CM योगी की कैबिनेट की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले, देखें

सीएम योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले, देखें आधिकारिक प्रेस नोट

शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए माध्यमिक विद्यालयों को मिले 1099 शिक्षक

प्रयागराज : सूबे के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने गुरुवार देर शाम टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) सामाजिक विज्ञान का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। इसमें में कुल 1099 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिसमें 1004 पुरुष व 95 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। चयनितों को विद्यालय का विकल्प भरने के लिए 29 जुलाई तक का समय दिया गया है। चयन बोर्ड की वेबसाइट में चयनित अभ्यर्थियों को तय तारीख के अंतर्गत विद्यालय का विकल्प भरना होगा। फिर विकल्प के अनुरूप विद्यालय में उन्हें नियुक्ति देने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।


अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में भर्ती के लिए चयन बोर्ड ने टीजीटी समाजिक विज्ञान की लिखित परीक्षा आठ मार्च 2019 को आयोजित की थी।उपसचिव नवल किशोर ने बताया कि अभ्यर्थियों द्वारा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की नियमावली 1998 के नियम 12 (9) में दी गई व्यवस्था के अनुसार साक्षात्कार के समय विज्ञापित संस्थाओं की अधिमानता आनलाइन भरी गई थी। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को उनके द्वारा आवेदित आरक्षण श्रेणी का ही स्कूल आवंटन के लिए उसी समय प्रदर्शित किया गया था। अंतिम चयन के परिणाम में कतिपय आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी मेरिट के आधार पर सामान्य श्रेणी में चयनित हैं, लेकिन सामान्य श्रेणी की संस्था की अधिमानता न होने के कारण अधिमानता शून्य है। आरक्षित वर्ग के जो अभ्यर्थी सामान्य वर्ग में चयनित हैं, उन्हें सामान्य श्रेणी की अधिमानता का आनलाइन विकल्प प्रस्तुत करने के लिए 22 से 29 जुलाई तक का समय दिया गया है।

पीजीटी हंिदूी आवंटन में संशोधन: माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पीजीटी-2016 के तहत हंिदूी विषय के विद्यालय आवंटन में संशोधन किया है। उपसचिव नवल किशोर ने बताया कि पीजीटी-2016 के हंिदूी विषय के संस्था आवंटन मे संशोधन किया गया है। यह संशोधन चयन बोर्ड की वेबसाइट/नोटिस बोर्ड पर चस्पा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने टीजीटी-पीजीटी-2016 के तहत 37 शिक्षकों का समायोजन किया है।

निरीक्षण में गायब मिलीं प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर सुधा देवी

प्रतापगढ़। बीएसए ने बृहस्पतिवार को सदर विकास खंड के प्राइमरी स्कूल बड़नपुर का औचक निरीक्षण किया। बीएसए 9.43 बजे स्कूल पहुंचे तो हेडमास्टर सुधा देवी गायब मिलीं। जबकि शिक्षामित्र रिंकी सिंह उस समय स्कूल पहुंची, जब बीएसए निरीक्षण कर रहे थे।


बीएसए अमित कुमार सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी सदर से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया है। बीएसए ने प्राइमरी स्कूल सगरा का भी निरीक्षण किया, जहां सब कुछ ओके मिला।

जल्द मिलेगा 80 हजार छात्राओं को 1100 रुपए का स्टाइपेंड

लखनऊ : प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की 79600 छात्रओं को 1100 रुपये (सालाना) स्टाइपेंड जल्द मिलेगा। इस वर्ष यह पैसा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर यानी डीबीटी के माध्यम से भेजा जाएगा।


इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने गुरुवार को आदेश जारी कर दिया है। सूबे में 746 केजीबीवी में ये छात्रएं नामांकित

रोजगार : सरकार ने 6696 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र किया जारी

आज मिलेगा 6696 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र, सरकार ने जारी किया विज्ञापन

TGT-PGT : प्रदर्शन के बाद हुआ परिणाम जारी

नियुक्ति व परिणाम के लिए प्रदर्शन करने वाले प्रतियोगियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर महीनों दौड़ने के मामले अक्सर देखने को मिलते हैं, लेकिन दोपहर को किया वादा शाम तक डे हो जाए, ऐसे मौके बहुत कम आते हैं।


माध्यमिक शिक्षा संवा चयन बोर्ड ने गुरुवार को त्वरित कार्रवाई करके उस मिथक को ताड़ दिया। हुआ यूं कि परीक्षा के बाद परिणाम व चयन के बाद नियुक्ति न मिलने पर टीजीटी-पीजीटी 2016 के अभ्यर्थी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बांर्ड के दफ्तर पहुंचे। अभ्यर्थियों ने चयन बोर्ड का मुख्य द्वार बंद करके जमकर नारेबाजी की। मांग के तहत कला, सामाजिक विज्ञान तथा पीजीटी- 2016 कला का अंतिम परिणाम जारी करने और पीजीटी-2016 के हिंदी विषय के चयनितों को नियुक्ति दिलाने की थीं। चयन बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया। पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उपसचिव के समक्ष मांगें रखों। उपसचिव ने भरोसा दिया कि चयनितों को नियुक्ति दिलाने के लिए शीघ्र पैनल का गठन किया जाएगा और रुके परीक्षा परिणाम भी जल्द जारी कर दिए जाएंगे। प्रदर्शन में विक्की खान व ओमान सिंह सहित अन्य शामिल थ।

एडेड माध्यमिक विद्यालयों को मिले 1099 शिक्षक

प्रयागराज : सूबे के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने गुरुवार देर शाम टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) सामाजिक विज्ञान का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। इसमें में कुल 1099 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिसमें 1004 पुरुष व 95 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। चयनितों को विद्यालय का विकल्प भरने के लिए 29 जुलाई तक का समय दिया गया है। चयन बोर्ड की वेबसाइट में चयनित अभ्यर्थियों को तय तारीख के अंतर्गत विद्यालय का विकल्प भरना होगा। फिर विकल्प के अनुरूप विद्यालय में उन्हें नियुक्ति देने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।


अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में भर्ती के लिए चयन बोर्ड ने टीजीटी समाजिक विज्ञान की लिखित परीक्षा आठ मार्च 2019 को आयोजित की थी।उपसचिव नवल किशोर ने बताया कि अभ्यर्थियों द्वारा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की नियमावली 1998 के नियम 12 (9) में दी गई व्यवस्था के अनुसार साक्षात्कार के समय विज्ञापित संस्थाओं की अधिमानता आनलाइन भरी गई थी। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को उनके द्वारा आवेदित आरक्षण श्रेणी का ही स्कूल आवंटन के लिए उसी समय प्रदर्शित किया गया था। अंतिम चयन के परिणाम में कतिपय आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी मेरिट के आधार पर सामान्य श्रेणी में चयनित हैं, लेकिन सामान्य श्रेणी की संस्था की अधिमानता न होने के कारण अधिमानता शून्य है। आरक्षित वर्ग के जो अभ्यर्थी सामान्य वर्ग में चयनित हैं, उन्हें सामान्य श्रेणी की अधिमानता का आनलाइन विकल्प प्रस्तुत करने के लिए 22 से 29 जुलाई तक का समय दिया गया है।

पीजीटी हंिदूी आवंटन में संशोधन: माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पीजीटी-2016 के तहत हंिदूी विषय के विद्यालय आवंटन में संशोधन किया है। उपसचिव नवल किशोर ने बताया कि पीजीटी-2016 के हंिदूी विषय के संस्था आवंटन मे संशोधन किया गया है। यह संशोधन चयन बोर्ड की वेबसाइट/नोटिस बोर्ड पर चस्पा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने टीजीटी-पीजीटी-2016 के तहत 37 शिक्षकों का समायोजन किया है।

शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का नियमित वार्षिक वेतन वृद्धि के संबंध में

शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की 1 जुलाई 2021 का नियमित वार्षिक वेतन वृद्धि के संबंध में

69000 शिक्षक भर्ती के अवशेष पदों पर विज्ञप्तियां जारी

 69000 शिक्षक भर्ती के अवशेष 6696 पदों पर नियुक्ति पत्र वितरण के सम्बन्ध में जिलावार विज्ञप्तियां , देखें

सीएम योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले, देखें आधिकारिक प्रेस नोट

 सीएम योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले, देखें आधिकारिक प्रेस नोट




ई पाठशाला के अंतर्गत दूरदर्शन पर आज दिनाँक 22.07.2021 को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा

 ई पाठशाला के अंतर्गत दूरदर्शन पर आज दिनाँक 22.07.2021 को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा

69000 भर्ती के तीसरे चरण में खाली रह गए पदों को भरने के लिए चौथी काउंसलिंग की मांग

 प्रयागराज । प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के लिए 69000 शिक्षक भर्ती में तीन चरण की काउंसलिंग के बाद खाली पदों को भरने के लिए अब कम मेरिट के अभ्यर्थियों ने चौथी काउंसलिंग कराए जाने की मांग की है। शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार एवं

बेसिक शिक्षा मंत्री से खाली पदों को भरने के लिए एक और काउंसलिंग कराने की मांग की है। मांग करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि लगभग छह सौ सीट अभ्यर्थियों के अनुपस्थित रहने के कारण खाली रह गई है। ऐसे में एक और काउंसलिंग करके खाली सीटों को भरा जाए।

तबादले के लिए म्यूचुअल साथी तलाश रहे 'गुरु जी'

आजमगढ़:- जिले के भीतर एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक और फिर एक ही ब्लॉक के भीतर एक स्कूल से दूसरे स्कूल के बीच स्थानान्तरण का आदेश अभी भले ही नहीं आया हो मगर इसकी जमीन अभी से तैयार होने लगी है। स्कूलों में तैनात शिक्षकों ने अपने तबादले के लिए बेस्ट म्यूचुअल ( पारस्परिक) तलाशना शुरू कर दिया है।

प्राथमिक शिक्षक संघ के अमित राय ने बताया कि शिक्षक संगठन तबादला नीति जारी करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जिले में कुछ स्कूलों में अधिक संख्या में शिक्षकों की तैनाती बन गई है तो कई जगह पर आवश्यकता के मुताबिक शिक्षक तैनात ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का स्थानान्तरण होने से शिक्षकों को उनके मनमुताबिक अथवा नजदीकी विद्यालय मिल जाते हैं तो विद्यालय आवागमन की जल्दीबाजी में होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगने की उम्मीदें रहेंगी।

बेसिक स्कूलों में नामांकन का ग्राफ बढ़ाने को घर-घर पहुंच रहे शिक्षक

 बुलंदशहर : कोरोना संक्रमण में बेपटरी हुई शिक्षण व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद तेज हो गई है। परिषदीय स्कूलों में नामांकन का ग्राफ बढ़ाने के लिए शिक्षक गांवों की गलियों में कदम ताल कर रहे हैं। घर-घर दरवाजा खटखटाकर बच्चों का दाखिला कराने के लिए अभिभावकों को प्रेरित कर रहे हैं। हालांकि शिक्षकों को इस अभियान में चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनकी मेहनत रंग ला रही है। पिछले सत्र के मुकाबले नामांकन का आंकड़ा बढ़ रहा है। दरअसल, कोरोना संक्रमण का कहर बरपने पर मार्च में शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया। शिक्षकों को वर्क फ्राम होम पर रहते हुए आनलाइन पठन-पाठन की जिम्मेदारी सौंपी गई। अब कोरोना की मंद पड़ी रफ्तार के बाद हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन अभी विद्यालयों को बच्चों के लिए बंद हैं। जबकि शिक्षक एवं कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है। इस बीच नए शैक्षणिक सत्र की शरुआत भी हो चुकी है। परिषदीय स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन कराने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब चूंकि बच्चों के लिए विद्यालय बंद हैं। ऐसे में कुछ अभिभावक विद्यालय पहुंचकर बच्चों का प्रवेश करा रहे हैं। जबकि अधिकांश अभिभावक बच्चों का दाखिला कराने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। जिसका असर परिषदीय स्कूलों के नामांकन पर पड़ रहा है। इन अभिभावकों को समझाने के लिए शिक्षक गांव में पहुंच रहे हैं। समझाने पर मान रहे अभिभावक

सदर ब्लाक के नौसेना प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुनीता सोलंकी ने बताया कि अधिकांश अभिभावक मजूदरी पर चले जाते हैं तो छोटे भाई-बहनों की देखभाल के लिए बच्चों को छोड़ जाते हैं। इसलिए वह स्कूल में दाखिला कराने से बच रहे हैं। कुछ अभिभावक बच्चों को धान की फसल खेतों में रोपने के लिए साथ ले जाते हैं। इसलिए वह अभी स्कूल में प्रवेश दिलाने के इच्छुक नहीं है। हालांकि उन्हें शिक्षा का महत्व समझाने पर वह मान रहे हैं। पिछले सत्र में जहां छात्र संख्या 170 थी। इस बार बढ़कर 210 पहुंच गई है।

जागरूक होते ही करा रहे दाखिला

सिकंदराबाद ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सुनपेड़ा की सहायक अध्यापिका प्रीति चौधरी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से आज भी अभिभावक भयभीत है। स्कूल भेजने की बजाय मजूदरी कराना ज्यादा पंसद कर रहे हैं। हालांकि उन्हें जब समझाया जाता है। शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है तो वह अपनी हठधर्मिता छोड़ देते हैं। नतीजन, पिछले सत्र में जहां विद्यालयमें 81 बच्चे थे। वहीं, आज सैकड़ा पार कर छात्र संख्या 105 हो गई है। अभी इसे और बढ़ाने का प्रयास जारी है। इन्होंने कहा.....

परिषदीय स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के शिक्षक गांव में पहुंचकर अभिभावकों को जागरूक कर रहे हैं। इसका असर दिख रहा है। स्कूलों में नामांकन बढ़ रहा है।