का दायित्व है। इस मौके पर वाराणसी मंडल, आजमगढ़ मंडल व मीरजापुर मंडल के करब 160 प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया गया है।

समारोह का शुभारंभ जीएनटीओ के मैनेजर रुपेश राव व एडवाइजर उमेश कुमार सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व मां सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण प्रारंभ हुआ। स्वागत कालेज के प्रबंधक सत्यनारायण पांडेय, संचालन महेंद्र सिंह व धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डा. प्रतिभा यादव ने किया। समारोह में मुख्य रूप से जीएनटीओ के सीईओ एसके सिंह, प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष चारु चन्द्र त्रिपाठी, चंद्रमणि सिंह, श्रीप्रकाश सिंह, जय प्रकाश पांडेय, डा. प्रतिभा यादव, सहित अन्य प्रधानाचार्य उपस्थित थे।