अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा. रजनीश दुबे ने इस संबंध में शासनादेश जारी करते हुए नगर आयुक्तों व अधिशासी अधिकारियों को इस पर काम शुरू कराने का निर्देश दिया है। शासनादेश में कहा गया है कि सरकार आमजन तक तीव्र व सुलभ सूचना और संचार की पहुंच देने के लिए बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के समीप, तहसील, कचेहरी, ब्लाक, रजिस्ट्रार कार्यालयों, मुख्य बाजारों, अस्पतालों आदि स्थानों पर यह सुविधा दी जाएगी।
राज्य सरकार के मिशन युवा के तहत मुफ्त वाईफाई की सुविधा उपलब्ध कराना एक महत्वपूर्ण काम है। इसलिए 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में कम से कम 10 और 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में पांच स्थानों पर यह सुविधा दी जाएगी। स्मार्ट सिटी योजना में मुफ्त वाईफाई की सुविधा दे पाना संभव न होने पर निकाय स्वयं के स्रोतों यानी निकाय निधि से यह सुविधा उपलब्ध कराएंगे।
नौकरी के लिए कितनी मारामारी है इसका अंदाजा शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल की भर्ती से ही लगाया जा सकता है। हाईस्कूल पास वालों के लिए निकली भर्ती के लिए बीटेक, एमटेक, आईटीआई वाले भी आवेदन कर रहे हैं। भर्ती मेरिट के अनुसार होनी है। 23 अगस्त से इन दोनों पदों के लिए आवेदन शुरू हुआ है। आवेदन 22 सितंबर तक लिए जाएंगे।
इलाहाबाद रीजन में चार डिवीजन इलाहाबाद, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और मिर्जापुर आते हैं। चारों डिवीजन को मिलाकर शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल के 425 पदों पर भर्ती निकाली गई है। चयनितों को निर्धारित वेतन 10 से 12 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगा। डाक विभाग के अनुसार इन पदों पर अब तक 25 हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं।
डाक निदेशक गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल पास है जिस कारण से इस पद पर कोई भी आवेदन कर सकता है। इन पदों पर कार्यरत लोगों के लिए विभागीय परीक्षा तीन वर्ष में होती है। परीक्षा पास करने वाले ज्यादातर लोग नियमित हो जाते है। इसी से बीटेक, एमटेक, आईटीआई के अलावा अन्य डिग्री धारक भी इस पद के लिए आवेदन कर रहे हैं।
ये जिले हैं शामिल-
प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़,सुल्तानपुर, अमेठी, मिर्जापुर, रावर्ट्सगंज
डिवीजजन के नाम और पदों की संख्या
प्रयागराज डिवीजन में 102
मिर्जापुर में-125
सुल्तापुर में- 112
प्रतापगढ़- 86
सबसे अधिक 125 पद मिर्जापुर डिवीजन में
इलाहाबाद रीजन में शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल के लिए 425 पदों की भर्ती निकाली गई है।इसमें सबसे अधिक मिर्जापुर डिवीजन में सबसे अधिक 125 पद निकले हैं। इसमें रावर्ट्सगंज और मिर्जापुर दो जिले शामिल हैं।
डाकघरों की संख्या डिवीजन के अनुसार
इलाहाबाद 545, मिर्जापुर 339, सुल्तानपुर 499, प्रतापगढ़ 364
UP Board, 69000 Shikshak Bharti, 68500 Shikshak Bharti, Basic Shiksha News, CTET, Primary Ka Master, UPTET News, Shiksha Mitra News, Latest Shiksha Mitra News, PrimaryKaMaster, BasicShikshaNews
कोर्स के हिंदीकरण के काम में भी आईआईटी ने वैज्ञानिक प्रणाली अपनाई है। तकनीकी शब्दों को हिंदी में अनुवाद करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। विभागों की तरफ से प्रस्तावित शब्दों को कमेटी पारित करेगी। इसके बाद इन्हें राष्ट्रीय भाषा शब्दावली प्रकोष्ठ के समक्ष रखा जाएगा। प्रकोष्ठ की मुहर लगने के बाद इन तकनीकी शब्दों को कोर्स में शामिल किया जाएगा ताकि यह सर्वमान्य रहें। संस्थान में जल्द ही भाषा शब्दावली प्रकोष्ठ की कार्यशाला भी कराने की तैयारी है। बीएचयू आईआईटी के लिए भैषजकीय अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी (फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) विभागाध्यक्ष प्रो. सुशांत कुमार श्रीवास्तव इस अभियान की अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लैब मैनुअल (लैब में प्रयोग करने की नियमावली) के साथ ही कोर्स तक हिंदी भाषा में बदले जा रहे हैं।
किसी भी भाषा का आसानी से समझ में आना पहली जरूरी शर्त होती है। आईआईटी में अंग्रेजी के तकनीकी शब्दों को हिंदी में परिवर्तित करते समय इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि यह कठिन न हों। कठिन शब्दों के स्थान पर अंग्रेजी के शब्दों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही अन्य भाषाओं से भी शब्द लेने की तैयारी है। निदेशक बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि आईआईटी बीएचयू में हिंदी इस्तेमाल में नहीं है। संस्थान से प्रकाशित होने वाले न्यूजलेटर हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में प्रकाशित किए जाते हैं।
शिक्षण को जरूरी हैं किताबें, इसके लिए दे रहे प्रोत्साहन
वाराणसी। किसी भी भाषा में शिक्षण के लिए किताबों का होना सबसे जरूरी है। इंजीनियरिंग की स्तरीय किताबें अब तक अंग्रेजी में हैं। ऐसे में हिंदी भाषा में नए कोर्स मैटेरियल और किताबों के लिए आईआईटी के सभी विभाग अलग से काम कर रहे हैं। निदेशक प्रो. पीके जैन बताते हैं कि अब तक विभिन्न विभागों के 6 प्राध्यापकों ने हिंदी भाषा में इंजीनियरिंग की किताबें लिखने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए संस्थान की तरफ से उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप अनुदान भी दिया जा रहा है। नए शोधपत्रों का प्रकाशन हिंदी में कराने को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। संस्थान का प्रयास है कि हिंदी में अध्ययन करने वाले छात्र आने वाले सत्रों में अंग्रेजी समेत अन्य भाषाओं पर भी समान अधिकार रखें।हिंदी जन-जन की भाषा है और इसमें तकनीकी शिक्षा भारतीयता को बढ़ावा देने में मददगार होगी। भाषा में कठिन शब्दों की जगह आसान शब्दावली पर जोर है और इसके लिए अंग्रेजी व अन्य भाषाओं के शब्द भी समाहित किए जाएंगे। आईआईटी बीएचयू में अगले सत्र से हिंदी में अध्ययन का भी विकल्प रहेगा। नई पुस्तकों के लेखन के लिए संस्थान के प्राध्यापकों को अनुदान और पुस्तकालय में हिंदी की तकनीकी शिक्षा की किताबों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
ऐसे बदली जाएगी तकनीकी शब्दावली
1. आर्किटेक्चर प्लानिंग एंड डिजाइन वास्तुकला, योजना एवं अभिकल्प2. सिरामिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सिरामिक अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी
3. केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी रासायनिक अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी
4. सिविल इंजीनियरिंग सिविल अभियांत्रिकी
5. कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी
6. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विद्युतीय अभियांत्रिकी
7. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स अभियांत्रिकी विभाग
8. मैकेनिकल इंजीनियरिंग यांत्रिक अभियांत्रिकी
9. मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग धातुकीय अभियांत्रिकी
10. माइनिंग इंजीनियरिंग खनन अभियांत्रिकी
11. फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी भैषजकीय अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी
12. ह्यूमनिस्टिक स्टडीज मानवतावादी अध्ययन
13. बायोकेमिकल इंजीनियरिंग जैव-रासायनिक अभियांत्रिकी
14. बायोमेडिकल इंजीनियरिंग जैव-चिकित्सा अभियांत्रिकी
15. मैटेरियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी पदार्थ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
UP Board, 69000 Shikshak Bharti, 68500 Shikshak Bharti, Basic Shiksha News, CTET, Primary Ka Master, UPTET News, Shiksha Mitra News, Latest Shiksha Mitra News, PrimaryKaMaster, BasicShikshaNews
UP Board, 69000 Shikshak Bharti, 68500 Shikshak Bharti, Basic Shiksha News, CTET, Primary Ka Master, UPTET News, Shiksha Mitra News,
फ़ोटो शॉप से फ़ोटो बदलकर किया गया था खेल
पुलिस ने जांच में पाया कि सॉल्वर बनी छात्रा और मूल अभ्यर्थी का चेहरा मिलता जुलता था। गैंग ने इसी का फायदा उठाया और फ़ोटो शॉप से एडमिट कार्ड के फ़ोटो चेंज किए। पकड़ी न जाये इसलिए सैकड़ो बार मूल अभ्यर्थी के हस्ताक्षर का अभ्यास कराया गया। पुलिस ने पाया कि गैंग में केजीएमयू का एक डॉक्टर भी शामिल है। छात्रा के साथ उसकी मां भी गिरफ्तार की गई है। गैंग का मास्टर माइंड पटना का कोई "PK" बताया जा रहा है। गैंग में KGMU का एक डॉक्टर भी शामिल है, जिसकी अहम भूमिका है। पूर्वोत्तर राज्यों तक इनका नेटवर्क फैला है। वाराणासी पुलिस छापेमारी कर रही है। कमिश्नरेट द्वारा NEET के अधिकारियों को जानकारी दी गई है। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग के ऊपर नजर रखने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम गठित की गई थी। इसी टीम ने नीट परीक्षा के लिए सारनाथ स्थित एक सेंटर पर संदेह के आधार पर लड़की को पकड़ा है। जांच में पता चला की लड़की दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक यह डील 5 लाख रुपये में हुई थी। लड़की ने अपने आप को बीएचयू की छात्रा बताया है। इस मामले पर लड़की की जानकारी ली जा रही है। साथ ही इस गैंग को पकड़ने के लिए भी पूछताछ जारी है। ज्ञात हो कि वाराणसी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से आयोजित नीट की परीक्षा रविवार को दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक हुई। जिले के 53 केंद्रों पर करीब 30,000 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। नीट की इस परीक्षा में परीक्षार्थियों की करीब 86 फीसद उपस्थिति रही।कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में फिरोजाबाद की एक युवती ने बताया है कि रवि नाम के व्यक्ति ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और नौकरी के एवज में एक लाख रुपये की मांग की। युवती ने रुपये दे दिए, लेकिन नौकरी नहीं लगी तो उसने पूछताछ की। इस पर युवती को रवि नाम के व्यक्ति ने कासगंज स्थित हजारा नहर पर बुलाया और यहां उसे बदनियती से पकड़ लिया, छेड़छाड़ की। विरोध करने पर गाली गलौज करते हुए मारापीटा। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रदेश सरकार ने राज्य के एक करोड़ नौजवानों को टैबलेट-स्मार्टफोन दिए जाने की घोषणा की थी। जिसके तहत स्नातक, परास्नातक, तकनीकी और डिप्लोमाधारी नौजवानों को इस योजना से जोड़ते हुए टैबलेट या स्मार्टफोन दिया जाना है। इस योजना के लिए प्रदेश सरकार ने बजट में तीन हजार करोड़ के कोष का गठन किया है।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है मौसम विभाग ने। मौसम विज्ञानियों ने यलो अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि इन जिलों में भारी बारिश के कारण यातायात, बिजली आदि व्यवस्थाओं पर असर पड़ सकता है। मौसम बुलेटिन के मुताबिक, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाकों के लिए नौ और दस सितंबर तक यलो अलर्ट रहेगा। इन जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। जबकि 11 सितंबर तक प्रदेश के कुशीनगर, महारजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, लखीमपुरखीरी, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, बरेली, पीलीभीत व आसपास के इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं। इस दौरान इन जिलों में गरज-चमक और वज्रपात के आसार हैं।
एक तरफ पारा लगातार कम बना हुआ वहीं उमस और धूप की तेजी ने बेहाल कर रखा है। राजधानी लखनऊ में दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री रहा, जो कि सामान्य से .3 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 26.9 रहा, जो कि सामान्य से 2.3 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं आद्रता का प्रतिशत 91 रहने और दिन में तेज धूप के कारण लोग गर्मी से परेशान होते रहे। राजधानी समेत प्रदेश के कई इलाकों में बूंदा बंदी व फुहारों का दौर जारी रहा। लखनऊ में ही .5 फीसदी बरसात दर्ज हुई। वारामसी में 11 मिमी, प्रयागराज में 1.6 मिमी बरसाद दर्ज हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अनुभवी प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह के साथ अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को उप्र का चुनाव प्रभारी और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर समेत अन्य सात को सह चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। उनके साथ-साथ छह जोन के अलग से छह क्षेत्र प्रभारी बनाए गए हैं।
विधानसभा चुनाव में यूं तो पांच छह माह की देरी है लेकिन भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तत्काल प्रभाव से मंत्रियों को जिम्मेदारी लेने को कहा है। उप्र सबसे अहम भी है और तेज हुई ओबीसी राजनीति भी यहीं सबसे ज्यादा गर्म है। ऐसे में प्रधान की नियुक्ति को रणनीति के रूप में ही देखा जा रहा है। बिहार और उप्र में भाजपा गैर यादव ओबीसी राजनीति पर फोकस करती रही है। प्रधान ओबीसी हैं और बिहार समेत कई राज्यों में प्रभारी के रूप में कामकाज देखने का अनुभव है। सह प्रभारी बनाए गए अनुराग अगड़ी जाति से हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री अजरुन राम मेघवाल, शोभा करांदलजे, अन्नपूर्णा देवी, कैप्टन अभिमन्यु, विवेक ठाकुर और सरोज पांडे को सह प्रभारी बनाया गया है।