69000 शिक्षक भर्ती में ऐसे बनेगी मेरिट

सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों के अग्रिम आदेश तक सभी प्रकार के तबादलों / स्थानांतरण पर लगी रोक

69000 शिक्षक भर्ती परीक्षाफल की सांख्यिकी, जानिए वर्गवार उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या, देखें ये डाटा

बदायूं: वर्ष 2019- 20 में निशुल्क यूनिफॉर्म की धनराशि से सिलाई की धनराशि को स्वयं सहायता समूह को भुगतान का विवरण उपलब्ध कराए जाने के संबंध में आदेश

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी से धारित शैक्षिक अभिलेख के आधार पर नियुक्ति पाये अध्यापकों/अध्यापिकाओं की सत्यापित सूची प्रेषित करने के संबंध में।

समग्र शिक्षा के अन्तर्गत सामुदायिक सहभागिता की गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतुजिला समन्वयक के नवीन Performance Indicators का निर्धारण

69000 शिक्षक भर्ती का परीक्षाफल जारी, देखें वेबसाइट का लिंक व लेटेस्ट अपडेट

69000 शिक्षक भर्ती: का ये मामला है...समझ के परे, तीन श्रोत तीनों में उपस्थिति में अंतर

तीन श्रोत तीनों में उपस्थिति में अंतर.. अब तो इंतजार बस...Official रिजल्ट का


जेम पोर्टल पर क्रय की गयी सामग्री के लम्बित भुगतान के सन्दर्भ में ।

राज्य सरकार: अधिकारियों व कर्मचारियों के छह प्रकार के भत्तों को समाप्त करने का फैसला शासनादेश जारी

बेसिक शिक्षा मंत्री ने सफल 69000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों को दीं शुभकामनाएं, देखें यह विज्ञप्ति

शैक्षिक सत्र 2018-19 एवं 2019-20 में जूता-मोजा एवं स्वेटर की सूचना के सम्बन्ध में |

प्रदेश में अब एक समान होंगे छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के नियम

प्रदेश सरकार सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक वर्ग के गरीब छात्र छात्रओं की दशमोत्तर छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के नियम एक समान करने जा रही है। यह जिम्मेदारी समाज कल्याण विभाग को सौंपी गई है। अभी अलग-अलग नियम होने के कारण एक समान अर्हता वाले छात्रों को एक विभाग छात्रवृत्ति दे देता है जबकि दूसरा विभाग रिजेक्ट कर देता है। फिलहाल समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण व पिछड़ा वर्ग कल्याण
 प्रदेश में अब एक समान होंगे छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के नियम

विभाग में छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूíत की अलग-अलग नियमावली हैं। समाज कल्याण विभाग में पिछले वर्ष सामान्य वर्ग के 50 फीसद अंक पाने वाले छात्र-छात्रओं की शुल्क प्रतिपूर्ति हो गई थी, जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग में 60 फीसद अंक वालों की ही शुल्क प्रतिपूíत हो सकी थी। इससे कम अंक वालों को योजना का लाभ नहीं मिल सका था। इसको लेकर सरकार को अन्य पिछड़ा वर्ग की नाराजगी ङोलनी पड़ी थी। पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्र-छात्रओं की कॉमन मेरिट लिस्ट बनाकर छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूíत करता है। वहीं, समाज कल्याण विभाग सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों के छात्र-छात्रओं की अलग-अलग मेरिट लिस्ट तैयार कर योजना का लाभ देता है। सीमित बजट होने के कारण प्राइवेट कॉलेजों व संस्थानों में पढ़ने वाले सामान्य वर्ग के छात्र-छात्रओं की शुल्क प्रतिपूíत नहीं हो पाती है। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में प्राइवेट व सरकारी दोनों कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं को फायदा मिला था। इसे देखते हुए सरकार ने तीनों विभागों की एक ही नियमावली बनाने के निर्देश दिए हैं। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है 

अंशकालिक अनुदेशक मानदेय (माह अप्रैल-2020) की धनराशि प्रेषण के संबंध में आदेश जारी, देखें जिलावार आवंटन

बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक / उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास मद के अन्तर्गत 2017-18 वित्तीय वर्ष में आवंटित की गयी धनराशि का उपभोग प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।

कोविड-19 के कारण उत्पन्न असाधारण परिस्थितियों के दृष्टिगत शैक्षणिक सत्र 2020-21 में विद्यालयों द्वारा शुल्क वृद्धि न किये जाने के संबंध में

पॉलीटेक्निक संस्थानों में नए शैक्षिक सत्र 2020-21 की शुरुआत इस बार अक्टूबर माह से होगी

अब तक करीब पौने चार लाख अभ्यíथयों ने आवेदन किया है। आवेदन की अंतिम तिथि 20 मई है। राजधानी लखनऊ में दो राजकीय, चार एडेड और 60 प्राइवेट पॉलीटेक्निक संस्थान हैं।
पॉलीटेक्निक संस्थानों में नए शैक्षिक सत्र 2020-21 की शुरुआत इस बार अक्टूबर माह से होगी। सितंबर तक दाखिले की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यह जानकारी संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव संतोष कुमार वैश्य ने दी।
पॉलीटेक्निक संस्थानों में नए शैक्षिक सत्र 2020-21 की शुरुआत इस बार अक्टूबर माह से होगी
संतोष कुमार ने बताया कि पहले शैक्षिक सत्र की शुरुआत अगस्त से होती थी, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण देरी हुई है। यूजीसी की गाइडलाइन के आधार पर दाखिले की संशोधित तिथि 17 सितंबर जारी की गई है। 

69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 परिणाम का प्रकाशन के संबंध में आधिकारिक विज्ञप्ति जारी

ऑनलाइन पढ़ाई को 26 किलोमीटर चल रहे छात्र

उत्तराखंड के डिग्री कॉलेजों में लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दिया जा रहा है। छात्रों पर पढ़ाई के साथ असाइनमेंट जमा करने का भी दबाव है। मगर सुदूर क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क न होने से बड़ी संख्या में परेशान छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई और असाइनमेंट जमा करने 26 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है।
प्रदेश के 105 डिग्री कॉलेजों में करीब 1.32 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। मगर लॉकडाउन में सभी कॉलेज बंद होने से प्राचार्य पाठ्यक्रम पूरा कराने को ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं।
शासन इसकी समीक्षा भी कर रहा है। छात्रों पर भी ऑनलाइन पढ़ाई के साथ असाइनमेंट जमा करने का *दबाव है। मगर हकीकत सुदूर क्षेत्रों  में ऑनलाइन पढ़ाई सिरे नहीं चढ़ पा रही है।
हालात ये हैं कि 1.32 लाख छात्रों में करीब आधे यानी 60 हजार छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से नहीं जुड़ पा रहे हैं। छुट्टी के चलते अधिकांश छात्र घर या ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जहां से असाइनमेंट जमा करने कई किमी दौड़ लगानी पड़ रही है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है 

डीयू ने अपनी वेबसाइट पर पुनर्मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन लिंक जारी किए है




डीयू ने पूरा विवरण दिया है कि छात्र को पुनर्मूल्यांकन के लिए कैसे आवेदन करना है। डीयू ने स्पष्ट किया है कि किसी भी छात्र को डीयू आने की आवश्यकता नहीं है। इसके आवेदन के लिए 26 मई को अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।