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सीबीएसई : 12वीं का रुका हुआ परिणाम किया जारी

नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं के रुके हुए परिणाम को भी शुक्रवार को जारी कर दिए। बोर्ड में इस साल 14 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था। इनमें 65,184 छात्रों के परिणाम किन्हीं कारणों से जारी नहीं हुए थे।


बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक 10वीं-12वीं के परिणाम से असंतुष्ट छात्र विभिन्न माध्यमों से शिकायत कर रहे हैं। ऐसे सभी छात्रों के लिए बोर्ड द्वारा एक डिजिटल सेल की शुरुआत की जा रही है।

इसके जरिये छात्र या अभिभावक अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं। छात्र अपनी शिकायत बोर्ड को भेज सकते हैं। शिकायतों की समीक्षा के बाद बोर्ड कोई निर्णय लेगा।

मंत्री बन्ना गुप्ता की बैठक में घुसी 12वीं की छात्राओं का हंगामा, पुलिस बरसाईं लाठियां

12वीं के रिजल्ट में कम नंबर देने और फेल करने से बड़े पैमाने पर छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। शुक्रवार को डीसी कार्यालय में जिस दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बैठक कर रहे थे, छात्राएं पहुंच गईं और हंगामा शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया। कई छात्राएं पुलिस वालों से भिड़ गईं। कार्यालय के अंदर से खदेड़ने के बाद भी छात्राएं बाहर जमी रहीं और नारेबाजी करती रहीं।


एबीवीपी के कुछ नेताओं के साथ स्वास्थ्य मंत्री को अपनी बात बताने छात्राओं का समूह डीसी कार्यालय पहुंचा था। वहां पहुंचते ही जब छात्राओं को रोका गया तो हंगामा शुरू हो गया। एबीवीपी के नेताओंं से भी पुलिस की नोकझोंक हुई। छात्राएं जबदस्ती डीसी आफिस में घुस गईं। छात्राओं के घुसते ही खलबली मच गई। महिला पुलिस दस्ता बुला लिया गया। छात्राओं को पहले समझाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी तो पुलिस ने बल प्रयोग शुरू कर दिया।

डीसी ऑफिस में नारेबाजी कर रही छात्राओं पर महिला पुलिस बल ने जमकर लाठियां बरसाई। छात्राओं को डीसी ऑफिस से बाहर निकाला गया। बाहर निकालने के बावजूद छात्राएं हंगामा करती रहीं। दफ्तर के बाहर स्थिति को संभालने के लिए फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान एसडीएम खुद नेतृत्व करते रहे। छात्रों के साथ पहुंचे एबीवीपी के नेताओं पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया। चार छात्राओं और एबीवीपी नेताओं को हिरासत में लिया गया है। लाठीचार्ज में कुछ छात्राओं को चोटें आई हैं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों झारखंड एकेडमिक काउंसिल की तरफ से 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी किया गया था। इसमें 9वीं और 11वीं के इंटरनल परीक्षा को आधार बनाकर एक फॉर्मूला तैयार किया गया था। इसी आधार पर मैट्रिक और इंटर का परीक्षा परिणाम जारी किया गया था। इसमें कई विद्यार्थी फेल हो गए हैं। वैसे छात्र जो फेल हो गए, उनका आरोप है कि गलत असेसमेंट किया गया है। इसको लेकर पिछले दिनों विद्यार्थियों ने रांची में भी प्रदर्शन किया था। जैक की तरफ से यह प्रावधान किया गया है कि जो छात्र रिजल्ट से असंतुष्ट हैं, वे दोबारा परीक्षा दे सकते हैं।

CBSE: कंपार्टमेंट से वंचित रहने वाले को शुल्क वापसी नहीं होगी

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सीबीएसई: 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहीं कंपार्टमेंट परीक्षाएं घटे हुए पाठ्यक्रम के आधार पर

नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तरफ से 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहीं कंपार्टमेंट परीक्षाएं घटे हुए पाठ्यक्रम के आधार पर होंगी। बोर्ड केवल मुख्य विषयों की परीक्षा ही आयोजित करेगा। उसने इस संबंध में 12वीं के 19 विषय भी चिह्न्ति किए हैं। उसने वेबसाइट पर सैंपल पेपर जारी किए हैं, जिसके आधार पर ही प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा।


बोर्ड के मुताबिक इस वर्ष केवल मुख्य विषयों की ही परीक्षा होगी, ऐसे में जिन विषयों की परीक्षा नहीं होगी उन विषयों की परिणाम सुप्रीम कोर्ट द्वारा साल 2020 में तय मूल्यांकन नीति के आधार पर जारी किया जाएगा। हालांकि, ये सुविधा उन छात्रों के लिए नहीं लागू होगी जो किसे एक या एक से ज्यादा विषय में सुधार परीक्षा देना चाहते हैं। बोर्ड के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कंपार्टमेंट परीक्षा आफलाइन माध्यम से होगी।

सीबीएससी बोर्ड 10वीं रिजल्ट: 75% सरकारी स्कूलों का 100 फ़ीसदी परिणाम

सीबीएसई ने मंगलवार को दसवीं का परिणाम जारी कर दिया है इसमें दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है दिल्ली के 75 फ़ीसदी स्कूलों का परिणाम 100 फ़ीसदी रहा है शिक्षा निदेशालय के मुताबिक दिल्ली के 108 1008 स्कूलों के छात्रों का परिणाम जारी हुआ है जिसमें से 750 का परिणाम 100 फ़ीसदी रहा है वर्ष 2020 में सिर्फ 147 स्कूलों का परिणाम 100 फ़ीसदी था वर्ष 2019 में ऐसे स्कूलों की संख्या 60 और वर्ष 2018 में 100 फ़ीसदी परिणाम वाले स्कूलों की संख्या 48 थी