एनसीटीई द्वारा बीएड को भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती में मान्य करने से डीएलएड का क्रेज घटा

कभी नौकरी की गारंटी रहे डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (पूर्व में बीटीसी) कोर्स के प्रति युवाओं का रुझान घट रहा है। डीएलएड के 2021 सत्र में प्रवेश के लिए प्रदेश के 106 प्राइवेट कॉलेजों को एक भी छात्र नहीं मिले। सैकड़ों कॉलेज ऐसे हैं जहां बमुश्किल एक दर्जन छात्र भी नहीं मिले हैं। पिछले साल सत्र शून्य होने से प्रवेश नहीं हुआ था और इस साल आधी सीटें भी नहीं भरने से इन कॉलेजों की कमाई खत्म हो गई है। अब इनके सामने अस्तित्व का संकट है।

● 2018 में एनसीटीई ने बीएड को भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती में मान्य कर दिया।

● अन्य प्रदेशों में 12वीं के बाद डीएलएड में प्रवेश होता है, यूपी में स्नातक के बाद।

● डीएलएड की काउंसिलिंग बीएड के साथ होने के कारण अभ्यर्थी बीएड की तरफ चले गए।

चार लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को पहली बार सरकार सीधे अभिभावकों के खाते में रुपये भेजने जा रही

जिले में परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के चार लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को पहली बार नि:शुल्क यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूता-मोजा और बैग देने की बजाय सरकार सीधे अभिभावकों के खाते में रुपये भेजने जा रही है। प्रति जोड़ी 300 रुपये के हिसाब से दो सेट यूनिफॉर्म के लिए 600 रुपये, 200 रुपये स्वेटर,135 रुपये जूते, 21 रुपया मोजा और 100 रुपया बैग के लिए कुल 1056 रुपये दिए जाएंगे

सवाल उठ रहा है कि क्या अभिभावक इतने रुपयों में गुणवत्तापूर्ण ये सामग्री बच्चों को दिला पाएंगे। स्कूलों से जब ये सामान मिलते थे या सरकार टेंडर करती थी। इससे काफी मात्रा होने के कारण सस्ते पड़ते थे। अब जब एक बच्चे के लिए दुकान पर ये सारे सामान लेने जाएंगे तो इस दर पर मिलना मुश्किल होगा। ऐसी भी आशंका है कि इन रुपयों से अभिभावक अपने घर की दाल-रोटी की व्यवस्था न करने लगे।

प्राथमिक शिक्षा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि शिक्षकों को यूनिफॉर्म और स्वेटर बांटने से मुक्ति मिलने पर वे खुश हैं। अब न ऑडिट होगी और न रजिस्टर तैयार करना होगा। अच्छा हो कि मिड-डे-मील की राशि भी कोरोना काल की तरह बच्चों को भेजी जाए।

शिक्षकों की असली हितैषी समाजवादी पार्टी, जो हमेशा शिक्षकों के दुख दर्द को समझती : प्रदेश अध्यक्ष डॉ मानसिंह यादव ने कहा

उरई। शिक्षकों की असली हितैषी समाजवादी पार्टी ही है। जो हमेशा शिक्षकों के दुख दर्द को समझती है। यह बात इलाहाबाद झांसी खंड से  एवं सपा शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मानसिंह यादव ने रविवार को पार्टी कार्यालय में संवाद से समाधान की ओर पर आयोजित शिक्षक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
 

उन्होंने शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, वित्तविहीन शिक्षकों को आश्वस्त किया कि वह 2022 में एकजुट होकर सपा की सरकार बनाने में सहयोग करें। सरकार बनने पर सभी की समस्यायों का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लोग समाजवादी बनकर काम करें व्यक्तिवादी बनकर नहीं। उन्होंने कहा कि 2022 का चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है।

संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति को साक्षात्कार छह से 9 तक, मानदेय पर नियुक्त होंगे

प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2021-22 व 2022-23 के लिए 52 पदों पर साक्षात्कार जीआइसी में छह से नौ अक्टूबर तक होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि नियुक्तियां अस्थाई प्रकृति की हैं। मानदेय पर नियुक्त होंगे। प्रात: 10 बजे से पहले पहुंचना होगा। याद रहे परिसर में भीड़ न लगने पाए। 

छह अक्टूबर को श्री श्याम लाल शुक्ल संस्कृत माध्यमिक विद्यालय अयोध्या कोरांव, श्रीकृष्ण संस्कृत पाठशाला खदरहन का पूरा सिरसा, सुबोधिनी संस्कृत पाठशाला मांडा, श्रीनाथ सांस्कृत पाठशाला सिरसा, लोकमान्य तिलक महारानीदीन संस्कृत मा.वि लाछागृह हंडिया के लिए। सात अक्टूबर को श्रीगंगेश्वर संस्कृत मावि वेद विद्यालय झूंसी, राम सुमेर तिवारी संस्कृत मा.वि. नारीबारी, श्रीकृष्ण प्रणामी संस्कृत मा.वि. भइयों मेजा, आठ अक्टूबर को भागवतदेशिक संस्कृत मा.वि. नृसिंह मंदिर दारागंज, बैकुंठनाथ संस्कृत मा.वि. बैकुंठधाम अलोपीबाग, श्री बज्रांग संस्कृत मा.वि. देवली फूलपर के लिए साक्षात्कार होगा। नौ अक्टूबर को कमलाकर संस्कृत पाठशाला शंकरगढ़, श्रीमहर्षि पाणिनि संस्कृत मा.वि. बड़ोखर कोरांव, श्री शिव संस्कृत मा.वि. सैदाबाद, श्रीतीर्थराज सन्यासी मा.संस्कृत वि. झूंसी, श्री हनुमत संस्कृत उमवि रामबाग के लिए साक्षात्कार होगा।

12460 सहायक अध्यापक भर्ती से संबंधित न्यायालय में सरकार का पक्ष रखने के संबंध में अभ्यर्थियों ज्ञापन सौंपा

12460 सहायक अध्यापक भर्ती से संबंधित न्यायालय में सरकार का पक्ष रखने के संबंध में रविवार को अभ्यर्थियों ने जलशक्ति मंत्री बलदेव सिंह औलख को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में लिखा है कि अधिकतर बिंदुओं को उच्च न्यायालय द्वारा तय किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार बनाम राम जनक मौर्य में सरकार भी एक पक्षकार है जो कि लंबित है इस केस में अब तक 17 बार डेट लग चुकी है परंतु सरकार के अधिकृत अधिवक्ता की अनुपस्थिति के कारण सरकार का पक्ष नहीं रखा जा सका है। यह केस लंबित चल रहा है जिसके लंबित होने से 6000 अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है जिससे अभ्यर्थी आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान हैं। अभ्यर्थियों द्वारा अधिकृत अधिवक्ता उच्च न्यायालय में उपस्थित होकर सरकार का पक्ष रखने की मांग की गई है। ज्ञापन देने बालों में सविता कुमारी, मोहनलाल यदुवंशी, आदित्य शर्मा, रेशम दिवाकर, वीरेंद्र दिवाकर, इशरत अली, प्रेमपाल आदि मौजूद रहे ।

गांधी जयंती पर शिक्षकों द्वारा खुद की फोटो शेयर करना पड़ा महंगा

गांधी जयंती पर शिक्षकों द्वारा खुद की फोटो शेयर करना महंगा पड़ गया। कुछ समाचार पत्रों ने जूतों और चप्पलों के साथ माल्यार्पण करने को प्रमुखता से उठा कर BSA से शिकायत की। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। बताते चलें कि ये फोटो खुद शिक्षकों द्वारा लिए गए थे और उनको शेयर भी इन लोगों ने स्वतः किए थे| लेकिन तब ही ये अपनी गलती को पहचान न सके और प्रकरण में दोषी बन गए|

वो शिक्षक हैं। बच्चे उनसे ही सीखते हैं। गांधी जयंती पर बच्चों को स्कूल बुलाया था ताकि वह कुछ सीखें लेकिन गुरुजी शायद भूल गए कि बच्चे भाषणों से कम, आचरण से ज्यादा सीखते हैं। शनिवार को कई स्कूलों में शिक्षकों ने बच्चों के सामने जूते-चप्पल पहनकर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया।

संविलियन स्कूल जिजौली मक्खनपुर में बापू की जयंती पर कार्यक्रम हुआ। शिक्षिकाओं ने स्कूल को संवारा भी लेकिन बच्चों के सामने जब माल्यार्पण की बारी आई तो शिक्षिकाएं चप्पल उतारना भूल गईं। एक तरफ विभाग के आला अधिकारी चप्पल उतार कर माल्यार्पण कर रहे थे तो दूसरी तरफ जिजौली में सभी शिक्षिकाओं ने ऐसे ही माला पहनाई। कुछ यही हाल दिखाई दिया प्राथमिक स्कूल रपड़ी में भी। स्कूल में राष्ट्रपिता एवं लाल बहादुर शास्त्रत्त्ी के चित्रों पर माल्यार्पण के वक्त न तो किसी शिक्षक ने जूते उतारे न ही श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों ने।

जबकि सामने स्कूल के बच्चे बैठे हुए थे। जिले के कई स्कूलों में यही हाल दिखाई दिया।

सब्जियों के दाम बढ़ने से हेडमास्टरों के लिए MDM चलाना मुश्किल हो रहा

महंगाई की मार से अब रसोई चलाना, घर बनाना दोनों ही और महंगे हो गए हैं। बीते एक सप्ताह में सब्जियों के दो दोगुने तक पहुंच गए हैं वहीं सीमेंट, बजरी, सरिया की कीमतों बढ़ने से भवन निर्माण की लागत बढ़ गई है।

टमाटर और प्याज के दाम आसमान पर चढ़ने लगे हैं। फुटकर बाजार में एक सप्ताह पहले (28 सितंबर) 20-30 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 50-60 रुपये प्रतिकिलो पहुंच गया है। वहीं 25 रुपये किलो बिकने वाला प्याज 35 रुपये किलो पहुंच गया है। इसके अलावा आलू 35-40, लौकी 25-30, तौराई 30, बैंगन 30-35 रुपये किलो बिक रहा है। कई सब्जियों के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक बारिश के कारण लोकल सब्जी खराब हो गई है। बाहर से सप्लाई कम हो रही है। सब्जियों के दाम बढ़ने से हेडमास्टरों के लिए MDM चलाना मुश्किल हो रहा है।

थोक बाजार में टमाटर 30 रुपये किलो और प्याज 27 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है, जबकि फुटकर बाजार में टमाटर 40 से 60 रुपये किलो तक बिक रहा है। 

प्रदेश के पांच हजार से अधिक शिक्षामित्रों की असामयिक मृत्यु की जिम्मेदार सरकार : रामचंद्र मौर्य ने कहा - Basic Shiksha News

अम्बेडकरनगर। आम शिक्षक शिक्षामित्र एसोसिएशन जिलाध्यक्ष रामचंद्र मौर्य ने कहा कि प्रदेश के पांच हजार से अधिक शिक्षामित्रों की असामयिक मृत्यु की जिम्मेदार सरकार है। सरकार ने शिक्षा मित्रों के साथ वादा खिलाफी की है। Basic Shiksha News,

जिलाध्यक्ष रामचन्द्र मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री ने शिक्षामित्रों के सम्मान के वापसी की बात कही थी लेकिन अब तक उस पर अमल नहीं किया गया। शिक्षामित्रों के आंदोलन के बाद बनी हाईपावर कमेटी का निर्णय अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया। शिक्षामित्रों की समस्याओं के प्रति सररकारी तौर पर बरती जा रही उदासीनता के चलते शिक्षामित्रों की असामयिक मृत्यु हो गई और उनके बच्चे अनाथ हो गए। एसोसिएशन उपाध्यक्ष ओंकारनाथ सिंह, महामंत्री रमापति वर्मा, सुरेन्द्र कुमार यादव, राहुल सिंह ने शीघ्र ही शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शिक्षामित्रों के हितो की अनदेखी कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। Basic Shiksha News,

UP प्राथमिक विद्यालयों में छात्र शिक्षक अनुपात 30:1 और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 35:1 (35 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक)

लखनऊ। यूपी में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 79,568 सहायक अध्यापक ज्यादा (सरप्लस) हैं। यह दावा किया है केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग उसने अपनी रिपोर्ट में प्रदेश सरकार को सहायक अध्यापकों के पदों को सुव्यवस्थित करने और सभी स्कूलों में आवश्यक शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। Primary Ka Master,

रिपोर्ट के मुताबिक, बेसिक शिक्षा परिषद के 1.58 लाख से अधिक स्कूलों में अभी 3.79 लाख से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं, एक लाख 40 हजार से अधिक शिक्षा मित्र भी सेवाएं दे रहे हैं। इस तरह स्कूलों में कुल 5 लाख 19 हजार शिक्षक शिक्षामित्र कार्यरत हैं। प्राथमिक विद्यालयों में छात्र शिक्षक अनुपात 30:1 (30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक) और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 35:1 (35 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक) है। परिषदीय विद्यालयों में करीब 1.76 करोड़ विद्यार्थी नामांकित हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि सहायक अध्यापकों और शिक्षा मित्रों की कुल संख्या और पंजीकृत विद्यार्थियों की कुल संख्या के हिसाब से प्रदेश में 79,568 सहायक अध्यापक सरप्लस हैं। हालांकि विभाग में सृजित पदों कीसंख्या के हिसाब से देखें तो सहायक अध्यापकों और प्रधानाचार्यों के करीब 1.26 लाख पद खाली हैं।

इधर तो भर्ती की तैयारी... Primary Ka Master,

प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापक भर्ती के लिए राजस्व परिषद के अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की है। कमेटी जिलावार रिक्त पदों का आकलन कर भर्ती के लिए रिपोर्ट देगी। कमेटी की रिपोर्ट के बाद भर्ती पर निर्णय होगा।

गज़ब बेरोजगारी: संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति के एक-एक पद पर 40-40 दावेदार - Basic Shiksha News

बाराबंकी। अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। इसके लिए एक-एक पद पर 40-40 दावेदार हैं। जिनको साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। जहां पर गठित कमेटी अभ्यर्थियों की योग्यता का परीक्षण कर चयन करेगी। Basic Shiksha News,Primary Ka Master,

जिले में चार संस्कृत के माध्यमिक विद्यालय है। संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने व शिक्षकों की कमी को दूर करने को लेकर इन विद्यालयों में शासन के आदेश पर संविदा पर एक-एक सहायक अध्यापकों को नियुक्त किया जाना है। इसके जिए सवा दो सौ अभ्यर्थियों ने आवेदन किया गया था। आवेदन पत्रों की जांच के बाद 160 सही पाए गए। जिसके बाद उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। इसको लेकर मंडलीय उप शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। Basic Shiksha News,Primary Ka Master,

शिक्षामित्र ने छात्र को बेरहमी से पीटते हुए स्कूल से निकाल दिया। कहा कि दोबारा स्कूल में दिखाई मत देना - Shikshamitra

Shiksha Mitra News, कौशाम्बी: सरायअकिल थाना क्षेत्र के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को छात्र को शिक्षामित्र ने पीट दिया। इससे परिजन आक्रोशित हैं। शनिवार को पीड़ित के पिता ने मामले की शिकायत पुलिस से करते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की है।

सरायअकिल थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति का बेटा स्थानीय पूर्व माध्यमिक स्कूल में कक्षा सात का छात्र है। शुक्रवार को वह स्कूल गया था। स्कूल में गांव का ही एक युवक शिक्षामित्र है। जिसकी उसके परिवार के रंजिश चल रही है। इसी रंजिश में आरोपित शिक्षामित्र ने छात्र को बेरहमी से पीटते हुए स्कूल से निकाल दिया। कहा कि दोबारा स्कूल में दिखाई मत देना। घर पहुंचे छात्र ने आपबीती परिजनों को बताई तो परिवार के लोग अवाक रह गए। छात्र के पिता का आरोप है कि गंवई सियासत में उसके बेटे के साथ मारपीट की गई है। इससे पहले भी उसे प्रताड़ित किया जा चुका है। शनिवार को किशोर के पिता ने आरोपित शिक्षामित्र के खिलाफ मामले की शिकायत पुलिस से की।

स्कूल आते-जाते वक्त नमस्कार नही करने पर हेडमास्टर, सहायक अध्यापकों और शिक्षामित्र से नाराज, मांग स्पष्टीकरण

महराजगंज के एक प्राथमिक विद्यालय में तैनात हेडमास्टर अपने सहायक अध्यापकों और शिक्षामित्र पर महज इसलिए नाराज हो गए कि स्कूल आते-जाते वक्त उन लोगों ने नमस्कार नहीं किया।हेडमास्टर ने इस मामले में नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण तलब कर दिया है। यह नोटिस सोशल मीडिया में जमाकर वायरल हो गया है। BRC के माध्यम से बीएसए कार्यालय तक मामला पहुंच गया है। विभाग भी असमंजस में है कि इस पत्र पर किस तरह की कार्रवाई की जाए। फिलहाल इस मामले में बीएसए BSA ने घुघली के बीईओ को निर्देश दिया जाए कि वह सोमवार को विद्यालय पहुंच मामले की जांच करें। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

मामला घुघली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धनगड़ी मुड़ेरी का है। प्रधानाध्यापक ने अपने विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक शालोक कुमार यादव, इंद्रजीत सिंह, इंद्रनाथ यादव व शिक्षामित्र दत्तात्रेय नाथ गुप्त को नोटिस जारी किया है। हालांकि बीईओ घुघली विनयशील मिश्र का कहना है कि अभी तक यह नोटिस उन तक नहीं पहुंची है, लेकिन वायरल पत्र होने की वजह से मामला संज्ञान में है। इस मामले में वह सोमवार को विद्यालय में जाकर जांच करेंगे। उसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सच्चाई क्या है?

हेडमास्टर को इस बात की है नाराजगी
3 सहायक अध्यापक व एक शिक्षामित्र के नाम से जारी नोटिस में प्रधानाध्यापक ने लिखा है कि 29 व 30 सितंबर को चारों(शिक्षक व शिक्षामित्र) विद्यार्थियों व रसोइयों के समक्ष प्रधानाध्यापक को आने के समय सुबह 7.45 बजे व जाने के समय अपराह्न 2.10 बजे नमस्कार नहीं कहा गया। आपके इस कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगता है तथा लापरवाही को प्रदर्शित करता है। इस मामले में प्रधानाध्यापक ने तीनों सहायक अध्यापक व एक शिक्षामित्र से 2 दिन के अंदर साक्ष्य समेत स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण उपलब्ध ना होने या फिर संतोषजनक नहीं होने पर कठोर विभागीय कार्रवाई के लिए संस्तुति उच्चाधिकारियों के समक्ष की जाएगी।

घुघली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धनगड़ी मुंडेरी के प्रधानाध्यापक का एक पत्र वायरल हुआ है, जिसमें वह नमस्कार नहीं करने पर अपने विद्यालय के शिक्षक व शिक्षामित्र को नोटिस जारी किए हैं। इस मामले में बीईओ BEO को निर्देश दिया गया है कि वह सोमवार को विद्यालय पर जाकर मामले की जांच करें। रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
OM यादव, बीएसए

शिक्षकों के 1.90 लाख समूह 'ग' के एक लाख पद रिक्त: दावा

प्रयागराज प्रदेश में विभिन्न विभागों में साढ़े पांच लाख रिक्त पदों पर भर्ती के लिए जारी आंदोलन ने तेजी पकड़ ली है। प्रदेश में वर्तमान में 21.50 लाख से ज्यादा स्वीकृत पद हैं और प्रदेश सरकार की ओर से महंगाई भत्ते में दिए गए आंकड़ों के अनुसार तकरीबन 16 लाख कर्मचारी इस समय कार्यरत हैं। ऐसे में साढ़े पांच लाख पद रिक्त पड़े हैं। रिक्त पदों पर भर्ती की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने प्रदेश स्तर पर आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है।

प्रतियोगियों का दावा है कि बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के 126038 पद रिक्त हैं। इसमें 68500 शिक्षक भर्ती में न्यायालय में लंबित 22 हजार शेष बचे पद शामिल नहीं है। इन्हें शामिल करने पर यह संख्या 148038 हो जाएगी। इसके अलावा जूनियर परिषदीय विद्यालयों में वर्ष 2016 में बीपीएड शिक्षकों के 32022 पदों के विज्ञापन, जूनियर परिषदीय विद्यालयों में विज्ञान संवर्ग में वर्ष 2013 में शिक्षकों के 29334 पदों में से तकरीबन 8 हजार पदों पर लंबित भर्ती और प्रबंधकीय जूनियर हाईस्कूल में भी चल रही भर्ती प्रक्रिया के अतिरिक्त तीन हजार से अधिक पदों को जोड़ लिया जाए तो शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या 1.90 लाख के आसपास पहुंच रही है। इसके अलावा संस्कृत व उर्दू शिक्षण संस्थाओं में तकरीबन फीसदी पद रिक्त हैं। माध्यमिक विद्यालयों (प्रबंधकीय व राजकीय) में 27 हजार पदों पर भर्ती प्रस्तावित है लेकिन अभी विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आठ हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन तैयार है और एलटी 2018 की भर्ती में भी कंप्यूटर विज्ञान व गणित के चार हजार से ज्यादा पद रिक्त रह गए हैं। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 2019 में ही टीजीटी-पीजीटी व प्रधानाचार्य के लिए तकरीबन 40 हजार पदों का अधियाचन चयन बोर्ड को प्राप्त हो चुका है। जिसमें तकरीबन 15 हजार पदों पर चयन प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खत्म किए गए तदर्थ शिक्षकों के एवज में भी नियमित भर्ती की जानी है। तदर्थ शिक्षकों की संख्या तकरीबन 34 हजार है। हाल में चयन बोर्ड द्वारा सर्वे कराया गया है लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया।

शिक्षकों के 17 हजार पदों पर होनी है भर्ती
रोजगार के मुद्दे पर युवा मंच के बैनर तले एक माह से जारी आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अनिल सिंह का दावा है कि महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के 17 हजार पदों पर भर्ती प्रस्तावित है लेकिन अभी विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। पुलिस कांस्टेबल की दो वर्ष पहले से 52 हजार पदों पर भर्ती प्रस्तावित है। पुलिस विभाग में वर्तमान में सभी प्रकार के एक लाख से अधिक पद रिक्त हैं, जिसमें दरोगा भर्ती के नौ हजार से ज्यादा पदों पर चयन प्रक्रिया चल रही है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को 50 हजार पदों पर अधियाचन मिल चुका है, लेकिन भर्तियां लंबित हैं। समूह 'ग' के तकरीबन एक लाख पद रिक्त हैं। वहीं, तकनीकी संवर्ग में विभागों व तकनीकी शिक्षण संस्थाओं में तकरीबन एक लाख पद रिक्त हैं।

नौकरी के लिए बनी संयुक्त बेरोजगार संघर्ष समिति
रोजगार के मुद्दे पर कई छात्र संगठनों ने एकजुट होकर संयुक्त बेरोजगार संघर्ष समिति का गठन किया है। बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई की रूपरेखा एवं तैयारियों के लिए शुक्रवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर समिति की बैठक बुलाई गई है।

बहराइच: कस्तूरबा विद्यालयों में चयन हेतु कट ऑफ मेरिट जारी, देखे

कस्तूरबा विद्यालयों में चयन हेतु कट ऑफ मेरिट जारी: बहराइच

Shikshamitra News: शिक्षामित्रों की अयोध्या मार्च को लेकर हुई बैठक, 1 लाख 72 हजार शिक्षामित्र डालेंगे अयोध्या में डेरा

कंपनी बाग इटावा में श्री राजू दास महाराज शिक्षामित्र उत्थान समिति जनपद इटावा उत्तर प्रदेश द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें समस्त जनपद के शिक्षामित्र साथियों ने सैकड़ों

की संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष इटावा श्री वीरेंद्र सिंह द्वारा की गई। बैठक में आए समिति के प्रदेश अध्यक्ष श्री रविंद्र प्रताप सिंह जी ने सभी शिक्षामित्रों को संबोधित करते हुए कहा की सभी शिक्षामित्रों को 16-10-2021 से लेकर 21-10-2021 तक अयोध्या में आयोजित पांच दिवसीय कार्यक्रम में
अधिक से अधिक संख्या में एवं अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना है। रविंद्र जी ने कहा की हम शिक्षामित्रों के साथ सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है हम सभी सरकार से चाहते हैं कि हमारा खोया हुआ मान सम्मान वापस दिलाया जाए। जो हमारा मान सम्मान वापस दिलाएगा वही यूपी पर भी राज करेगा।

हम सभी शिक्षामित्र हमेशा से अपने मान सम्मान के लिए लड़ते आए हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। रविंद्र जी ने कहा कि शिक्षामित्र अयोध्या पहुंचकर एक करोड़ दीपक भी जलाएंगे।

प्रदेश अध्यक्ष जी ने कहा की शिक्षामित्र जो भी सहायता राशि समिति में देंगे उसका किसी भी तरह से दुरुपयोग नहीं होगा उस राशि को शिक्षामित्रों के संगठन को मजबूत करने में लगाया जाएगा। शिक्षामित्र का संगठन जितना अधिक मजबूत होगा उतनी ही अधिक मजबूती से सरकार के सामने अपने मान सम्मान के लिए लड़ सकेगा। पिंकी राठौर जोकि जिला मैनपुरी से महिला महामंत्री हैं उन्होंने महिला शिक्षा मित्रों को संबोधित करते हुए रानी लक्ष्मीबाई का उदाहरण देकर मान सम्मान की लड़ाई में बढ़चढ़कर आगे आने को कहा।

जिला अध्यक्ष इटावा श्री वीरेंद्र सिंह जी द्वारा सभी साथियों से विशेष अनुरोध किया गया कि वह अधिक से अधिक संख्या में अयोध्या पहुंचे हैं और सरकार को अपनी ताकत दिखाएं। जिला अध्यक्ष इटावा की ओर से मृत हुए 5000 शिक्षामित्रों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। जिला अध्यक्ष मैनपुरी श्री महेश जी राजपूत द्वारा कहा गया की शिक्षामित्र को सरकार हल्के में ना लें। हम शिक्षामित्रों की संख्या 172000 है सरकार इसे केवल 172000 ही ना समझे क्योंकि यह 172000 परिवार है। यदि सभी शिक्षामित्र एक साथ सड़कों पर उतर आया तो सरकार को संभालना मुश्किल हो जाएगा।

बंद स्कूल में लड़की के साथ क्या कर रहे थे गुरुजी? वीडियो पर मचा बवाल

अलीगढ़. अलीगढ़ (Aligarh) के अतरौली इलाके के एक बंद स्कूल के अंदर बंद कमरे का आप​त्तिजनक वीडियो सामने आया है. इसमें एक शिक्षक (Teacher) को युवती के साथ बंद कमरे से निकलते दिखे. इस दौरान युवकों से उनकी बहस हो रही है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. बताया जा रहा है कि वीडियो गत रविवार का है. कुछ लोगों ने जब बंद स्कूल के गेट पर जंजीरों में जकड़ा लोहे का ताला लगा देखा तो कुछ स्थानीय ग्रामीण स्कूल की दीवार फांद कर स्कूल में दाखिल हो गए. वहां बंद कमरे के अंदर एक शिक्षक को एक युवती के साथ पकड़ लिया गया. इस पर युवती भी युवकों से भिड़ गई और उन पर ही छेड़छाड़ का आरोप लगाया.

जानकारी के अनुसार अलीगढ़ जिले की अतरौली कोतवाली क्षेत्र के नरौना पुलिस चौकी के एक गांव निवासी शिक्षक की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वायरल वीडियो बीते रविवार की बताई जा रही है. वीडियाेे को लेकर इलाके में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन शिक्षक चुप्‍पी साधे हुए है. बताया जाता है कि रविवार के दिन स्कूल के छुट्टी होने के कारण शिक्षक सफेद धोती कुर्ता पहन कंधे पर सफेद रंग का गमछा डालकर स्कूल पहुंचता है. स्कूल का अंदर से गेट बंद था. तभी गांव के चार-पांच युवकों को जब शक हुआ कि स्कूल में शिक्षक के साथ कोई युवती भी मौजूद है. युवक भी अंदर पहुंच गए.जिस एक कमरे में शिक्षक था उसका भी गेट अंदर से बंद था. मौके पर पहुंचे युवकों ने ‌जब दरवाजा खोलने के लिए कहा तो काफी देर बाद सफेद धोती कुर्ता पहने शिक्षक के द्वारा दरवाजा खोला गया. स्कूल के बंद कमरे का दरवाजा खुलते ही युवक शिक्षक का वीडियो बनाने लगे. वीडियो में शिक्षक उनसे वीडियो बनाने के लिए साफ मना करते दिख रहे हैं और कह रहे हैं कि वह रजिस्टर का काम कर रहे हैं. युवकों ने कहा कि अंधेरे में रजिस्टर का काम कर रहे हो.

इसके कुछ ही देर में कमरे में खड़ी एक स्कूटी के पीछे से एक युवती भी निकली और वह वीडियो बना रहे युवकों पर ही चाकू लेकर पीछा कर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाने लगी. शिक्षक उसी कमरे का दूसरे गेट का बाहर से लगे ताले को खोलते हुए युवकों की शिकायत पुलिस से करने की बात कहते दिख रहा है. इस मामले में फिलहाल पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

शिक्षिका की वीडियो बनाने का विरोध करने पर शिक्षकों के साथ मारपीट

मेरठ : दोघट। मांगरौली गांव के प्राथमिक स्कूल में दो युवकों ने छात्रों को पढ़ा रही अध्यापिकाओं की वीडियो बनानी शुरू कर दी। विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की। इसकी जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए बिनौली सीएचसी भेजा। वहीं, सहायक शिक्षक ने युवकों के खिलाफ तहरीर दी है।
प्राथमिक विद्यालय मांगरौली में छात्रों को पढ़ा रही शिक्षिकाओं की गांव के ही दो युवकों ने मोबाइल से वीडियो बनानी शुरू कर दी। इसका शिक्षिकाओं ने विरोध किया। इस पर युवकों ने गालीगलौज शुरू दी। शोर सुनकर दूसरी कक्षा में पढ़ा रहे प्रधानाध्यापक लोकेश कुमार, सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार ने युवकों को ऐसा करने से रोकने का प्रयास का प्रयास किया। इस पर युवकों ने उनके साथ मारपीट कर दी। इसकी जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची ने प्रधानाध्यापक लोकेश कौशिक, सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार व शिक्षिका रूमा को उपचार के लिए बिनौली सीएचसी भेजा है। सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार ने दो युवकों के खिलाफ तहरीर दी है। उन्होंने युवकों पर स्कूल से एक रजिस्टर उठाकर ले जाने का आरोप लगाया है। वहीं, थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जांचकर कार्रवाई की जाएगी।

कई महीनों से बंद चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र चार अक्टूबर से फिर शुरू होंगे

लखनऊ : कोरोना के कारण पिछले कई महीनों से बंद चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र चार अक्टूबर से फिर शुरू होंगे। फिलहाल आंगनबाड़ी केंद्र सप्ताह में केवल दो दिन यानी सोमवार व गुरुवार को खुलेंगे। निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार डा. सारिका मोहन ने शुक्रवार को सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को पत्र भेजकर आंगनबाड़ी केंद्रों की आवश्यक सेवाएं फिर शुरू कराने का निर्देश दिया।

प्रदेश सरकार ने चार आइएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए

प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को चार आइएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए, जबकि एक अफसर का स्थानांतरण रद कर दिया गया है। इनके अलावा छह पीसीएस अफसरों का भी तबादला किया गया है।

आइएएस अधिकारियों में विशेष सचिव कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा अवधेश कुमार कुमार तिवारी को विशेष सचिव बेसिक शिक्षा, विशेष सचिव नगर विकास अवनीश कुमार शर्मा को विशेष सचिव वित्त, एडीएम सिटी अलीगढ़ राकेश कुमार मालपानी को विशेष सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास और विशेष सचिव सचिवालय प्रशासन सत्यप्रकाश पटेल को निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण के पद पर तैनात किया गया है। उदयभानु त्रिपाठी का विशेष सचिव नगर विकास के पद पर किया गया स्थानांतरण निरस्त कर दिया गया है।

SUPER TET SYLLABUS : सहायक अध्यापक की भर्ती परीक्षा पाठ्यक्रम

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