शिक्षामित्रों का अप्रैल का मानदेय जारी कर दिया गया है। सर्व शिक्षा अभियान ने 107.43 करोड़ रुपए जारी किए हैं। प्रदेश में 1.60 लाख शिक्षामित्र हैं। सर्व शिक्षा अभियान के तहत 1.39 लाख शिक्षामित्र और बाकी जिला योजना में रखे गए हैं। सोमवार को जिला योजना के शिक्षामित्रों के लिए भी 27 करोड़ का बजट जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पदोन्नति परीक्षा में की अनियमितता के मामले में सेवानिवृत्त प्रमुख अभियंता की तीन साल तक 10 प्रतिशत पेंशन काटने का निर्देश दिया है।
यह मामला नलकूप मिस्त्री व तकनीकी सहायकों को अवर अभियंता पद पर पदोन्नति का है। इसके लिए जनवरी 2018 अर्हकारी परीक्षा में हुईं। इसमें अनियमितताएं हुईं। इस आरोप में तत्कालीन प्रमुख अभियंता (यांत्रिक) (अब सेवानिवृत्त) बाल कृष्ण मिश्र, की पेंशन में 10फीसदी की कटौती 03 वर्ष तक की जाएगी। इन पर आरोप है कि परीक्षा के संबंध में कतिपय आपत्तियों का निस्तारण हुए बिना नियुक्ति आदेश जारी कर दिया था।
पदोन्नति के लिए अर्हकारी परीक्षा के संबंध में प्राप्त अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की शिकायतों के संबंध में प्रमुख अभियन्ता ( यांत्रिक ) कार्यालय स्तर पर मुख्य अभियन्ता ( नलकूप पूर्व) अयोध्या की अध्यक्षता में गठित समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा भी नहीं की गई।इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
पदोन्नति के लिए अर्हकारी परीक्षा के संबंध में प्राप्त अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की शिकायतों के संबंध में प्रमुख अभियन्ता ( यांत्रिक ) कार्यालय स्तर पर मुख्य अभियन्ता ( नलकूप पूर्व) अयोध्या की अध्यक्षता में गठित समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा भी नहीं की गई।इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
कोरोना महामारी के कारण वित्तीय दिक्कतों में जूझ रही राज्य सरकार ने नगर प्रतिकर भत्ता (सीसीए) व सचिवालय भत्ता सहित छह भत्तों को समाप्त करने का फैसला लिया है। वित्त विभाग से जल्द ही इससे संबंधित शासनादेश जारी होगा। बताया जाता है कि राज्य सरकार ने कैबिनेट बाई सकुर्लेशन इस पर मुहर भी लगा दी है।
सरकार के इस फैसले की भनक कर्मचारी संगठनों को लग चुकी है। कोविड से जंग के लिए वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन में जुटी सरकार ने 24 अप्रैल को नगर प्रतिकर भत्ता, सचिवालय भत्ता, अवर अभियंताओं को मिलने वाले विशेष भत्ता, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले रिसर्च, अर्दली व डिजाइन भत्ता तथा सिंचाई विभाग में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले आईएंडपी भत्ता और अर्दली भत्ता के साथ ही पुलिस विभाग के अपराध शाखा, अनुसंधान विभाग, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, आर्थिक अपराध अनुसंधान, सर्तकता अधिष्ठान, अभिसूचना सुरक्षा शाखा तथा विशेष जांच शाखा में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले विशेष भत्ता को स्थगित किया था। इन भत्तों का भुगतान एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक स्थगित करने का आदेश जारी किया गया था। अब इन भत्तों को समाप्त कर दिया गया है।
सरकार के इस फैसले की भनक कर्मचारी संगठनों को लग चुकी है। कोविड से जंग के लिए वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन में जुटी सरकार ने 24 अप्रैल को नगर प्रतिकर भत्ता, सचिवालय भत्ता, अवर अभियंताओं को मिलने वाले विशेष भत्ता, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले रिसर्च, अर्दली व डिजाइन भत्ता तथा सिंचाई विभाग में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले आईएंडपी भत्ता और अर्दली भत्ता के साथ ही पुलिस विभाग के अपराध शाखा, अनुसंधान विभाग, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, आर्थिक अपराध अनुसंधान, सर्तकता अधिष्ठान, अभिसूचना सुरक्षा शाखा तथा विशेष जांच शाखा में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले विशेष भत्ता को स्थगित किया था। इन भत्तों का भुगतान एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक स्थगित करने का आदेश जारी किया गया था। अब इन भत्तों को समाप्त कर दिया गया है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि छठवें वेतन आयोग की संस्तुतियों में जो भत्ते समाप्त करने की सिफारिशें थी, उन्हें ही समाप्त करने का फैसला लिया गया है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
👇नीचे दिए गए लिंक की सहायता से आप परीक्षा का पूरा पेपर (SET-C) डाउनलोड कर सकते हैं👇
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आईटी कॉलेज और नेशनल पीजी कॉलेज में प्रवेश के लिए छात्रों को इंतजार करना होगा। इन संस्थानों में प्रवेश का कार्यक्रम तय नहीं हो पाया है।
नेशनल पीजी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीरजा सिंह ने बताया कि इसी सप्ताह प्रवेश का कार्यक्रम जारी किया जाएगा। वहीं, आईटी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. विनीता प्रकाश ने बताया कि 15 मई तक कार्यक्रम जारी करने की तैयारी है। एपी सेन मेमोरियल कॉलेज भी ऑनलाइन आवेदन होंगे।
यहां आवेदन शुरू:
नेशनल पीजी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीरजा सिंह ने बताया कि इसी सप्ताह प्रवेश का कार्यक्रम जारी किया जाएगा। वहीं, आईटी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. विनीता प्रकाश ने बताया कि 15 मई तक कार्यक्रम जारी करने की तैयारी है। एपी सेन मेमोरियल कॉलेज भी ऑनलाइन आवेदन होंगे।
यहां आवेदन शुरू:
1. अवध गर्ल्स डिग्री कॉलेज : बीए, बी.कॉम, एमए और शारीरिक शिक्षा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू हो चुके हैं। कॉलेज की वेबसाइट पर छात्राएं फार्म भर सकती हैं।
2. सुभाष गर्ल्स कॉलेज: कॉलेज में ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। कॉलेज की बेवसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। अन्तिम तिथि 30 मई है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल का कहना है कि आने वाले दिनों में इस सेक्टर में लाखों लोगों को रोजगार देने की तैयारी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कामगारों को उनके कौशल के हिसाब से प्रशिक्षित कराया जाएगा। नए उद्योग लगाने के लिए हर तरह की सहूलियतें दी जाएंगी।
जल्द कैबिनेट में आएगा मसौदा: इस क्षेत्र के उद्योगों के लगाने व संचालन की राह आसान करने की तैयारी है।
यूपी लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए रोजगार का सबसे बड़ा जरिया सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएमएमई सेक्टर) बनने जा रहा है। एक ओर यहां के उद्यमियों को बड़ी राहत देने की तैयारी की जा रही है तो दूसरी ओर कामगारों को प्रशिक्षण दिलाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना नई यूनिट खोलने की तो है ही, साथ ही मौजूदा 90 लाख इस सेक्टर की यूनिटों में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने की है। इसमें ओडीओपी योजना भी शामिल है। इस तरह इनके जरिए ही 90 लाख रोजगार के अवसर बन सकते हैं।
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जल्द कैबिनेट में आएगा मसौदा: इस क्षेत्र के उद्योगों के लगाने व संचालन की राह आसान करने की तैयारी है।
यूपी लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए रोजगार का सबसे बड़ा जरिया सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएमएमई सेक्टर) बनने जा रहा है। एक ओर यहां के उद्यमियों को बड़ी राहत देने की तैयारी की जा रही है तो दूसरी ओर कामगारों को प्रशिक्षण दिलाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना नई यूनिट खोलने की तो है ही, साथ ही मौजूदा 90 लाख इस सेक्टर की यूनिटों में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने की है। इसमें ओडीओपी योजना भी शामिल है। इस तरह इनके जरिए ही 90 लाख रोजगार के अवसर बन सकते हैं।
सामान्य सरल औपचारिकता पूरी करने पर ही उद्योग लगाए जा सकेंगे। बाकी औपचारिकताएं उन्हें इसके 900 से 1000 दिन के अंदर पूरी करनी होंगी। एमएसएमई विभाग ने इस संबंध में सूक्ष्म व लघु मध्यम,उद्योग विकास अधिनियम 2020 का मसौदा तैयार किया है। इसे जल्द कैबिनेट से मंजूर कराया जाएगा। इसी तरह की व्यवस्था राजस्थान में लागू है और वहां इसे इस सेक्टर में भारी तादाद में उद्योग लगने का रास्ता साफ हुआ है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
इस शैक्षिक सत्र से प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चे पढ़ाई भी करेंगे। यहां प्री-प्राइमरी कक्षाएं इसी सत्र से शुरू की जा सकती हैं।
वहीं प्रदेश के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की छात्राओं को रोजगारपरक कम्प्यूटर ट्रेनिंग भी देने की योजना है। राज्य सरकार ने ये प्रस्ताव वार्षिक कार्ययोजना की बैठक में केन्द्र को भेजे हैं। प्रदेश में 1.25 लाख आंगनबाड़ी केन्द्र हैं। इनमें लगभग 75 हजार केन्द्र बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की चारदीवारी के भीतर बने हैं। पिछले वर्ष केन्द्र सरकार ने इस मद में राज्य को 17 करोड़ रुपये दिए थे। ये बजट प्री-प्राइमरी के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए था। आंगनबाड़ी में यूनिसेफ द्वारा दी जाने वाली पुस्तिका पहल में ही परिवर्तन कर इसे प्री-प्राइमरी के लिए तैयार किया गया है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के हिन्दी के तीन प्रश्न कोर्स के बाहर से हैं। इस पर परिणाम निकलने वाले दिन परीक्षा समिति की बैठक कर परीक्षा नियामक प्राधिकारी निर्णय लेगा। परिणाम निकालने के लिए एजेंसी को तुरंत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
हालांकि इसमें पूरी संभावना है कि परीक्षा समिति सभी को 3 नंबर अनिवार्य रूप से दे क्योंकि ये तीन प्रश्न प्रश्नपत्र से हटाने पर कटऑफ़ अंक 97/ 90 से घटाकर कम करना पड़ेगा। ऐसा करने से फिर विवाद पैदा होगा जबकि अनिवार्य रूप से सबको तीन-तीन नंबर देने से कोई विवाद पैदा नहीं होगा। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
हालांकि इसमें पूरी संभावना है कि परीक्षा समिति सभी को 3 नंबर अनिवार्य रूप से दे क्योंकि ये तीन प्रश्न प्रश्नपत्र से हटाने पर कटऑफ़ अंक 97/ 90 से घटाकर कम करना पड़ेगा। ऐसा करने से फिर विवाद पैदा होगा जबकि अनिवार्य रूप से सबको तीन-तीन नंबर देने से कोई विवाद पैदा नहीं होगा। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और लॉकडाउन जनता की मदद करने वाले कोरोना वारियर्स को भी यह वायरस संक्रमित कर रहा है जिससे कई कोरोना वायरियर्स की मृत्यु हो गई है। दिल्ली में एक नाया मामला सामने आया है जिसमें लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण के काम में लगी एक महिला शिक्षिका की कोरोना की वजह से मृत्यु हुई है। महिला शिक्षिका की ड्यूटी उत्तरी दिल्ली नगर निगम के तहत राशन बांटने में लगी थी, महिला कॉट्रेक्ट पर दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में अध्यापन का काम करती थी।
लॉकडाउन के दौरान कई कोरोना वारियर जनता की मदद कर रहे हैं लेकिन उन सभी को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा है क्योंकि कई बार उन्हें सीधे उन लोगों के संपर्क में आना पड़ता है जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। दिल्ली में कई पुलिस कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी पहले ही कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। एक पुलिस कर्मी की तो कोरोना वायरस की वजह से मृत्यु भी हुई है।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के 381 नए मामले सामने आ गए हैं और 5 लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार दिल्ली में अब तक 6923 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 4781 एक्टिव केस हैं। 2069 लोग ठीक हो गए हैं और 73 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने इसकी जानकारी दी है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है
लॉकडाउन के दौरान कई कोरोना वारियर जनता की मदद कर रहे हैं लेकिन उन सभी को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा है क्योंकि कई बार उन्हें सीधे उन लोगों के संपर्क में आना पड़ता है जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। दिल्ली में कई पुलिस कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी पहले ही कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। एक पुलिस कर्मी की तो कोरोना वायरस की वजह से मृत्यु भी हुई है।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के 381 नए मामले सामने आ गए हैं और 5 लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार दिल्ली में अब तक 6923 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 4781 एक्टिव केस हैं। 2069 लोग ठीक हो गए हैं और 73 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने इसकी जानकारी दी है। इस पोस्ट का कंटेंट यहाँ से लिया गया है